तिरुवनंतपुरम: लोकसभा चुनाव-2019 के लिए दो चरणों का मतदान समाप्त हो गया है. इसी बीच कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने वाराणसी संसदीय सीट से चुनाव लड़ने पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने फैसला राहुल गांधी पर छोड़ने के संकेत दिए हैं. हालांकि, उन्होंने ये संकेत भी दिए हैं कि वे चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं.
दरअसल, प्रियंका चुनाव प्रचार के सिलसिले में केरल के वायनाड में हैं. यहां उन्होंने मीडियाकर्मियों से बात की. प्रियंका के साथ केसी वेणुगोपाल भी मौजूद रहे.
वाराणसी संसदीय सीट से लोकसभा चुनाव लड़ने पर प्रियंका ने कहा कि अगर कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मुझे चुनाव लड़ने को कहते हैं, तो मुझे खुशी होगी.
इससे पहले भी कुछ मौकों पर प्रियंका ने चुनाव लड़ने के सवाल पर सीधा जवाब नहीं दिया है. उन्होंने कहा है कि उम्मीदवारों पर अंतिम फैसला पार्टी नेतृत्व ही करेगा.
राहुल गांधी की तारीफ किए जाने पर विपक्षी दल हमलावर हो रहे हैं. इस पर प्रियंका ने कहा कि उनकी निंदा और आलोचना करें तो ठीक है, उनकी तारीफ करें तो आलोचना क्यों होती है.
प्रियंका ने कहा कि वे राहुल के बारे में सच्चाई बता रही हैं. उन्होंने कहा कि कोई सच्चाई बताता नहीं है, राहुल के बारे में इन लोगों ने जितने झूठ फैलाए गए हैं, उसका खंडन कोई नहीं करता, मैं उनकी बहन हूं, खंडन क्यों न करूं. सच बोल रही हूं मैं.
बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रियंका को पूर्वी उत्तर प्रदेश का चुनाव प्रभारी बनाया है. इसी इलाके में वाराणसी संसदीय सीट भी आती है.
2019 में बीजेपी से प्रधानमंत्री पद के कैंडिडेट नरेंद्र मोदी 2014 में भी इसी सीट से निर्वाचित हुए हैं. पीएम मोदी इस बार भी वे काशी से ही पर्चा दाखिल करेंगे.
कांग्रेस पार्टी के सूत्रों की मानें तो युवा कार्यकर्ता प्रियंका को उम्मीदवार बनाने की मांग कर रहे हैं. पार्टी महासचिव का पद मिलने के बाद प्रियंका को नरेंद्र मोदी के मुकाबले उतारे जाने की मांग पहले भी होती रही है.