पटनाः ओडिशा ट्रेन हादसे में बिहार के भी कई मजदूरों की दर्दनाक मौत हुई है, बिहार के 43 लोगों ने अपनी जाने गंवा दी है. ये सभी लोग काम के सिलसिले में कोरोमंडल एक्सप्रेस से चेन्नई जा रहे थे. इस हादसे का भयानक दृष्य सालों तक लोगों के जहन में तरोताजा रहेगा. बिहार के मजदूर हमेशा काम के लिए बाहर जाते हैं और किसी ना किसी हादसे का शिकार होकर अपनी जानें गवां बैठते हैं. बिहार के गरीब मजदूर के इसी दर्द को एक बिहारी युवक ने अपनी आवाज में गाया है, जिसे सुनकर आपकी आखों से भी आंसू आ जाएंगे. युवक का ये गाना सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है.
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गाने के जरिए बिहार सरकार से युवक ने पूछा सवालः इस गाने में युवक ने बिहारी मजदूरों की व्यथा को बयान किया है. युवक अपने गाने के बोल में बिहार सरकार से कहता है कि 'ए हो सरकार हमर दा ना रोजगार हो, ट्रेने पकड़ के हम जायछी बाहार हो'. इस गाने में युवक ने नेताओं पर भी तंज कसा है और कहा है कि नेता लोग सिर्फ अपने पायदे में लगे रहते हैं. उसने सरकार से ये भी पूछा है कि बिहार में हम गरीब लोगों को नौकरी कब मिलेगी और कब हमें रोजी-रोटी के लिए बाहर जाने से छुटकारा मिलेगा. युवक ये भी कहता है कि तीन दिनों से उसे खाना भी नहीं मिला है, सिर्फ पानी पी कर ही वो ये गाना गा रहा है.
रेल हादसे में बिहार के 43 लोगों की मौतः गाना सुनने और वीडियो देखने से ऐसा लगता है कि युवक भी हादसे का शिकार हुई इस ट्रेन में सफर कर रहा था, जो खुश किस्मती से बच गया है और वहीं पर उसने पीड़ितों और यात्रियों के बीच ये गाना गाया है. दरअसल इस रेल हादसे में देश के 288 लोगों की मौत हो गई है, जिसमें बिहार के भी 43 लोग शामिल हैं. इस घटना में 1100 लोग घायल हुए हैं. बिहार सरकार के आपदा प्रबंधन विभाग ने प्रभावित परिवारों की सुविधा के लिए हेल्प लाइन जारी किया है, जो लोग अभी भी अपने रिश्तेदारों के बारे में जानकारी प्राप्त नहीं कर सके हैं, वे रेलवे हेल्पलाइन नंबर 139 या हेल्पलाइन नंबर 18003450061 / 1929 पर कॉल कर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं, जो चौबीसों घंटा कार्य कर रहा है.
सदी का सबसे बड़ा रेल हादसाः आपको बता दें कि बीते शुक्रवार को ये हादसा तब हुआ, जब शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस बालासोर में लूप लाइन पर खड़ी एक मालगाड़ी से टकरा गई थी, जिसके कई डिब्बे बगल के ट्रैक पर उड़कर चले गए थे. इसी ट्रैक पर यशवंतपुर से हावड़ा जाने वाली हावड़ा एक्सप्रेस भी तेज गति से आ रही थी, जो उन क्षतिग्रस्त बोगियों से टकरा गई, जिससे हावड़ा एक्सप्रेस भी दुर्घटनाग्रस्त हो गई. इस तरह देश के इतिहास में संभवत: पहली बार ये ट्रिपल ट्रेन दुर्घटना हुई है, जिसे सदी का सबसे बड़ा रेल हादसा माना जा रहा है.