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7 महीने बाद ISS से बाहर निकलीं सुनीता विलियम्स, नासा ने शेयर किया स्पेसवॉक का वीडियो - SUNITA WILLIAMS SPACEWALK DETAILS

जून 2024 से अंतरिक्ष में फंसी सुनीता विलियम्स 7 महीने बाद ISS से बाहर निकलीं और अपने जीवन का 8वां स्पेसवॉक किया.

Sunita Williams steps out on spacewalk
सुनीता विलियम्स ने अपने जीवन का 8वां स्पेसवॉक किया (फोटो - NASA)
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By ETV Bharat Tech Team

Published : Jan 17, 2025, 7:35 PM IST

हैदराबाद: अमेरिका की स्पेस एजेंसी नासा की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और निक हेग ने गुरुवार को करीब 6-7 घंटों तक स्पेसवॉक किया. ये दोनों अंतरिक्ष यात्री 16 जनवरी 2025 को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से बाहर आए, जिसकी वीडियो नासा ने अपनी वेबसाइट और आधिकारिक एक्स अकाउंट से शेयर की है. नासा ने इस स्पेसवॉक मिशन का नाम यूएस स्पेसवॉक 91 (US Spacewalk 91) रखा है. आइए हम आपको इन दोनों अंतरिक्ष यात्रियों के स्पेसवॉक की पूरी डिटेल्स बताते हैं.

7 महीने बाद स्पेस स्टेशन से बाहर आई सुनीता

रिपोर्ट के मुताबिक सुनीता विलियम्स और उनके साथ निक हेग ने 420 किलोमीटर की ऊंचाई पर तुर्केमेनिस्तान के ऊपर स्पेसवॉक किया. भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स 7 महीने से अंतरिक्ष में फंसी हुई है और तब से लेकर अभी तक में, वह 16 जनवरी को पहली बार इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से बाहर आईं और बोलीं, "आई एम कमिंग आउट (मैं बाहर आ रहा हूं)". सुनीता को निक के साथ मिलकर स्पेस स्टेशन में कुछ रिपेयरिंग का काम करना था. इनमें स्पेस स्टेशन को अपग्रेड करना, न्यूट्रोन स्टार इंटीरियर कंपोजिशन एक्सप्लोरर (NICER) एक्स-रे टेलीस्कोप को रिपेयर करना शामिल था.

50 घंटे से भी ज्यादा स्पेसवॉक कर चुकी हैं सुनीता

नासा के द्वारा मिली जानकारी के अनुसार, आईएसएस कमांडर सुनीता विलियम्स की यह 8वीं स्पेसवॉक थी. उन्होंने इससे पहले अपनी कुल 7 स्पेसवॉक के दौरान 50 घंटे और 40 मिनट अंतरिक्ष में टहलते हुए बिताए हैं. उनके साथ स्पेसवॉक करने गए उनके साथी और फ्लाइट इंजीनियर निक हेग के लिए यह चौथी स्पेसवॉक थी. इससे पहले उन्होंने अपने 3 स्पेसवॉक के दौरान कुल 19 घंटे और 56 मिनट अंतरिक्ष में टहलते हुए बिताए थे. यूएस स्पेसवॉक 91 में इन दोनों के लिए स्पेसवॉक सपोर्ट का काम बुच विल्मोर और डोन पेटिट कर कर रहे थे.

इसके अलावा स्पेस स्टेशन असेंबली के सपोर्ट, मेंटेनेंस और अपग्रेड्स के लिए यह 273वीं स्पेसवॉक थी. वहीं, अमेरिका के लिए यह 91वीं स्पेसवॉक थी, जबकि साल 2025 की यह दुनिया के किसी भी अंतरिक्ष द्वारा की गई पहली स्पेसवॉक थी.

स्पेसवॉक करते हुए क्या-क्या काम करने थे?

  • सुनीता और निक को स्पेसवॉक के दौरान रेट गायरो असेंबली 2 (Rate Gyro Assembly 2) को रिमूव और रिप्लेस करना था.
  • उन्हें हारमोनी ज़ेनित्स प्लानर रिफेल्कटर (Harmony Zenith Planar Reflector) को भी रिमूव और रिप्लेस करना था.
  • उन्हें न्यूट्रोन स्टार इंटीरियर कंपोजिशन एक्सप्लोरर (NICER) पैचेस को भी इंस्टॉल करना था.
  • इनके अलावा उन्हें अपग्रेड के लिए अल्फा मैग्नेटिक स्पेकट्रोमीटर पैच पैनल भी तैयार करना था.

जून 2024 से अंतरिक्ष में सुनीता

आपको याद दिला दें कि सुनीता विलियम्स और उनके साथी एस्ट्रोनॉट्स जून 2024 से ही अंतरिक्ष में हैं. वह बुच विल्मोर के साथ बोइंग के नए स्टारलाइनर कैप्सूल से इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन गए थे. उनकी यह फ्लाइट टेस्ट मिशन सिर्फ 7 दिनों का था, लेकिन स्टारलाइनर में आई टेक्निकल प्रॉब्लम्स की वजह से ये एस्ट्रोनॉट्स धरती पर वापस नहीं आ पाए और तब से लेकर अभी तक वो इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में ही फंसे हुए हैं.

अब लगभग 7 महीने के बाद पहली बार सुनीता आईएसएस से बाहर आईं थी. नासा के लिए भी यह स्पेसवॉक काफी खास थी, क्योंकि पिछली बार उन्हें अपने स्पेसवॉक को बीच में ही रोकना पड़ा था और स्पेस स्टेशन के रिपेयरिंग और अपग्रेडेशन का काम काफी लंबे समय से अटका हुआ था. नासा की वेबसाइट के मुताबिक, अगले हफ्ते, 23 जनवरी को यूएस स्पेसवॉक 92 मिशन शुरू किया जाएगा, जिसमें सुनीता एक बार फिर अपनी नौवीं स्पेसवॉक कर सकती हैं.

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7 महीने बाद स्पेस स्टेशन से बाहर आई सुनीता

रिपोर्ट के मुताबिक सुनीता विलियम्स और उनके साथ निक हेग ने 420 किलोमीटर की ऊंचाई पर तुर्केमेनिस्तान के ऊपर स्पेसवॉक किया. भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स 7 महीने से अंतरिक्ष में फंसी हुई है और तब से लेकर अभी तक में, वह 16 जनवरी को पहली बार इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से बाहर आईं और बोलीं, "आई एम कमिंग आउट (मैं बाहर आ रहा हूं)". सुनीता को निक के साथ मिलकर स्पेस स्टेशन में कुछ रिपेयरिंग का काम करना था. इनमें स्पेस स्टेशन को अपग्रेड करना, न्यूट्रोन स्टार इंटीरियर कंपोजिशन एक्सप्लोरर (NICER) एक्स-रे टेलीस्कोप को रिपेयर करना शामिल था.

50 घंटे से भी ज्यादा स्पेसवॉक कर चुकी हैं सुनीता

नासा के द्वारा मिली जानकारी के अनुसार, आईएसएस कमांडर सुनीता विलियम्स की यह 8वीं स्पेसवॉक थी. उन्होंने इससे पहले अपनी कुल 7 स्पेसवॉक के दौरान 50 घंटे और 40 मिनट अंतरिक्ष में टहलते हुए बिताए हैं. उनके साथ स्पेसवॉक करने गए उनके साथी और फ्लाइट इंजीनियर निक हेग के लिए यह चौथी स्पेसवॉक थी. इससे पहले उन्होंने अपने 3 स्पेसवॉक के दौरान कुल 19 घंटे और 56 मिनट अंतरिक्ष में टहलते हुए बिताए थे. यूएस स्पेसवॉक 91 में इन दोनों के लिए स्पेसवॉक सपोर्ट का काम बुच विल्मोर और डोन पेटिट कर कर रहे थे.

इसके अलावा स्पेस स्टेशन असेंबली के सपोर्ट, मेंटेनेंस और अपग्रेड्स के लिए यह 273वीं स्पेसवॉक थी. वहीं, अमेरिका के लिए यह 91वीं स्पेसवॉक थी, जबकि साल 2025 की यह दुनिया के किसी भी अंतरिक्ष द्वारा की गई पहली स्पेसवॉक थी.

स्पेसवॉक करते हुए क्या-क्या काम करने थे?

  • सुनीता और निक को स्पेसवॉक के दौरान रेट गायरो असेंबली 2 (Rate Gyro Assembly 2) को रिमूव और रिप्लेस करना था.
  • उन्हें हारमोनी ज़ेनित्स प्लानर रिफेल्कटर (Harmony Zenith Planar Reflector) को भी रिमूव और रिप्लेस करना था.
  • उन्हें न्यूट्रोन स्टार इंटीरियर कंपोजिशन एक्सप्लोरर (NICER) पैचेस को भी इंस्टॉल करना था.
  • इनके अलावा उन्हें अपग्रेड के लिए अल्फा मैग्नेटिक स्पेकट्रोमीटर पैच पैनल भी तैयार करना था.

जून 2024 से अंतरिक्ष में सुनीता

आपको याद दिला दें कि सुनीता विलियम्स और उनके साथी एस्ट्रोनॉट्स जून 2024 से ही अंतरिक्ष में हैं. वह बुच विल्मोर के साथ बोइंग के नए स्टारलाइनर कैप्सूल से इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन गए थे. उनकी यह फ्लाइट टेस्ट मिशन सिर्फ 7 दिनों का था, लेकिन स्टारलाइनर में आई टेक्निकल प्रॉब्लम्स की वजह से ये एस्ट्रोनॉट्स धरती पर वापस नहीं आ पाए और तब से लेकर अभी तक वो इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में ही फंसे हुए हैं.

अब लगभग 7 महीने के बाद पहली बार सुनीता आईएसएस से बाहर आईं थी. नासा के लिए भी यह स्पेसवॉक काफी खास थी, क्योंकि पिछली बार उन्हें अपने स्पेसवॉक को बीच में ही रोकना पड़ा था और स्पेस स्टेशन के रिपेयरिंग और अपग्रेडेशन का काम काफी लंबे समय से अटका हुआ था. नासा की वेबसाइट के मुताबिक, अगले हफ्ते, 23 जनवरी को यूएस स्पेसवॉक 92 मिशन शुरू किया जाएगा, जिसमें सुनीता एक बार फिर अपनी नौवीं स्पेसवॉक कर सकती हैं.

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