हैदराबाद: अगर आप कोई भी कार खरीदने जाते हैं, तो उसके इंजन और इंजन की ताकत के बारे में जानकारी लेते हैं. भारत में एक कार के इंजन की न्यूनतम पावर 1-लीटर यानी 998cc से शुरू होती है, जबकि यह ताकत 3,000 या 4,000cc तक जाती है. हालांकि इतनी पावर के इंजन सिर्फ आपको लग्जरी कारों या स्पोर्ट्स कारों में ही देखने को मिलते हैं. लेकिन क्या आपने कभी यह सोचा है कि ट्रेन का इंजन कितने सीसी का होता है.
ट्रेन में तो आपमें से बहुत से लोगों ने सफर किया होगा, या कहें कि लगभग सभी ने सफर किया होगा. लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि ट्रेन के इंजन की पावर कितनी होती है और यह कितने सीसी का होता है. क्या कभी आपने सोचा है कि ट्रेन का इंजन कितने सिलेंडर का होता है और एक डीजल इंजन कितना माइलेज देता है. अगर आपको इन सारी चीजों की जानकारी नहीं तो हम इस लेख में आपको सब कुछ बताएंगे.
34 Mahindra Scorpio के बराबर हॉर्सपावर का होता है ट्रेन का इंजन
डीजल लोकोमोटिव की बात करें तो यह इंजन 4,000 से 6,000 हॉर्सपावर का होता है. अगर सीसी की बात करें तो ट्रेन इंजन में 16 सिलेंडर और 32 वाल्व लगे होते हैं. इसका हर एक सिलेंडर 10,941cc का होता है. तो अगर हिसाब लगाएं तो डीजल लोकोमोटिव करीब 1,75,000cc का होता है. अगर Mahindra Scorpio से तुलना करें तो इस कार में मिलने वाला डीजल इंजन 2,198cc का होता है.
डीजल लोकोमोटिव कितना देता है माइलेज
अब चूंकि ट्रेन का डीजल इंजन इतना बड़ा होता है तो इसका माइलेज उतना ही कम होगा. तो हम आपको बताते हैं कि ट्रेन का डीजल लोकोमोटिव कितना माइलेज देता है. बात करते हैं इसके सिलेंडर के आधार पर. चूंकि हमने आपको बताया कि लोकोमोटिव में 16 सिलेंडर लगे होते हैं, तो इसके प्रत्येक सिलेंडर की क्षमता 175 लीटर होती है. यहां बता दें कि 1-लीटर का मतलब 1,000cc होता है.
माइलेज की बात करें तो ट्रेन के इंजन का माइलेज इसमें लगे डिब्बों के आधार पर और ट्रेन एक्सप्रेस है या सुपर फास्ट या पैसेंजर, इस पर भी निर्भर करता है. जहां 24 डिब्बों की सुपरफास्ट ट्रेन 6 लीटर में एक किलोमीटर जाती है, वहीं 12 डिब्बों वाली पैसेंजर ट्रेन भी 6 लीटर डीजल में एक किलोमीटर का सफर तय करती है. इसके अलावा 12 डिब्बों वाला एक्सप्रेस ट्रेन 4.5 लीटर में एक किलोमीटर का माइलेज देती है.