दंतेवाड़ा: लोन वर्राटू अभियान के तहत पांच लाख के इनामी माओवादी हुर्रा कुंजाम ने आज हथियार डाल दिए. सरेंडर करने वाला इनामी नक्सली कुंजाम पीपीसीएम रैंक के उत्तर सब जोनल ब्यूरो के राजनैतिक टीम का कमांडर था. नक्सली ने सरकार की शुरु की गई लोन वर्राटू अभियान से प्रभावित होकर समाज की मुख्यधारा से जुड़ने का फैसला किया. सरेंडर करने वाला नक्सली लंबे वक्त से माओवादी संगठन से जुड़ा रहा है. दंतेवाड़ा के कई थाना क्षेत्र में वो सक्रिय भी रहा है.
पांच लाख के इनामी कमांडर ने किया सरेंडर: पूरे बस्तर में इन दिनों एंटी नक्सल ऑपरेशन चलाया जा रहा है. एंटी नक्सल ऑपरेशन में मिल रही सफलता से पुलिस टीम गदगद है. लगातार मारे जा रहे नक्सलियों के चलते माओवादी संगठन में भगदड़ मची है. बड़े पैमाने पर नक्सली हथियार छोड़ आम जिंदगी में लौट रहे हैं. पुलिस की टीम भी लगातार जनजागरुकता अभियान चलाकर नक्सलियों को वापस आम जिंदगी में लौटने की अपील कर रही है.
''सरकार की समर्पण नीति से प्रभावित होकर बड़ी संख्या में माओवादी हथियार डाल रहे हैं. जनता भी नक्सलियों के अमानवीय अत्याचार और आधारहीन विचारधारा से परेशान हो चुकी है. हिंसा से बस्तर सहित दंतेवाड़ा का विकास रुक गया है. हमारी भी कोशिश है कि भटके हुए युवाओं को समाज की मुख्यधारा से वापस जोड़ा जाए. इसी क्रम में रविवार को पांच लाख के इनामी नक्सली कुंजाम ने हथियार डाला दिया है. नक्सरी ने डीआरजी दफ्तर में आत्मसमर्पण किया है. '' - स्मृतिक राजनाला, एएसपी, नक्सल ऑपरेशन, दंतेवाड़ा
अबतक 851 नक्सली कर चुके हैं सरेंडर: आत्म समर्पण करने वाले नक्सली को सरकार की पुनर्वास नीति का फायदा दिया गया है. शासन की ओर से नक्सली को 25 हजार की आर्थिक मदद दी गई है. लोन वर्राटू अभियान के तहत अबतक 190 इनामी नक्सली सहित 851 माओवादी सरेंडर कर चुके हैं.