पलामूः पूरा जिला इन दिनों भीषण गर्मी की चपेट में है. इस कारण पलामू के कई इलाकों में जल संकट गहरा गया है. हालांकि इलाके में जल संकट कोई नई बात नहीं है, लेकिन यह समस्या कई दशकों से कायम है. कभी मंडल डैम तो कभी जलापूर्ति योजना फेज 2 स्वीकृत भी हुई, लेकिन इसका क्रियान्वयन अब तक नहीं हुआ है.नतीजतन पलामू के कई इलाकों में दिन-प्रतिदिन जल संकट गहराता जा रहा है.
मेदिनीनगर तीन तरफ से नदियों से घिरा, पर कई इलाके ड्राइ जोन में
जानकारी के अनुसार पलामू प्रमंडलीय मुख्यालय मेदिनीनगर के इलाके में सबसे अधिक जल संकट है, जबकि मेदिनीनगर तीन तरफ से नदियों से घिरा हुआ है, बावजूद कई इलाके ड्राइ जोन हो गए हैं. इस कारण इलाके में जलसंकट ने भयावह रूप ले लिया है.
जल संकट को देखते हुए युवाओं ने शुरू किया जनजागरण अभियान
पलामू में जल संकट को देखते हुए युवाओं की टोली एकजुट हुई है. यह टोली घर-घर जा रही है और जल संकट के निदान के लिए लोगों की राय मांग रही है. युवाओं की टोली लोगों से जल संचयन के साथ-साथ रेन वाटर हार्वेस्टिंग के लिए जागरूक कर रहा है.
अधिकारियों और मंत्रियों से जलसंकट निदान की मांग
टीम का यह अभियान अगले कई दिनों तक जारी रहेगा और फिर आंदोलन के स्वरूप में तब्दील हो जाएगा. इससे पहले युवाओं की टीम कई स्तर पर अधिकारियों और मंत्रियों को पत्र लिखकर इलाके में जल संकट दूर करने का आग्रह कर चुका है. पानी को लेकर जन जागरण अभियान से जुड़े आशीष भारद्वाज ने बताया कि उनकी टीम चिल्ला-चिल्ला कर पलामू में जलसंकट निदान की मांग कर रही है.
जलसंकट का निदान नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी
शुरुआत में लोगों से रायशुमारी की जा रही है. जन जागरण के बाद राज्य के मुख्यमंत्री से मुलाकात कर जलसंकट के समाधान का आग्रह किया जाएगा. बाद में पानी को लेकर आंदोलन की शुरुआत की जाएगी.
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