ETV Bharat / state

लखनऊ पुलिस की कस्टडी में युवक की मौत, एक दिन पहले ही घर से दो भाइयों को उठा ले गई थी, इंस्पेक्टर समेत 5 के खिलाफ FIR - LUCKNOW POLICE CUSTODY DEATH

लखनऊ के चिनहट थाना क्षेत्र में देर रात की घटना. परिजनों ने कहा- घर से दो भाइयों को ले गई थी पुलिस, हत्या का आरोप लगाया.

लखनऊ में पुलिस हिरासत में युवक की मौत.
लखनऊ में पुलिस हिरासत में युवक की मौत. (Photo Credit; ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Oct 26, 2024, 7:11 PM IST

Updated : Oct 27, 2024, 5:47 PM IST

लखनऊ: राजधानी के चिनहट थाना क्षेत्र में शुक्रवार को देर शाम दो पक्षों में विवाद के बाद पुलिस दो भाइयों को थाने ले आई थी. रात में एक भाई की तबीयत अचानक बिगड़ गई. उसे राम मनोहर हास्पिटल भेजा गया, जहां उसकी मौत हो गई. इस घटना के बाद परिजनों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं. मृतक की पत्नी और परिजनों का कहना है कि उन्हें थाने में मिलने तक नहीं दिया गया. परिजनों ने कहा कि पुलिस ने पीटकर मार डाला है. इसके बाद अस्पताल में परिजनों ने काफी हंगामा भी किया. वहीं, देर रात परिजनों की तहरीर पर आरोपी इंस्पेक्टर समेत पांच के खिलाफ पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली. मामले की जांच की जा रही है.


शुक्रवार देर शाम करीब 9 बजे एक विवाद में दो भाइयों शोभराज व मोहित पांडेय को चिनहट पुलिस कोतवाली लाई थी. चिनहट के देवा रोड स्थित अपट्रान इलाके में नयी बस्ती जैनाबाद गांव में परिवार रहता है. मोहित के बहनोई राम किशोर त्रिपाठी ने बताया कि शनिवार दोपहर 1 बजे तक वे कोतवाली में बैठे रहे, लेकिन मिलने नहीं दिया गया. जब अपने कार्यालय जाने लगे तो रास्ते में फोन आया कि मोहित राम मनोहर लोहिया हास्पिटल में भर्ती है. दोनों भाइयों के मोबाइल पुलिस ने जमा करा लिए थे. घर पर शोभराज की बेटी ने फोन उठाया था. उसी ने मुझे फोन कर बताया कि मोहित चाचा हास्पिटल में हैं. फिर जबरदस्ती कोतवाली के अंदर गया तो वहां मौजूद लेडी कांस्टेबल ने बताया कि मोहित राम मनोहर लोहिया हास्पिटल में है. पुलिस ने मोहित से मिलने नहीं दिया. वहां मौजूद एसआई और थाना प्रभारी ने बदतमीजी से बात की.

लखनऊ में पुलिस हिरासत में युवक की मौत. (Video Credit; ETV Bharat)


मोहित की पत्नी ने बताया कि माल ढुलाई को लेकर कुछ लोगों से विवाद हुआ था. जिस पर दोनो पक्षों द्वारा पुलिस से शिकायत की गई. पुलिस उसके पति और जेठ को लेकर थाने पर चली गई थी. रात भर पति थाने में ही पड़े रहे. दिन में जेठ का फोन आया कि तुम्हारे पति की तबियत बहुत खराब है और वह हास्पिटल में भर्ती है. जब हम लोग हास्पिटल आए तो पता चला कि उनकी मौत हो गई.

भाई शोभाराम ने पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप. (Video Credit; ETV Bharat)

इधर मोहित की मौत की खबर फैलते ही अस्पताल में हंगामा मच गया. मृतक के परिजन पुलिस हिरासत में हत्या का आरोप लगाते रहे. कहा कि पुलिस ने मोहित को मार डाला है. अस्पताल में हालात नियंत्रित करने पहुंचे पुलिसकर्मियों से परिजनों की झड़प भी हुई. इस मामले में पुलिस के आलाधिकारियों का कहना है कि मामले की जांच कराई जाएगी.



परिजनों का हंगामा, पुलिस पर लगाए गंभीर आरोपः लखनऊ के चिनहट थाने में पुलिस कस्टडी में युवक की मौत के बाद परिजनों हंगामा किया. परिजनों का आरोप है की थाने के लॉकअप में बंद कर मोहित के साथ पुलिस कस्टडी में चिनहट पुलिस ने बर्बरता की. इससे 32 वर्षीया मोहित पांडेय की मौत हो गयी. पुलिस कस्टडी में मोहित की मौत के बाद एक तरफ अफसर चुप है तो वही परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है.


विवाद के बाद उठा ले गई थी पुलिस: परिजनों के मुताबिक विभूतिखंड के विभवखंड 4 में मोहित पांडेय अपने परिवार संग रहता था. वह चिनहट के देवा रोड स्थित जैनाबाद गांव में स्कूल ड्रेस का कारोबार करता था. परिजनों ने बताया की बीती शाम को चिनहट पुलिस ने मोहित पांडेय को डाला चालक से हुए विवाद के बाद दुकान से उठा लिया था. इसके बाद उसे थाने में बैठाया गया. जब भाई शोभाराम पहुंचा तो उसे भी बैठा लिया. फिर रात भर टॉर्चर किया गया. शनिवार सुबह मोहित की तबियत ख़राब होने के बाद जब पुलिस उसे राम मनोझार लोहिया अस्पताल लेकर पहुंची तो उसकी मौत हो चुकी थी. मोहित के बहनोई राम किशोर त्रिपाठी का कहना है कि चिनहट पुलिस की बर्बरता से मोहित की मौत हुई. दोषी पुलिसकर्मियो को उसकी सजा मिलनी चाहिए.

इंस्पेक्टर समेत पांच समेत के खिलाफ रिपोर्ट दर्जः मोहित की मौत के बाद गुस्साए परिजनों ने राम मनोहर लोहिया अस्पताल के बाहर रोड जाम कर प्रदर्शन शुरू कर दिया, रोड जाम को ख़त्म कराने के लिए पुलिसकर्मियों से परिजनों की तीखी नोकझोक हुई जिसके बाद लखनऊ कमिश्नरी के पूर्वी जोन के साथ साथ नार्थ,सेंट्रल और साउथ जोन के पुलिस अधिकारियो के साथ 7 थानों की फाॅर्स मौके पर स्थिति को काबू करने के लिए भेजा गया. परिजनों ने मांग की मोहित की लाश को निकाल कर उन्हें दिखाया जाए लेकिन पुलिस ने कानून-व्यवस्था के चलते परिजनों को शव देखने से मना कर दिया गया. इसके बाद रामदेश पांडेय ने चिनहट में तैनात एसएचओ समेत अन्य पुलिसकर्मियो के खिलाफ कार्यवाई की मांग करते हुए दोषियों को सजा देने की मांग की है. वहीं, सुबह आरोपी इंस्पेक्टर समेत पांच के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई. पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.

यह भी पढ़ें : गजब! लखनऊ के पुलिस स्टेशन से दो बाइक चुरा ले गए चोर, पुलिसकर्मियों को भनक तक नहीं लगी

लखनऊ: राजधानी के चिनहट थाना क्षेत्र में शुक्रवार को देर शाम दो पक्षों में विवाद के बाद पुलिस दो भाइयों को थाने ले आई थी. रात में एक भाई की तबीयत अचानक बिगड़ गई. उसे राम मनोहर हास्पिटल भेजा गया, जहां उसकी मौत हो गई. इस घटना के बाद परिजनों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं. मृतक की पत्नी और परिजनों का कहना है कि उन्हें थाने में मिलने तक नहीं दिया गया. परिजनों ने कहा कि पुलिस ने पीटकर मार डाला है. इसके बाद अस्पताल में परिजनों ने काफी हंगामा भी किया. वहीं, देर रात परिजनों की तहरीर पर आरोपी इंस्पेक्टर समेत पांच के खिलाफ पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली. मामले की जांच की जा रही है.


शुक्रवार देर शाम करीब 9 बजे एक विवाद में दो भाइयों शोभराज व मोहित पांडेय को चिनहट पुलिस कोतवाली लाई थी. चिनहट के देवा रोड स्थित अपट्रान इलाके में नयी बस्ती जैनाबाद गांव में परिवार रहता है. मोहित के बहनोई राम किशोर त्रिपाठी ने बताया कि शनिवार दोपहर 1 बजे तक वे कोतवाली में बैठे रहे, लेकिन मिलने नहीं दिया गया. जब अपने कार्यालय जाने लगे तो रास्ते में फोन आया कि मोहित राम मनोहर लोहिया हास्पिटल में भर्ती है. दोनों भाइयों के मोबाइल पुलिस ने जमा करा लिए थे. घर पर शोभराज की बेटी ने फोन उठाया था. उसी ने मुझे फोन कर बताया कि मोहित चाचा हास्पिटल में हैं. फिर जबरदस्ती कोतवाली के अंदर गया तो वहां मौजूद लेडी कांस्टेबल ने बताया कि मोहित राम मनोहर लोहिया हास्पिटल में है. पुलिस ने मोहित से मिलने नहीं दिया. वहां मौजूद एसआई और थाना प्रभारी ने बदतमीजी से बात की.

लखनऊ में पुलिस हिरासत में युवक की मौत. (Video Credit; ETV Bharat)


मोहित की पत्नी ने बताया कि माल ढुलाई को लेकर कुछ लोगों से विवाद हुआ था. जिस पर दोनो पक्षों द्वारा पुलिस से शिकायत की गई. पुलिस उसके पति और जेठ को लेकर थाने पर चली गई थी. रात भर पति थाने में ही पड़े रहे. दिन में जेठ का फोन आया कि तुम्हारे पति की तबियत बहुत खराब है और वह हास्पिटल में भर्ती है. जब हम लोग हास्पिटल आए तो पता चला कि उनकी मौत हो गई.

भाई शोभाराम ने पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप. (Video Credit; ETV Bharat)

इधर मोहित की मौत की खबर फैलते ही अस्पताल में हंगामा मच गया. मृतक के परिजन पुलिस हिरासत में हत्या का आरोप लगाते रहे. कहा कि पुलिस ने मोहित को मार डाला है. अस्पताल में हालात नियंत्रित करने पहुंचे पुलिसकर्मियों से परिजनों की झड़प भी हुई. इस मामले में पुलिस के आलाधिकारियों का कहना है कि मामले की जांच कराई जाएगी.



परिजनों का हंगामा, पुलिस पर लगाए गंभीर आरोपः लखनऊ के चिनहट थाने में पुलिस कस्टडी में युवक की मौत के बाद परिजनों हंगामा किया. परिजनों का आरोप है की थाने के लॉकअप में बंद कर मोहित के साथ पुलिस कस्टडी में चिनहट पुलिस ने बर्बरता की. इससे 32 वर्षीया मोहित पांडेय की मौत हो गयी. पुलिस कस्टडी में मोहित की मौत के बाद एक तरफ अफसर चुप है तो वही परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है.


विवाद के बाद उठा ले गई थी पुलिस: परिजनों के मुताबिक विभूतिखंड के विभवखंड 4 में मोहित पांडेय अपने परिवार संग रहता था. वह चिनहट के देवा रोड स्थित जैनाबाद गांव में स्कूल ड्रेस का कारोबार करता था. परिजनों ने बताया की बीती शाम को चिनहट पुलिस ने मोहित पांडेय को डाला चालक से हुए विवाद के बाद दुकान से उठा लिया था. इसके बाद उसे थाने में बैठाया गया. जब भाई शोभाराम पहुंचा तो उसे भी बैठा लिया. फिर रात भर टॉर्चर किया गया. शनिवार सुबह मोहित की तबियत ख़राब होने के बाद जब पुलिस उसे राम मनोझार लोहिया अस्पताल लेकर पहुंची तो उसकी मौत हो चुकी थी. मोहित के बहनोई राम किशोर त्रिपाठी का कहना है कि चिनहट पुलिस की बर्बरता से मोहित की मौत हुई. दोषी पुलिसकर्मियो को उसकी सजा मिलनी चाहिए.

इंस्पेक्टर समेत पांच समेत के खिलाफ रिपोर्ट दर्जः मोहित की मौत के बाद गुस्साए परिजनों ने राम मनोहर लोहिया अस्पताल के बाहर रोड जाम कर प्रदर्शन शुरू कर दिया, रोड जाम को ख़त्म कराने के लिए पुलिसकर्मियों से परिजनों की तीखी नोकझोक हुई जिसके बाद लखनऊ कमिश्नरी के पूर्वी जोन के साथ साथ नार्थ,सेंट्रल और साउथ जोन के पुलिस अधिकारियो के साथ 7 थानों की फाॅर्स मौके पर स्थिति को काबू करने के लिए भेजा गया. परिजनों ने मांग की मोहित की लाश को निकाल कर उन्हें दिखाया जाए लेकिन पुलिस ने कानून-व्यवस्था के चलते परिजनों को शव देखने से मना कर दिया गया. इसके बाद रामदेश पांडेय ने चिनहट में तैनात एसएचओ समेत अन्य पुलिसकर्मियो के खिलाफ कार्यवाई की मांग करते हुए दोषियों को सजा देने की मांग की है. वहीं, सुबह आरोपी इंस्पेक्टर समेत पांच के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई. पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.

यह भी पढ़ें : गजब! लखनऊ के पुलिस स्टेशन से दो बाइक चुरा ले गए चोर, पुलिसकर्मियों को भनक तक नहीं लगी

Last Updated : Oct 27, 2024, 5:47 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.