लखनऊ: राजधानी के चिनहट थाना क्षेत्र में शुक्रवार को देर शाम दो पक्षों में विवाद के बाद पुलिस दो भाइयों को थाने ले आई थी. रात में एक भाई की तबीयत अचानक बिगड़ गई. उसे राम मनोहर हास्पिटल भेजा गया, जहां उसकी मौत हो गई. इस घटना के बाद परिजनों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं. मृतक की पत्नी और परिजनों का कहना है कि उन्हें थाने में मिलने तक नहीं दिया गया. परिजनों ने कहा कि पुलिस ने पीटकर मार डाला है. इसके बाद अस्पताल में परिजनों ने काफी हंगामा भी किया.
परिजनों का कहना है कि शुक्रवार देर शाम करीब 9 बजे एक विवाद में दो भाइयों शोभराज व मोहित पांडेय को चिनहट पुलिस कोतवाली लाई थी. चिनहट के देवा रोड स्थित अपट्रान इलाके में नयी बस्ती जैनाबाद गांव में परिवार रहता है. मोहित के बहनोई राम किशोर त्रिपाठी ने बताया कि शनिवार दोपहर 1 बजे तक वे कोतवाली में बैठे रहे, लेकिन मिलने नहीं दिया गया. जब अपने कार्यालय जाने लगे तो रास्ते में फोन आया कि मोहित राम मनोहर लोहिया हास्पिटल में भर्ती है. दोनों भाइयों के मोबाइल पुलिस ने जमा करा लिए थे. घर पर शोभराज की बेटी ने फोन उठाया था. उसी ने मुझे फोन कर बताया कि मोहित चाचा हास्पिटल में हैं. फिर जबरदस्ती कोतवाली के अंदर गया तो वहां मौजूद लेडी कांस्टेबल ने बताया कि मोहित राम मनोहर लोहिया हास्पिटल में है. पुलिस ने मोहित से मिलने नहीं दिया. वहां मौजूद एसआई और थाना प्रभारी ने बदतमीजी से बात की.
मोहित की पत्नी ने बताया कि माल ढुलाई को लेकर कुछ लोगों से विवाद हुआ था. जिस पर दोनो पक्षों द्वारा पुलिस से शिकायत की गई. पुलिस उसके पति और जेठ को लेकर थाने पर चली गई थी. रात भर पति थाने में ही पड़े रहे. दिन में जेठ का फोन आया कि तुम्हारे पति की तबियत बहुत खराब है और वह हास्पिटल में भर्ती है. जब हम लोग हास्पिटल आए तो पता चला कि उनकी मौत हो गई.
इधर मोहित की मौत की खबर फैलते ही अस्पताल में हंगामा मच गया. मृतक के परिजन पुलिस हिरासत में हत्या का आरोप लगाते रहे. कहा कि पुलिस ने मोहित को मार डाला है. अस्पताल में हालात नियंत्रित करने पहुंचे पुलिसकर्मियों से परिजनों की झड़प भी हुई. इस मामले में पुलिस के आलाधिकारियों का कहना है कि मामले की जांच कराई जाएगी.
यह भी पढ़ें : गजब! लखनऊ के पुलिस स्टेशन से दो बाइक चुरा ले गए चोर, पुलिसकर्मियों को भनक तक नहीं लगी