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इस बार बटाईदारों से भी गेहूं खरीदेगी योगी सरकार, जानिए क्या है तैयारी

किसानों को रिझाने की सरकार ने तैयारी कर ली है. इस बार यूपी में योगी सरकार किसानों के साथ बटाईदारों से भी गेहूं खरीदेगी.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Feb 27, 2024, 7:16 PM IST

लखीमपुर खीरी : चुनावी साल में किसानों को रिझाने की सरकार ने तैयारी कर ली है. इस बार यूपी में योगी सरकार किसानों के साथ बटाईदारों से भी गेहूं खरीदेगी. किसानों को शासन की मंशानुरूप न्यूनतम मूल्य समर्थन योजनान्तर्गत (एमएसपी) का लाभ दिलाए जाने के उद्देश्य से जिले के 156 सरकारी क्रय केन्द्रों पर 01 मार्च से गेहूं क्रय शुरू होगा.

डीएम महेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि जिले में न्यूनतम समर्थन मूल्य योजनान्तर्गत (एमएसपी) पर सरकारी क्रय केन्द्रों पर एक मार्च से गेहूं खरीद शुरू होगी. आगामी रबी विपणन वर्ष 2024-25 में न्यूनतम मूल्य समर्थन योजनान्तर्गत गेहूं खरीद में 100 कुन्तल तक बिक्री के लिए मात्रा के सत्यापन की जरूरत नहीं होगी. खरीद सत्र में बटाईदारों के माध्यम से भी गेहूं खरीद की जाएगी. किसानों को छनाई /उतराई के लिए लेबर मद में लिया जाने वाला 20 रुपये प्रति कुन्तल चार्ज एमएसपी के अलावा उनके आधार लिंक बैंक खाते में भेजा जाएगा.

डीएम की अपील, क्रय केंद्रों पर बेचें गेहूं

डीएम ने किसानों से अनुरोध किया है कहा कि न्यूनतम मूल्य समर्थन योजनान्तर्गत (एमएसपी) पर गेहूं खरीद योजना का अधिक से अधिक लाभ उठाने के लिए अधिकाधिक संख्या में पंजीकरण कराएं और सरकारी क्रय केन्द्रों पर गेहूं विक्रय कर 48 घंटे के भीतर अपने आधार लिंक्ड बैंक खाते में भुगतान प्राप्त करें. डीएम ने बताया कि यदि कृषक पंजीयन में किसी भी प्रकार की समस्या आती है तो जनपद में स्थापित कन्ट्रोलरूम नंबर 6396239116, सम्बन्धित तहसील के क्षेत्रीय विपणन अधिकारी या विपणन निरीक्षक से सम्पर्क कर सकते हैं. गेहूं कृषक पंजीयन की प्रक्रिया 01 जनवरी से शुरू है.

156 क्रय केंद्र अनुमोदित

बताते चलें कि खीरी में किसानों की सुविधा के लिए कुल 156 गेहूं क्रय केन्द्र डीएम ने अनुमोदित किए हैं, जो कि गतवर्ष की तुलना में 13 अधिक हैं. जिले में लखीमपुर सदर में 41, गोला 35, पलिया 13, मोहम्मदी 22, मितौली 14, निघासन 12, धौरहरा 19 क्रय केन्द्र स्थापित किए गए हैं. आगामी रबी विपणन वर्ष 2024-25 में न्यूनतम मूल्य समर्थन योजना के तहत गेहूं का समर्थन मूल्य 2275 रुपये प्रति कुन्तल नियत है, जो कि रबी विपणन वर्ष 2023-24 से 150 रुपये प्रति कुन्तल अधिक है.

ऐसे करें किसान रजिस्ट्रेशन

डिप्टी आरएमओ संतोष कुमार पटेल ने बताया कि रबी विपणन वर्ष 2024-25 में न्यूनतम मूल्य समर्थन योजनान्तर्गत क्रय केन्द्रों पर गेहूं विक्रय के लिए कृषक बन्धुओं को खाद्य विभाग के पोर्टल fcs.up.gov.in अथवा विभाग के मोबाइल एप up kisan mitra पर पंजीयन कराना अनिवार्य है. पंजीकृत किसानों से ही गेहूं क्रय किया जाएगा. गेहूं विक्रय के लिए इच्छुक कृषक खरीद प्रारम्भ होने से पूर्व ही पंजीकरण कराएं और न्यूनतम मूल्य समर्थन योजना का लाभ उठाएं. गेहूं विक्रय के लिए किसान किसी भी जनसुविधा केन्द्र, साइबर कैफे या स्वयं से अथवा सरकारी क्रय केन्द्रों पर जाकर निःशुल्क पंजीकरण करा सकते हैं. जिले में स्थित सभी मण्डी समितियों में भी निःशुल्क पंजीयन की व्यवस्था है. रबी विपणन वर्ष 2024-25 में पूर्व में पंजीकरण करा चुके किसानों को गेहूं विक्रय के लिए पुनः पंजीकरण कराने की आवश्यकता नहीं है, परन्तु उक्त पंजीकरण को संशोधित कर पुनः लॉक कराना होगा।.

यह भी पढ़ें : यूपी के कई जिलों में बनेंगे आयुर्वेदिक अस्पताल, मरीजों को राहत देने के लिए योगी सरकार का खास प्लान

यह भी पढ़ें : बहराइच में अखिलेश यादव ने कहा- सरकार की नीयत नहीं थी नौकरी देने की, सपा किसानों के साथ है

लखीमपुर खीरी : चुनावी साल में किसानों को रिझाने की सरकार ने तैयारी कर ली है. इस बार यूपी में योगी सरकार किसानों के साथ बटाईदारों से भी गेहूं खरीदेगी. किसानों को शासन की मंशानुरूप न्यूनतम मूल्य समर्थन योजनान्तर्गत (एमएसपी) का लाभ दिलाए जाने के उद्देश्य से जिले के 156 सरकारी क्रय केन्द्रों पर 01 मार्च से गेहूं क्रय शुरू होगा.

डीएम महेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि जिले में न्यूनतम समर्थन मूल्य योजनान्तर्गत (एमएसपी) पर सरकारी क्रय केन्द्रों पर एक मार्च से गेहूं खरीद शुरू होगी. आगामी रबी विपणन वर्ष 2024-25 में न्यूनतम मूल्य समर्थन योजनान्तर्गत गेहूं खरीद में 100 कुन्तल तक बिक्री के लिए मात्रा के सत्यापन की जरूरत नहीं होगी. खरीद सत्र में बटाईदारों के माध्यम से भी गेहूं खरीद की जाएगी. किसानों को छनाई /उतराई के लिए लेबर मद में लिया जाने वाला 20 रुपये प्रति कुन्तल चार्ज एमएसपी के अलावा उनके आधार लिंक बैंक खाते में भेजा जाएगा.

डीएम की अपील, क्रय केंद्रों पर बेचें गेहूं

डीएम ने किसानों से अनुरोध किया है कहा कि न्यूनतम मूल्य समर्थन योजनान्तर्गत (एमएसपी) पर गेहूं खरीद योजना का अधिक से अधिक लाभ उठाने के लिए अधिकाधिक संख्या में पंजीकरण कराएं और सरकारी क्रय केन्द्रों पर गेहूं विक्रय कर 48 घंटे के भीतर अपने आधार लिंक्ड बैंक खाते में भुगतान प्राप्त करें. डीएम ने बताया कि यदि कृषक पंजीयन में किसी भी प्रकार की समस्या आती है तो जनपद में स्थापित कन्ट्रोलरूम नंबर 6396239116, सम्बन्धित तहसील के क्षेत्रीय विपणन अधिकारी या विपणन निरीक्षक से सम्पर्क कर सकते हैं. गेहूं कृषक पंजीयन की प्रक्रिया 01 जनवरी से शुरू है.

156 क्रय केंद्र अनुमोदित

बताते चलें कि खीरी में किसानों की सुविधा के लिए कुल 156 गेहूं क्रय केन्द्र डीएम ने अनुमोदित किए हैं, जो कि गतवर्ष की तुलना में 13 अधिक हैं. जिले में लखीमपुर सदर में 41, गोला 35, पलिया 13, मोहम्मदी 22, मितौली 14, निघासन 12, धौरहरा 19 क्रय केन्द्र स्थापित किए गए हैं. आगामी रबी विपणन वर्ष 2024-25 में न्यूनतम मूल्य समर्थन योजना के तहत गेहूं का समर्थन मूल्य 2275 रुपये प्रति कुन्तल नियत है, जो कि रबी विपणन वर्ष 2023-24 से 150 रुपये प्रति कुन्तल अधिक है.

ऐसे करें किसान रजिस्ट्रेशन

डिप्टी आरएमओ संतोष कुमार पटेल ने बताया कि रबी विपणन वर्ष 2024-25 में न्यूनतम मूल्य समर्थन योजनान्तर्गत क्रय केन्द्रों पर गेहूं विक्रय के लिए कृषक बन्धुओं को खाद्य विभाग के पोर्टल fcs.up.gov.in अथवा विभाग के मोबाइल एप up kisan mitra पर पंजीयन कराना अनिवार्य है. पंजीकृत किसानों से ही गेहूं क्रय किया जाएगा. गेहूं विक्रय के लिए इच्छुक कृषक खरीद प्रारम्भ होने से पूर्व ही पंजीकरण कराएं और न्यूनतम मूल्य समर्थन योजना का लाभ उठाएं. गेहूं विक्रय के लिए किसान किसी भी जनसुविधा केन्द्र, साइबर कैफे या स्वयं से अथवा सरकारी क्रय केन्द्रों पर जाकर निःशुल्क पंजीकरण करा सकते हैं. जिले में स्थित सभी मण्डी समितियों में भी निःशुल्क पंजीयन की व्यवस्था है. रबी विपणन वर्ष 2024-25 में पूर्व में पंजीकरण करा चुके किसानों को गेहूं विक्रय के लिए पुनः पंजीकरण कराने की आवश्यकता नहीं है, परन्तु उक्त पंजीकरण को संशोधित कर पुनः लॉक कराना होगा।.

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