फिरोजाबाद: यूपी के फिरोजाबाद जिले में दो दिन पहले झोलाछाप डॉक्टर की लापरवाही से एक बालक की मौत हो गई थी. इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने फर्जी डॉक्टरों और क्लीनिकों के खिलाफ अभियान चलाया और बगैर रजिस्ट्रेशन के चल रही इन क्लीनिकों को सील कर दिया. झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ हुई इस कार्रवाई से हड़कंप मचा हुआ है. जिन क्लीनिकों को सील किया गया है उनमें एक नर्सिंग होम भी है. इस नर्सिंग होम के पास भी किसी भी तरह का रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट नहीं था.
फिरोजाबाद जिले के एका इलाके में दो दिन पहले झोलाछाप डॉक्टर के इलाज से 12 साल के बच्चे की मौत हो गई थी. गांव फतेहपुर निवासी संतोष अपने 12 साल के बेटे ललित को पेट में दर्द होने पर इलाज के लिए गांव कुंजपुर में डॉ.मुलायम सिंह के यहां ले गए थे. आरोप है कि डॉक्टर ने ललित को ऐसा इंजेक्शन लगाया कि उसकी मौत हो गई. इस घटना के बाद जमकर हंगामा हुआ था और बाद में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने क्लीनिक को सील कर दिया था.
बच्चे की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली पर सवाल उठे तो डिप्टी एसएमओ डॉ. वीडी अग्रवाल के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कस्बा एका में छापेमारी की. इस दौरान डॉक्टर बंगाली जीपी विश्वास, कृष्णा पाली क्लीनिक, ओम साईं नर्सिंग होम, ओम पैथलॉजी, राम पैथलॉजी को सील कर दिया गया.
यह सभी लोग रजिस्ट्रेशन का कोई कागज नहीं दिखा सके थे. इस दौरान ओम साईं नर्सिंग होम में जो मरीज भर्ती मिले उन्हें स्वास्थ्य केंद्र एका में शिफ्ट करा दिया गया है. डिप्टी सीएमओ ने बताया कि बगैर रजिस्ट्रेशन के चल रहे क्लीनिकों के खिलाफ अभियान आगे भी जारी रहेगा.