नई दिल्ली/नोएडा: ग्रेटर नोएडा यमुना विकास प्राधिकरण ने ऐलान किया है कि वो नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए 40 गांवों का अधिग्रहण करेगी. जिससे
एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी को बेहतर बनाया जा सके. वेयरहाउस, लॉजिस्टिक और नई एक्सप्रेस बनाने के लिए रेजिडेंशियल और इंडियन रेलवे, रेपिड रेल, और मेट्रो रेल के लिए कनेक्टिविटी को जोड़ने के लिए बुलंदशहर के 40 गांव का अधिग्रहण करने का निर्णय यमुना विकास प्राधिकरण ने लिया है.
जानकारी के अनुसार, इस एरिया को डेवलप करने के लिए यमुना विकास प्राधिकरण 77 हजार करोड़ रुपए खर्च करेगी और 5 वर्षों के अंदर इस एरिया को पूरी तरह से डेवलप कर दिया जाएगा. यमुना विकास प्राधिकरण के सीईओ डॉ अरुण वीर सिंह ने बताया कि बुलंदशहर के 55 गांव उनके क्षेत्र में शामिल है. चोला रेलवे लाइन तक इसका विस्तार हो गया है.
उन्होंने कहा, ‘इस एरिया को विकसित करने के लिए और नई एक्सप्रेस वे बनाने के लिए रेजिडेंशियल और इंडियन रेलवे, रेपिड रेल, और मेट्रो रेल के लिए कनेक्टिविटी के लिए 40 गांव में 16 सेक्टर की 1600 हेक्टेयर आपसी सहमति से खरीद ली गई है. किसानों की सहमति से इतनी सारी जमीन खरीदी गई है. जबकि 4,500 हेक्टेयर की जमीन का प्रस्ताव बनाया गया है’.
यह भी पढ़ें- जेवर एयरपोर्ट के पास जमीन दिलाने का झांसा देकर 24 करोड़ की ठगी, आरोपी गिरफ्तार
2041 मास्टर प्लान के मुताबिक चल रही हैं तैयारियां: सीईओ ने बताया कि 350 हेक्टयर पुनग्रहण से जमीन लेंगे. कुल 6,000 प्लस हेक्टेयर जमीन खरीदी जाएगी. इसके लिए 13,000 करोड़ रुपए खर्च होंगे. जबकि 63,000 करोड़ रुपए इस जमीन को डेवलप करने के लिए खर्च किए जाएंगे. 3 सालों के अंदर जमीन का अधिग्रहण कर लिया जाएगा और 5 वर्षों में 77 हजार करोड़ रुपए खर्च इस जमीन को डेवलप कर दिया जाएगा.
यह भी पढ़ें- ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के ओएसडी ने सेक्टर बीटा का किया निरीक्षक, कॉन्ट्रैक्टर को लगाई फटकार