मथुरा: विदेश में रहकर भारत का नाम रोशन करने वाले WWE रेसलर रिंकू सिंह राजपूत बुधवार को धर्म नगरी वृंदावन पहुंचे. जहां उन्होंने बांके बिहारी मंदिर पहुंचकर सेवायत गोस्वामियों के सानिध्य में मंत्रोचारण साथ पूजा अर्चन की. पत्रकारों से रूबरू होते हुए रिंकू सिंह ने कहा कि भारत के साधु संतों और भगवान की कृपा से ऊंचाई प्राप्त होती है. वह जब भी भारत आते हैं तो बांके बिहारी मंदिर जरूर जाते हैं और अपने आराध्य का आशीर्वाद लेते हैं.
रेसलर रिंकू सिंह राजपूत ने बताया कि जीवन में जब भी ऊंचाई प्राप्त होती है तो भारत के साधु संतों और ठाकुर जी की कृपा से प्राप्त होती है. मेरा बहुत सौभाग्य है कि मैं भारत की भूमि पर जब-जब आता हूं तो मुझे बांके बिहारी के दर्शन करने का सौभाग्य प्राप्त होता है. मैं विदेश में हूं तो मुझे ऐसा लगता है, ठाकुर जी दूर हैं लेकिन, भगवान तो सभी जगह होते हैं. वृंदावन की रज लगाने का जो सौभाग्य प्राप्त होता है वह कुछ अलग है.
रिंकू सिंह राजपूत ने कहा कि मुझे ऐसा लगता है कि जब से प्रेमानंद जी महाराज वृंदावन में आए हैं, तब से भारत भूमि के जितने भी युवा हैं, वह सत्य मार्ग पर चल रहे हैं, बढ़ रहे हैं. मैं स्वयं उस तरफ बढ़ रहा हूं.
रिंकू सिंह राजपूत कौन हैं: रिंकू सिंह राजपूत मूल रूप से उत्तर प्रदेश के रविदास नगर जिले के रहने वाले हैं, जिन्हें वीर महान के नाम से भी जाना जाता है. उनका जन्म 8 अगस्त 1988 को हुआ था. उनके पिता ड्राइवर हैं.
रिंकू सिंह राजपूत को बचपन से ही पहलवानी का शौक था. वह डब्ल्यूडब्ल्यूई के मेन रोस्टर रॉ में शामिल हो चुके हैं. उन्होंने जॉन सीना, द ग्रेट खली समेत कई पहलवानों के साथ फाइट की हैं. वह माथे पर त्रिकुंड और भारतीय वेशभूषा के साथ गले में रुद्राक्ष की माला पहनकर रिंग में एंट्री करते हैं.
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