जयपुर. जयपुर की धरा पर योग के महासंगम में लगातार 1611 मिनट तक योग कर विश्व रिकॉर्ड बना है. जयपुर ग्रेटर नगर निगम की पहल पर 51 योग संस्थाओं के करीब एक हजार प्रशिक्षकों, योगाचार्य और योग साधकों ने बिना रुके, बिना थके 1611 मिनट अखंड योग कर यह विश्व कीर्तिमान बनाया है. रविवार सुबह शुरू हुए इस अनवरत योग कार्यक्रम में योग साधकों ने सूर्य नमस्कार, त्रिकोणासन, भुजंगासन, पर्वतासन, दंडासन, शीर्षासन, चतुरंगासान, सेतुबंधासन सहित विभिन्न तरह की योग क्रियाएं की. वहीं, राजस्थान यूनिवर्सिटी और दूसरे योग संस्थाओं के योग साधकों ने भी अपने हुनर का प्रदर्शन करते हुए ऐसे हैरतअंगेज योग किए, जिन्हें देख लोगों ने दांतों तले उंगली दबा ली.
योग कर बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड : अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस से पहले ग्रेटर निगम की मेयर सौम्या गुर्जर की पहल पर 51 योग संस्थाओं के योग साधकों ने 26 घंटे 51 मिनट यानी की 1611 मिनट लगातार अखंडयोग का विश्व रिकॉर्ड बनाया है. अखंड योग का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनने पर मेयर डॉ. सौम्या गुर्जर को इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स का सर्टिफिकेट दिया गया. इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के प्रतिनिधि डॉ. राजा मुकीम ने ये अवार्ड दिया. इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा, यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा और मंत्री अविनाश गहलोत भी मौजूद रहे.
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पहले था ये रिकॉर्ड : डॉ. राजा मुकीम ने बताया कि इस रिकॉर्ड में 51 ग्रुप शामिल हुए थे, जिसमें हर ग्रुप में 15 प्रतिभागी मौजूद थे. जिन्होंने 1500 मिनट का टारगेट लिया था और उससे भी अधिक 1611 मिनट अनवरत योग करते हुए रिकॉर्ड स्थापित किया है. जब भी ग्रुप बदलता था तो इस दौरान 2 मिनट तक दो ग्रुप एक साथ योगाभ्यास करते थे और उसके बाद एक ग्रुप उसमें से हट जाया करता था. इसे लगातार मॉनिटर भी किया गया. उन्होंने बताया कि पिछला जो रिकॉर्ड था, उसमें एक ग्रुप में 5 से 10 पार्टिसिपेंट थे और वो 500 मिनट का रिकॉर्ड था. उसे तोड़ते हुए अब एक छत के नीचे 1500 से ज्यादा मिनट तक योग करने का रिकॉर्ड बना है. इस रिकॉर्ड में हर ग्रुप में 15 पार्टिसिपेंट मौजूद रहे.
योग आयोग के गठन पर होगा विचार : जिस वक्त ये रिकॉर्ड बना उस समय प्रदेश के उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा भी वहां मौजूद रहे. उन्होंने इस रिकॉर्ड पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि इस योगाभ्यास के कार्यक्रम से युवा व बच्चों में जो प्रतिभा थी, वो सामने निकल करके आई है. उन्होंने कहा कि शिक्षा में योग शुरू हो. हर शिक्षण संस्थान में योग का माहौल डेवलप हो और आधा से एक घंटे नियमित योग कार्यक्रम चले. इसके लिए प्रयास किया जाएगा. साथ ही योग आयोग गठन की, जो मांग आई है, उस पर भी विचार कर प्रस्ताव बनाया जाएगा. सरकार के स्तर पर कैबिनेट की बैठक में इसे रखा जाएगा.
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यूडीएच मंत्री ने कही ये बात : वहीं, यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि पैरेंट्स और नए जमाने के खेलों ने बच्चों को मिट्टी की भीनी खुशबू से दूर कर दिया है, जबकि सच्चाई यह है कि मिट्टी के संपर्क से बच्चों को सेहत संबंधी कई फायदे होते हैं. उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजनों से योग के प्रति लोगों में रुचि बढ़ेगी और जब हर व्यक्ति योग के प्रति आकर्षित होगा तो सामान्य बीमारियां लोगों के शरीर से दूर होगी. योग से तन स्वस्थ होगा, तन स्वस्थ होगा तो मन स्वस्थ होगा और मन स्वस्थ होगा तो मस्तिष्क भी स्वस्थ होगा. इससे सकारात्मक विचारों का प्रवाह होगा.
पीएम नरेंद्र मोदी ने जो आजादी के 100 साल से पहले भारत को दुनिया का सबसे विकसित राष्ट्र बनाने का सपना देखा है, वो योग के माध्यम से साकार होगा. वहीं योग आयोग के गठन को लेकर उन्होंने कहा कि इस संबंध में उपमुख्यमंत्री और इस विभाग के प्रभारी मंत्री प्रेमचंद बैरवा से चर्चा हुई है. इस पर मंत्रिमंडल और विधानसभा में चर्चा करके निश्चित रूप से कोई ना कोई सकारात्मक कदम उठाया जाएगा.
वहीं, इस कार्यक्रम की सूत्रधार रही महापौर सौम्या गुर्जर ने कहा कि 1611 मिनट अनवरत योग पर एक विश्व कीर्तिमान हासिल किया है. करीब 1000 योग साधकों ने रविवार सुबह 7 से सोमवार सुबह 9 बजे तक लगातार योगाभ्यास किया और दो से तीन बार योग के इस महायज्ञ में अपने योगासनों की आहुति दी. इनमें कुछ योग साधक स्कूली छात्र भी थे तो कुछ वृद्ध आश्रम से आए 80 वर्षीय बुजुर्ग भी शामिल थे.