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हिमाचल में वन तस्करों पर बड़ी कार्रवाई, 73 स्लीपर्स सहित एक आरा मशीन बरामद - Wooden sleepers recovered - WOODEN SLEEPERS RECOVERED

औट थाना पुलिस और नाचन वन मंडल ने एक शिकायत के आधार पर थाची में दबिश देकर वहां से देवदार के 73 स्लीपर्स सहित एक आरा मशीन और एक प्लेनर को कब्जे में लिया है. आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 379 और वन अधिनियम की धारा 31 और 32 के तहत मामला दर्ज करके आगामी कार्रवाई शुरू कर दी गई है. इस मामले में शिकायतकर्ता ने डाक के माध्यम से एक पत्र एसपी मंडी को भेजकर सुरक्षा की गुहार भी लगाई है.

Wooden sleepers recovered  thachi
मौके से बरामद लकड़ी और आरा मशीन (ईटीवी भारत)
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : May 16, 2024, 1:54 PM IST

मंडी: हिमाचल में वन तस्कर जंगलों को चंद पैसों के लालच में खोखला कर रहे हैं. औट थाना पुलिस और नाचन वन मंडल ने एक शिकायत के आधार पर थाची में दबिश देकर वहां से देवदार के 73 स्लीपर्स सहित एक आरा मशीन और एक प्लेनर को कब्जे में लिया है.

मिली जानकारी के अनुसार थाची के साथ लगते तांदी गांव निवासी ओम प्रकाश पुत्र झाबे राम ने पुलिस और वन विभाग को शिकायत दी थी कि तांदी गांव निवासी चेतन प्रकाश पुत्र नोख सिंह द्वारा अवैध लकड़ी की तस्करी की जा रही है. इसी आधार पर पुलिस और वन विभाग की संयुक्त टीमों ने मौके पर जाकर छापेमारी की तो वहां पाए गए स्लीपरों सहित आरा मशीन और प्लेनर को जब्त कर दिया है.

एसपी मंडी साक्षी वर्मा ने मामले की पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 379 और वन अधिनियम की धारा 31 और 32 के तहत मामला दर्ज करके आगामी कार्रवाई शुरू कर दी गई है.

शिकायतकर्ता को मिल रही धमकियां: इस मामले के शिकायतकर्ता ओप प्रकाश पुत्र झाबे राम ने बताया कि अवैध लकड़ी की तस्करी की शिकायत के बाद पुलिस की ओर से गई कार्रवाई के बाद उसे जान से मारने की धमकियां दी जा रही हैं. इस मामले में शिकायतकर्ता ने डाक के माध्यम से एक पत्र एसपी मंडी को भेजकर सुरक्षा की गुहार भी लगाई है.

वहीं, दूसरी तरफ लोगों ने विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि लंबे समय से अवैध काम चल रहा था, लेकिन विभाग चैन की नींद सोया रहा. वन माफिया लगातार पेड़ों पर कुल्हाड़ी चला रहे हैं और विभाग इन पर नकेल कसने में नाकाम रहा है. अस तरह के अवैध काम पर अगर रोक नहीं लगाई गई तो हिमाचल से जंगल साफ हो जाएंगे. विभाग और पुलिस को इन तस्करों पर लगाम लगानी चाहिए.

मंडी: हिमाचल में वन तस्कर जंगलों को चंद पैसों के लालच में खोखला कर रहे हैं. औट थाना पुलिस और नाचन वन मंडल ने एक शिकायत के आधार पर थाची में दबिश देकर वहां से देवदार के 73 स्लीपर्स सहित एक आरा मशीन और एक प्लेनर को कब्जे में लिया है.

मिली जानकारी के अनुसार थाची के साथ लगते तांदी गांव निवासी ओम प्रकाश पुत्र झाबे राम ने पुलिस और वन विभाग को शिकायत दी थी कि तांदी गांव निवासी चेतन प्रकाश पुत्र नोख सिंह द्वारा अवैध लकड़ी की तस्करी की जा रही है. इसी आधार पर पुलिस और वन विभाग की संयुक्त टीमों ने मौके पर जाकर छापेमारी की तो वहां पाए गए स्लीपरों सहित आरा मशीन और प्लेनर को जब्त कर दिया है.

एसपी मंडी साक्षी वर्मा ने मामले की पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 379 और वन अधिनियम की धारा 31 और 32 के तहत मामला दर्ज करके आगामी कार्रवाई शुरू कर दी गई है.

शिकायतकर्ता को मिल रही धमकियां: इस मामले के शिकायतकर्ता ओप प्रकाश पुत्र झाबे राम ने बताया कि अवैध लकड़ी की तस्करी की शिकायत के बाद पुलिस की ओर से गई कार्रवाई के बाद उसे जान से मारने की धमकियां दी जा रही हैं. इस मामले में शिकायतकर्ता ने डाक के माध्यम से एक पत्र एसपी मंडी को भेजकर सुरक्षा की गुहार भी लगाई है.

वहीं, दूसरी तरफ लोगों ने विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि लंबे समय से अवैध काम चल रहा था, लेकिन विभाग चैन की नींद सोया रहा. वन माफिया लगातार पेड़ों पर कुल्हाड़ी चला रहे हैं और विभाग इन पर नकेल कसने में नाकाम रहा है. अस तरह के अवैध काम पर अगर रोक नहीं लगाई गई तो हिमाचल से जंगल साफ हो जाएंगे. विभाग और पुलिस को इन तस्करों पर लगाम लगानी चाहिए.

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