बलरामपुर रामानुजगंज : कोलकाता में महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या के बाद देश के सभी राज्यों में हॉस्पिटल में काम करने वाली महिला स्टाफ की सुरक्षा को लेकर पर्याप्त उपाय करने के निर्देश दिए गए हैं.
सरकारी और निजी अस्पतालों की हुई मीटिंग : इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ में भी स्वास्थ्य विभाग ने ज्यादातर अस्पतालों को नजदीकी पुलिस थानों से जोड़ने की पहल की है ताकि समय रहते अस्पतालों में मदद पहुंचाई जा सके. बलरामपुर रामानुजगंज जिले में महिला स्टाफ की सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस और अस्पताल प्रबंधन की मीटिंग हुई.जिसमें पुलिस विभाग ने अस्पतालों के लिए निर्देश जारी किए हैं.
'' महिलाओं की सुरक्षा के लिए हॉस्पिटल में क्या व्यवस्था है इस संबंध में ऑनलाइन मीटिंग बुलाई गई थी. जिसमें जिले के सभी सरकारी और निजी अस्पतालों के संचालक शामिल हुए. हॉस्पिटल में महिला सुरक्षा के लिए क्या व्यवस्था है. सीसीटीवी कैमरा लगा है या नहीं, जो गार्ड हैं उनका पुलिस वेरिफिकेशन हुआ है या नहीं इस संबंध में जानकारी ली गई. साथ ही अपील की गई कि अस्पतालों में महिला स्टाफ की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जाए. हॉस्पिटल और पुलिस प्रशासन का वाट्सएप ग्रुप भी बनाया गया है. सेंसिटिव स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे का फोकस होना चाहिए. रात को सोने के लिए पृथक रूम होना चाहिए.'' शैलेन्द्र पांडेय, ASP बलरामपुर
सीसीटीवी और चिली स्प्रे अनिवार्य : पुलिस विभाग के मुताबिक बलरामपुर जिले के सभी सरकारी और निजी चिकित्सा संस्थानों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं. सभी अस्पतालों के सीसीटीवी का सीधा संपर्क नजदीकी थाने और चौकी से होने चाहिए. अस्पतालों में महिला कर्मचारियों को चिली स्प्रे दिया जाए,ताकि वो अपने बचाव में इसका इस्तेमाल कर सके.साथ ही साथ अस्पताल प्रबंधन, महिला स्टाफ और पुलिस के बीच एक वाट्सअप ग्रुप बनाया जाए.ताकि किसी भी समस्या की जानकारी ग्रुप के माध्यम से पहुंच सके.