मंडी: राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत मंडी शहर के ऐतिहासिक सेरी मंच पर सप्ताह में दो दिन सजने वाली ग्रामीण देशी हाट अब स्वरोजगार के नजरिए से आदर्श बनती जा रही है. इस ग्रामीण हाट के सफल संचालन से प्रभावित होकर दूसरे शहरों में भी ऐसी ही हाट चलाने की योजनाएं बनने लग गई हैं. नगर निगम पालमपुर ने अपने शहर में ऐसी ही ग्रामीण हाट सजाने का निर्णय लिया है. इसके लिए नगर निगम पालमपुर ने स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी कुछ महिलाओं को मंडी के भ्रमण पर भेजा था.
इन महिलाओं ने मंडी शहर के सेरी मंच पर सजी ग्रामीण हाट का दौरा किया और इसके संचालन की बारीकियों को जाना. पालमपुर से आई कविता मिन्हास और बीना कुमारी ने बताया कि, 'पालमपुर नगर निगम के तहत 72 स्वयं सहायता समूह हैं, जिनके साथ हजारों महिलाएं जुड़ी हुई हैं. यदि ऐसी ग्रामीण हाट शुरू होती है तो उससे उन्हें रोजगार भी मिलेगा और लोगों को स्थानीय उत्पाद भी उपलब्ध हो पाएंगे.'
मंडी शहर के सेरी मंच पर सजने वाली इस ग्रामीण हाट से स्वरोजगार कमा रही महिलाओं ने पालमपुर से आई महिलाओं का स्वागत किया और उन्हें संपूर्ण जानकारी दी. वहीं, सिड्डू विक्रेता अंजू शर्मा ने बताया कि, 'उन्हें इस बात की खुशी है कि वो किसी को स्वरोजगार के बारे में बता पा रही हैं. यदि पालमपुर में ऐसी ग्रामीण हाट शुरू होती है तो उससे महिलाओं को रोजगार मिलेगा और हमें इस बात की खुशी होगी
नगर निगम के मेयर वीरेंद्र भट्ट ने बताया कि, 'कभी मात्र 5 स्वयं सहायता समूहों के साथ इस ग्रामीण हाट की शुरूआत हुई थी, लेकिन आज 30 स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाएं इसमें अपनी भागीदारी निभाकर आत्मनिर्भर बन रही हैं. अन्य शहरों से भी ऐसी ग्रामीण हाट को संचालित करने का आग्रह किया है, ताकि स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया जा सके. इसके लिए नगर निगम मंडी जल्द ही एक वर्कशॉप का भी आयोजन करेगा.'
बता दें कि राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत मंडी शहर के सेरी मंच पर हर सप्ताह शुक्रवार और शनिवार को ग्रामीण हाट का संचालन होता है. इसमें स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाएं घर पर तैयार उत्पादों को बिक्री के लिए यहां लाती हैं. इसके साथ ही स्थानीय पकवानों की भी इसमें खूब बिक्री होती है.
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