भरतपुर: संभाग के जिलों में एरिया डोमिनेशन की प्रभावी कार्रवाई के बाद अब पुलिस महिला अपराध पर लगाम कसने की तैयारी में है. 6 जिलों में महिला अपराध को कम करने के लिए महिला स्क्वाड को प्रभावित क्षेत्र की गलियों में तैनात किया जाएगा. इतना ही नहीं महिला अपराध से संबंधित सभी पेंडिंग केसों को साथ दिवस के अंदर अनुसंधान कर निस्तारित किया जाएगा और आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया जाएगा. यह बात मंगलवार को भरतपुर संभाग की क्राइम मीटिंग लेने आए एडीजीपी आनंद श्रीवास्तव ने कही.
उन्होंने कहा कि संभाग में सभी तरह के अपराध के खिलाफ आगे भी कार्रवाई जारी रहेंगी. एडीजीपी आनंद श्रीवास्तव ने कहा कि क्राइम मीटिंग में संभाग के सभी जिलों में आईजी राहुल प्रकाश के नेतृत्व में की गई कार्रवाई की समीक्षा की. संभाग में साइबर क्राइम, हत्या, लूट, चोरी जैसे सभी अपराधों की स्थिति जानी और उस पर प्रभावी कार्रवाई के निर्देश दिए.
एडीजीपी आनंद श्रीवास्तव ने बताया कि संभाग में अब महिला अपराध पर प्रभावी लगाम लगानी है. इसके लिए सभी 6 जिलों के स्कूल, कॉलेजों में जागरूकता कार्यक्रम, बच्चियों व युवतियों के लिए आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाए जाएंगे. साथ ही सभी जिलों में महिला पुलिस स्क्वाड को कम से कम 16 घंटे के लिए सड़क और गलियों में तैनात किया जाएगा.
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इतना ही नहीं संभाग में महिला अपराध और उत्पीड़न के दर्ज मामलों को 60 दिवस के अंदर अनुसंधान कर निस्तारित किया जाएगा. साथ ही विशेष अभियान चलाकर महिला अपराध के आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया जाएगा. ताकि संभाग में महिलाओं और बच्चियों के लिए सुरक्षित माहौल तैयार किया जा सके. इसके लिए सभी पुलिस मित्र, सीएलजी सदस्य, एनजीओ आदि को एक मंच पर लाकर संयुक्त कार्रवाई की जाएगी. क्राइम मीटिंग के दौरान भरतपुर, धौलपुर, करौली, सवाई माधोपुर, गंगापुर सिटी और डीग जिले के एसपी मौजूद रहे.