नई दिल्ली: दिल्ली सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग ने महिला हेल्पलाइन नंबर 181 का प्रबंधन अपने हाथ में ले लिया है. इसे पहले दिल्ली महिला आयोग संभालता था. 3 जुलाई, 2024 को शाम 4:58 बजे से हेल्पलाइन नंबर 181 की सेवा शुरू हो गई है, जिसके बाद से आज दोपहर 2 बजे तक कंट्रोल रूम में हेल्पलाइन नंबर 181 पर कुल 1,024 कॉल्स आईं.
एक बयान के मुताबिक, दिल्ली के महिला एवं बाल विकास मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि महिला एवं बाल विकास विभाग के अन्तर्गत महिला हेल्पलाइन 181, दिल्ली में महिलाओं के लिए एक मजबूत सहायता प्रणाली के रूप में फिर से शुरू हो गया है. हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि महिला हेल्पलाइन 181 के जरिये संकटग्रस्त महिलाओं को समय पर और प्रभावी सहायता मिल सके.
दिल्ली सरकार ने जो दिल्ली महिला आयोग की 181 हेल्पलाइन बंद करके ख़ुद चलाने का निर्णय लिया है, इसकी सच्चाई मंत्री कैलाश गहलोत जी द्वारा ट्वीट की गई फोटो से ख़ुद ज़ाहिर होती है। इस हेल्पलाइन को अब आदमी चला रहे हैं। जो लड़कियाँ रेप और तस्करी जैसे जघन्य अपराध रिपोर्ट करने के लिये कॉल… pic.twitter.com/lrF3XPlT0y
— Swati Maliwal (@SwatiJaiHind) July 4, 2024
वहीं, दिल्ली महिला आयोग की पूर्व चेयरपर्सन और आम आदमी पार्टी की राजयसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा, "दिल्ली सरकार ने जो दिल्ली महिला आयोग की 181 हेल्पलाइन बंद करके खुद चलाने का निर्णय लिया है, इसकी सच्चाई मंत्री कैलाश गहलोत द्वारा ट्वीट की गई फोटो से ख़ुद ज़ाहिर होती है. इस हेल्पलाइन को अब आदमी चला रहे हैं. जो लड़कियां रेप और तस्करी जैसे जघन्य अपराध रिपोर्ट करने के लिये कॉल करेंगी, वो तो लड़कों की आवाज सुनके ही फ़ोन रख देंगी! वैसे भी 5 लोगों से हेल्पलाइन नहीं चलती!"
उन्होंने आगे लिखा है, "दिल्ली महिला आयोग की हेल्पलाइन पे रोज 2000 से 4000 कॉल आती थीं जिसको 45 महिला काउंसलर्स सुनती थी. सबके पास सोशल वर्क या साइकोलॉजी में मास्टर्स डिग्री थी. दिनभर कम से कम 20 लड़कियां एक शिफ्ट में हेल्पलाइन चला रही थीं और ग्राउंड पे 136 महिला काउन्सेलर कॉल आने के बाद लड़कियों के पास पहुंचती थी."
उन्होंने लिखा, "सरकार वाली महिला हेल्पलाइन सिर्फ पहले की तरह एक पोस्ट ऑफिस का काम करेगी. केस पुलिस को आगे फॉरवर्ड करेगी. इसीलिए जब 2013 से 2016 तक दिल्ली सरकार के मुख्यमंत्री कार्यालय में ये हेल्पलाइन चलती थी, तब 70 प्रतिशत कॉल पे कोई काम नहीं होता था! ये फोटो दर्शाती है वापस वही हाल होने वाले हैं. महिलाओं का मुद्दा बहुत संवेदनशील होता है. इसको हठ से नहीं, सूझबूझ से चलाना चाहिए. जो सिस्टम अच्छे चल रहे है उनको बंद करके उनपे दिन रात मेहनत करने वाली लड़कियों को बेरोजगार नहीं करना चाहिए."
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उल्लेखनीय है कि महिला हेल्पलाइन 181 का प्रबंधन पहले दिल्ली महिला आयोग द्वारा किया जाता था. लेकिन 4 मई, 2023 को केंद्र सरकार द्वारा मुख्य सचिव को लिखे पत्र में महिला हेल्पलाइन-181 का प्रबंधन दिल्ली सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग को सौंपने को कहा गया था. इसके बाद महिला एवं बाल विकास विभाग ने इस हेल्पलाइन का प्रबंधन अपने हाथों में ले लिया है. महिला हेल्पलाइन नंबर 181 पर हर महीने लगभग 40,000 कॉल आती हैं. यह एक टोल-फ्री, 24 घंटे की दूरसंचार सेवा है, जो महिलाओं को सहायता और जानकारी प्रदान करती है.