नई दिल्ली/गाजियाबाद: स्वास्थ्य विभाग ने गाजियाबाद में एक अल्ट्रासाउंड सेंटर का भंडाफोड़ किया है, जहां पर डॉक्टर के स्थान पर एक महिला अल्ट्रासाउंड कर रही थी. महिला ना तो स्वास्थ्य विभाग में पंजीकृत थी और ना ही उसके पास किसी प्रकार की कोई डिग्री या अनुभव था. फिलहाल अल्ट्रासाउंड मशीन को सील कर दिया गया है. साथ ही अल्ट्रासाउंड सेंटर के संचालक से स्वास्थ्य विभाग ने जवाब तलब किया है.
दरअसल, गाजियाबाद स्वास्थ्य विभाग को लगातार सूचना मिल रही थी कि खोड़ा कॉलोनी स्थित एनसीआर अस्पताल में पंजीकृत डॉक्टर के स्थान पर एक महिला अल्ट्रासाउंड कर रही है है. सूचना के आधार पर पीसीपीएनडीटी के नोडल अधिकारी डॉ अनुराग संयोग, पीसीपीएनडीटी के जिला समन्वयक उमेश कुमार और नायब तहसीलदार सदर की टीम ने अस्पताल पहुंचकर औचक निरीक्षण किया. इस दौरान अल्ट्रासाउंड कक्ष में पहुंचने पर स्वास्थ्य विभाग की टीम चकरा गई.
एनसीआर अस्पताल में डॉ अनुभव चौबे रजिस्टर्ड डॉक्टर हैं. लेकिन स्वास्थ्य विभाग की टीम को डॉ. चौबे के स्थान पर एक महिला अल्ट्रासाउंड करती मिली. महिला द्वारा कई दिनों से पंजीकृत चिकित्सक के स्थान पर अल्ट्रासाउंड किया जा रहा था. डॉ अनुभव चौबे कई दिनों से अस्पताल में अनुपस्थित थे.
गाजियाबाद के मुख्य चिकित्सा अधिकारी अखिलेश मोहन का कहना है कि अस्पताल में महिला द्वारा अल्ट्रासाउंड करने की शिकायत मिली थी. मौके पर जांच करने के लिए स्वास्थ टीम को भेजा गया. आरोप सही जान पाए जाने पर अल्ट्रासाउंड सेंटर को सील किया गया है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा पूरे मामले की जांच की जा रही है, ताकि पता चले की कब से अस्पताल द्वारा मानकों को दरकिनार कर अल्ट्रासाउंड किए जा रहे थे.
सीएमओ का कहना है कि पंजीकृत चिकित्सक के स्थान पर अन्य महिला द्वारा अल्ट्रासाउंड किया जाना खतरनाक है. यदि निजी अल्ट्रासाउंड सेंटर पर जाकर अल्ट्रासाउंड करा रहे हैं तो सेंटर के बाहर लगे डॉक्टर का नाम और फोटो जरूर देखें. अल्ट्रासाउंड कराने से पहले कंफर्म कर लें, की उसी के द्वारा अल्ट्रासाउंड किया जा रहा हो. यदि कोई अन्य व्यक्ति पंजीकृत डॉक्टर के स्थान पर अल्ट्रासाउंड कर रहा है तो स्वास्थ्य विभाग को सूचना जरूर दें.