उन्नाव : जिले के बांगरमऊ नगर के मोहल्ला न्यू कटरा में बीते रविवार रात अंगीठी जलाकर सोई महिला की दो बच्चों समेत मौत हो गई थी. बताया जा रहा है कि अंगीठी के धूएं ने तीनों की जान ले ली. महिला का पति फौज में सुबेदार है और इस समय उसकी तैनाती कश्मीर के राजौरी में है. पुलिस ने तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा. सोमवार देर रात तीनों शव फौजी के पैतृक गांव मुन्नी खेड़ा लाए गए. पत्नी और बच्चों के शव देख फौजी अपनी सुध-बुध खो बैठा. वहीं परिजनों में चीख-पुकार मच गई. पास के गंगा घाट पर तीनों शवों का अंतिम संस्कार किया गया.
फतेहपुर 84 थाना क्षेत्र के ग्राम बरुआ घाट अंतर्गत मजरा मुन्नी खेड़ा निवासी सुंदर सिंह उर्फ नन्हक्के का इकलौता पुत्र आलोक सिंह राजपूत रेजीमेंट में सुबेदार के पद पर तैनात है. फिलहाल आलोक की तैनाती कश्मीर के राजौरी सेक्टर में लगी है. बीते करीब दो वर्ष से आलोक की पत्नी रचना उर्फ नीशू, बेटा अंश उर्फ़ वैभव (7) तथा बेटी वैष्णवी (3) मोहल्ला न्यू कटरा स्थित नवनिर्मित तीन मंजिला मकान में रह रहे थे.
बीते रविवार रात फौजी की पत्नी रचना सिंह अपने पुत्र और पुत्री के साथ निजली मंजिल पर एक कमरे में सोए हुए थे. बेड के बगल में ही फर्श पर कोयले की अंगीठी जल रही थी. सोमवार सुबह पड़ोसी महिला द्वारा गेट खटखटाने के बाद भी कोई प्रतिक्रिया न मिलने पर फौजी का चचेरा भाई किसी तरह छत के सहारे मकान के अंदर पहुंचा. अंदर फौजी की पत्नी रचना, उसकी अबोध बच्ची वैष्णवी के शव बेड पर पड़े हुए थे. जबकि बेटे अंश का शव बेड के नीचे फर्श पर था.
पोस्टमार्टम के बाद फौजी के पिता सुंदर सिंह, चचेरे भाई पंकज सिंह, फौजी के ससुर शिवशंकर सिंह और साले अमरेन्द्र सिंह व शुभम सिंह आदि परिजन सोमवार रात करीब 9 बजे पत्नी और दोनों बच्चों के शव पैतृक गांव मुन्नी खेड़ा लेकर पहुंचे. खबर फैलते ही हजारों ग्रामीणों का हुजूम उमड़ पड़ा. मां और दोनों बच्चों के शव देख लोग अपने आंसू नहीं रोक सके. शव गांव लाए जाते ही फौजी की मां प्रतिमा सिंह, बहनें मधू सिंह व महिमा सिंह तथा मृतका रचना की मां मुन्नी देवी सहित परिवार की सभी महिलाएं दहाड़े मारकर रोने-बिलखने लगीं.