सूरजपुर : नगर पालिका सूरजपुर के अधिकारियों सहित रैनबसेरा स्टाफ पर एक महिला से मारपीट करने का मामला सामने आया है. इस घटना की शिकायत दर्ज कराने पहुंची महिला ने सूरजपुर कोतवाली थाना के बाहर घण्टों हाई वोल्टेज ड्रामा किया. जिसके चलते सड़क के दोनों ओर जाम की स्थिति बनी रही. हालांकि, पुलिस ने महिला को समझाइश देकर उसे शांत किया और जाम को क्लियर कराया.
जानिए विवाद की वजह : पुलिस के मुताबिक, ओडिशा की रहने वाली महिला बबिता अंजिलकर का आरोप है कि वह सर्कस की कर्मचारी थी. सर्कस के दौरान चोट लगने की वजह से उसे सर्कस के काम से निकाल दिया गया था. वह अपना बकाया पैसा लेने के लिए सर्कस मालिक की तलाश में सूरजपुर पहुंची थी. लेकिन देर रात हो जाने पर रैनबसेरा में ठहरी थी. जहां उससे ज्यादा शुल्क लिया गया. महिला ने इसकी शिकायत कलेक्टर से की तो नगर पालिका अधिकारी सहित स्टाफ ने उसके बच्चे के साथ मारपीट किया है.
रैनबसेरा में ठहरने के लिए पहले दिन 100 रुपया लिया गया. उसके दूसरे दिन उन्होंने कहा कि आप लोग 2 लोग हो तो एक दिन का अब 200 रुपया लगेगा. मेरा कोई कमाई नहीं है, मैं विकलांग हूं. पुलिस अभी हमें यहां से निकालकर अब दूसरा जगह रखने की बात कह रही है : बबीता, पीड़ित महिला
सखी सेंटर या नारी निकेतन में रखने की तैयारी : सूरजपुर कोतवाली थाना प्रभारी विमलेश दुबे ने बताया कि महिला चाहती थी कि पुलिस जाकर नगर पालिका और रैनबसेरा वालों पर दबाव बनाए कि उसे बिना शुल्क के वहां रहने दें. लेकिन यह पुलिस के अधिकार क्षेत्र से बाहर है, यह बताया गया है. ऐसा नहीं करने पर महिला नेशनल हाइवे पर हंगामा करने लगी. जिससे वहां जाम लगा गया और दुर्घटना की संभावना भी थी. इसलिए महिला को वहां से हटाया गया.
महिला एवं बाल विकास और सखी सेंटर या नारी निकेतन में रहने की जरूरी मदद किया जाना है. इस संबंध में संबंधित विभाग से संपर्क किया गया है, वो सहयोग करने को तैयार भी है. महिला को समझाइश दी जा रही है. बाकी जो इनकी शिकायत है, उस पर नियामानुसार कार्रवाई किया जाएगा : विमलेश दुबे, टीआई, कोतवाली थाना
सूरजपुर पुलिस महिला की लिखित शिकायत पर जांच कर रही है और दोषी पाए जाने पर कार्रवाई करने की बात कही है. फिलहाल, पुलिस ने महिला को सखी सेंटर या नारी निकेतन में ठहराने की व्यवस्था के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग से संपर्क किया है.