नई दिल्ली: दिल्ली के द्वारका में गुरुवार को निर्माणाधीन अल्पताल की दीवार गिरने से एक महिला मजदूर की मौत हो गई थी, जबकि मलबे के नीचे दबकर आठ मजदूर घायल हो गए थे. पुलिस FIR दर्ज कर इस मामले की जांच कर रही है. इसी बीच मृतक महिला मजदूर के पति संतोष का चौंकाने वाला बयान सामने आया है. संतोष ने बताया कि ठेकेदार और मालिक द्वारा मजदूरों पर देर रात तक जबरन ओवरटाइम काम करने का दबाव डाला जाता था. मना करने पर काम से हटाने या फिर दिहाड़ी मजदूरी काटने की धमकी दी जाती थी.
बेटी की शादी के लिए इकट्ठा कर रहे थे पैसे: संतोष ने बताया कि वे अपनी पत्नी नमली देवी के साथ पिछले दो महीने से यहां अस्पताल के निर्माण कार्य में मजदूरी कर रहे थे. झांसी के रहने वाले संतोष के तीन बच्चे हैं और तीनों गांव में रहते है. बच्चों के बेहतर पालन पोषण और बेटी की शादी के लिए दोनों पति-पत्नी यहां मजदूरी का काम कर पैसा इकट्ठा कर रहे थे, लेकिन इस दर्दनाक हदसे ने उन्हे झकझोर कर रख दिया है. संतोष का कहना है कि उन्हें समझ में नहीं आ रहा कि बच्चों को उनकी मां की मौत की खबर दें तो कैसे दें.
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पहले भी गिर चुकी है अस्पताल की दीवार: बातचीत के दौरान संतोष ने यह भी बताया कि कुछ दिन पहले भी इस निर्माणाधीन अस्पताल की दीवार गिर गई थी. लेकिन उस दौरान किसी को चोट नहीं लगी थी. फिलहाल इस घटना में घायल सभी मजदूरों का इलाज अलग-अलग अस्पताल में चल रहा है. वहीं, मृतक महिला मजदूर के शव का आज पोस्टमार्टम होगा और फिर उनके पति को सौंप दिया जाएगा. इस मामले में पुलिस का कहना है कि आज सभी घयाल मजदूरों का बयान लिया जाएगा. इसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
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