कानपुर : यूपी के कानपुर जिले से बेहद हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. दीपावली के बाद भाई दूज पर अपने भाइयों का टीका करने के लिए बहन अपने बच्चों के साथ गांव पहुंची. गांव पहुंचते ही वह एकदम हैरान रह गई. इस दौरान उसे जानकारी हुई कि जिन भाइयों का टीका करने के लिए वह आई है, वह उसके ही अपहरण के आरोप में जेल में हैं. भाइयों के जेल जाने के बाद से माता-पिता भी इधर-उधर भाग रहे हैं. एडीजी जोन के निर्देश पर क्राइम ब्रांच के द्वारा इस पूरे मामले की जांच की जा रही है. फिलहाल पुलिस ने अब इस मामले में महिला को बच्चों के साथ हिरासत में लिया है. पुलिस दोनों को हाईकोर्ट में पेश करके इनके बरामद होने के दस्तावेज पेश करेगी.
शहर के शिवराजपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत रहने वाले श्याम नारायण अग्निहोत्री की शादी कुछ साल पहले रनिया के रहने वाली राखी से हुई थी. उनके तीन बच्चे हैं. बीते साल 2023 मई के महीने में अचानक राखी घर से बच्चों के साथ गायब हो गई थी. पत्नी और बच्चों के घर से अचानक गायब हो जाने पर श्याम नारायण ने अपने ससुरालीजनों पर पत्नी और बच्चों का अपहरण का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद पुलिस ने पूरे मामले को लेकर जांच पड़ताल शुरू कर दी थी. महिला और बच्चों का कुछ पता न चलने पर पुलिस ने इस मामले में फाइनल रिपोर्ट लगा दी थी.
श्याम नारायण ने इसके बाद जुलाई 2024 में हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. हाईकोर्ट ने इस मामले में अगस्त में कानपुर पुलिस कमिश्नर को तलब कर लिया था और जांच में लापरवाही मानते हुए इंस्पेक्टर शिवकुमार पटेल को सस्पेंड कर दिया गया. इस पूरे मामले की जांच नए सिरे से नए इंस्पेक्टर सुबोध कुमार को दी गई थी. पुलिस ने इस मामले में फाइनल रिपोर्ट को निरस्त किया और राखी के भाई राजू और अशोक को अगस्त 2024 को जेल भेज दिया.
इसके बाद भी जब महिला का कुछ पता नहीं चला तो इंस्पेक्टर सुबोध कुमार को भी जांच से हटा दिया गया और फिर जांच इंस्पेक्टर बृजेश सिंह को ट्रांसफर की गई, वह भी काफी समय के बाद भी महिला को खोज नहीं पाए. इसके बाद एक बार फिर इस पूरे मामले की जांच इंस्पेक्टर अरविंद सिंह को सौंपी गई. वह भी महिला की खोजबीन में लगे हुए थे कि तभी उन्हें जानकारी हुई की महिला भाई दूज पर अपने घर पहुंची है. राखी के पति श्याम नारायण ने उसके दो भाई व रिश्तेदार को आरोपी बनाया था. भाइयों की गिरफ्तारी के बाद से माता-पिता और रिश्तेदार भी काफी समय से फरार हैं, वही दोनों भाई अभी भी जेल में हैं.
दीपावली के बाद भाई दूज पर जब राखी अपने भाइयों को टीका करने के लिए मायके पहुंची तो हर कोई हैरान रह गया क्योंकि उसे इस बात की बिल्कुल भी जानकारी नहीं थी कि जिन भाइयों का टीका करने के लिए वह अपने मायके आई है, वह काफी समय से जेल में बंद हैं, वहीं करीब 1 साल से पुलिस राखी की तलाश कर रही है, लेकिन उसका कुछ भी पता नहीं चल रहा था. ऐसे में जब पुलिस को इस बात की सूचना मिली कि राखी अपने मायके आई हुई है तो पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची और फिर महिला और बच्चों को लेकर थाने आ गई.
इस पूरे मामले में एडीसीपी वेस्ट विजेंद्र द्विवेदी ने बताया कि, 1 साल पहले महिला अपने बच्चों के साथ घर से चली गई थी. इस पूरे मामले को लेकर पति के द्वारा अपने ससुरालीजनों पर अपहरण का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज करवाया गया था. महिला के दो भाई जेल में बंद हैं. पुलिस को महिला अपने बच्चों के साथ मिल गई है, इन्हें कोर्ट में पेश करने के बाद अब आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी. उनका कहना है कि महिला का पति श्याम नारायण उसे काफी प्रताड़ित करते थे, इसी बात से त्रस्त होकर महिला अपने पति को छोड़कर बच्चों के साथ चली गई थी. इस पूरे मामले में महिला की ओर से अगर तहरीर दी जाती है तो उसके आधार पर सख्त कार्यवाही की जाएगी. साथ ही बहन के बयानों के आधार पर जेल में बंद भाइयों को भी बाहर निकाला जाएगा.
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