महासमुंद: निजी अस्पताल में डिलीवरी के लिए भर्ती हुई महिला की मौत हो गई. परिजनों का आरोप है कि इलाज में लापरवाही के चलते महिला की जान गई. परिवार वालों का ये भी आरोप है कि महिला बच्ची को जन्म देने के बाद बिल्कुल स्वस्थ थी. बच्चे को जन्म देने के बाद वो बातचीत में भी कर रही थी. लेकिन अगले ही दिन महिला की मौत हो गई. परिजन मृत मरीज को देखने कि जिद करते रहे लेकिन उसे देखने की इजाजत अस्पताल ने नहीं दी. आरोप है कि मरीज की पहले ही मौत हो चुकी थी इसके बावजूद परिजनों को इस बात की जानकारी नहीं दी गई.
डिलीवरी के बाद बाद महिला की मौत पर सवाल: महिला की मौत के बाद नाराज परिजनों ने अस्पताल गेट के बाहर बैठकर प्रदर्शन किया. पीड़ित परिवार ने इस बात की शिकायत पुलिस से भी की है. परिजनों का कहना है कि उन्होने महिला पिंकी प्रधान को 28 तारीख को अस्पताल में भर्ती कराया था. बच्चे के जन्म के बाद महिला की तबीयत पूरी तरह से ठीक थी. रात के वक्त अचानक महिला की तबीयत खराब हो गई. परिजनों का कहना है कि रात के वक्त ही महिला की मौत हो गई लेकिन अस्पताल ने उनको इस बात की जानकारी सुबह में दी. परिवार वालों का आरोप है कि अस्पताल हमेशा से ही मरीज की मौतों को लेकर विवादों में रहा है.
''मैंने पत्नी को डिलीवरी के लिए यहां भर्ती कराया था. बच्ची का जन्म भी ठीक से हुआ. पत्नी भी बातचीत कर रही थी. किसी भी तरह की कोई दिक्कत नहीं थी. अचानक से फोन आया कि पत्नी की मौत हो गई है. अस्पताल के डॉक्टरों ने इलाज में लापरवाही बरती है जिससे उसकी जान गई''. - दिनेश प्रधान, पति
''जांच में मरीज की मौत जरुरत से ज्यादा खून बह जाने के कारण हुआ है''. - डा.पी कुदेशिया, मुख्य चिकित्सा अधिकारी
''परिजनों ने इलाज में लापरवाही बरते जाने की शिकायत की है. जांच के बाद जो भी उचित कार्रवाई होगी वो की जाएगी''. - प्रतिभा पांडेय, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक
अस्पताल को सील करने की मांग: मृतक मरीज के परिजन लगातार ये मांग कर रहे थे कि अस्पताल को सील किया जाए. परिजनों का ये भी आरोप है कि पूर्व में भी इस अस्पताल में कई मरीजों की मौत इलाज में लापरवाही के चलते हो चुकी है.