रायपुर : छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र 2024 की शुरुआत सोमवार 16 दिसंबर से हो गई है. आज शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन सदन में अस्पतालों में फायर सेफ्टी और नक्सल मुद्दों को लेकर पक्ष विपक्ष में तीखी बहस देखने को मिली है.
फायर सेफ्टी को लेकर सवाल जवाब : गुरुवार को छग विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विधायक धर्मजीत सिंह ने स्वास्थ्य मंत्री से प्रदेश के अस्पतालों में फायर सेफ्टी को लेकर सवाल पूछा. स्वास्थ्य मंत्री ने उनके सवालों का जवाब दिया. लेकिन धर्मजीत सिंह जवाब से नाखुश दिखे. जिसके बाद अस्पतालों में फायर सेफ्टी से संबंधित कई पहलुओं को लेकर दोनों के बीच बहस देखने को मिली.
नक्सल मुद्दों को लेकर हंगामें के आसार : इसके बाद डिप्टी सीएम विजय शर्मा से अबूझमाड़ में नक्सल मुठभेड़ के दौरान ग्रामीणों के घायल होने के आरोपों को लेकर सवाल किया गया, जिस पर गृहमंत्री विजय शर्मा ने जवाब दिया. लेकिन विपक्ष उनके जवाब से असंतुष्ट दिखा और फिर सदन में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच काफी गहमा गहमी देखने को मिली.
वनाधिकार को लेकर ध्यानाकर्षण : इसके बाद वित्तमंत्री ओपी चौधरी, पिछड़ा वर्ग व अल्पसंख्यक विकास मंत्री रामविचार नेताम और राजस्व व आपदा मंत्री टंकराम पत्रों को पटल पर रखेंगे. इसके बाद पुन्नूलाल मोहले नेशनल हाइवे 130 (अ) से प्रभावितों को मुआवजा नहीं देने और भूपेश बघेल बस्तर संभाग अंतर्गत वनाधिकार पट्टा नहीं देने को लेकर ध्यानाकर्षण करेंगे. इसके बाद अलग अलग विषयों से जुड़ी 7 याचिकाएं सदन के पटल पर रखी जाएगी.
पहला और दूसरा दिन रहा हंगामेदार : शीतकालीन सत्र के पहले दिन सदन में गलत तरीके से पट्टा वितरण और सरकारी जमीन में कब्जा करने के मुद्दे पर चर्चा हुई. वहीं, दूसरे दिन जल जीवन मिशन के कार्यों में लापरवाही की शिकायतों और स्मार्ट सिटी परियोजना रायपुर को लेकर सवाल जवाब हुए.