रांची: झारखंड के पहले चरण का लोकसभा चुनाव राजनीतिक मायनों से काफी अहम है. यही वजह है कि सोमवार 13 मई को मतदान समाप्त होने के बाद से राजनीतिक दलों के द्वारा शुरू हुआ आकलन का दौर खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. झारखंड की सभी 14 सीट जीतने का लक्ष्य लेकर चुनाव मैदान में उतरी बीजेपी को झटका देने के लिए इंडिया गठबंधन ने कोई कसर नहीं छोड़ा है.
हालांकि बीजेपी को उम्मीद है कि आखिरकार सिंहभूम, खूंटी, पलामू और लोहरदगा की जनता जरूर मोदीजी के प्रति विश्वास जताते हुए जीत दर्ज करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है. बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता अनिमेष कुमार सिंह कहते हैं कि पहले चरण के चुनाव में जनता का उत्साह देखने लायक थी जिसका फायदा बीजेपी को मिलेगा और सभी चारों सीट जीतने में हम सफल होंगे.
बीजेपी के दावे पर पलटवार करते हुए कांग्रेस प्रदेश महासचिव राकेश सिन्हा कहते हैं कि जिस तरह से जनता ने अपना मत देकर मोदी सरकार के खिलाफ मतदान किया है उससे साफ जाहिर होता है कि न केवल इन चारों सीटों पर बल्कि झारखंड की सभी 14 सीटों पर बीजेपी का खाता नहीं खुलने वाला है.
मतदान में शहरी मतदाता की अपेक्षा ग्रामीणों में अधिक उत्साह
पहले चरण के लोकसभा चुनाव के दरमियान सोमवार को ग्रामीण क्षेत्रों में शहरी क्षेत्रों की तुलना में मतदाताओं का उत्साह चरम पर दिखा. यही वजह है कि शहरी क्षेत्र की तुलना में ग्रामीण क्षेत्रों में मतदान अधिक हुए हैं. चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक सोमवार को हुए मतदान में चारों विधानसभा क्षेत्र में ओवरऑल 65.31 प्रतिशत मतदान हुआ है जिसमें सर्वाधिक खूंटी में वोटिंग हुई. सिंहभूम की बात करें तो यहां चाईबासा और सरायकेला के दुर्गम क्षेत्र में लोगों ने जमकर वोटिंग की. आंकड़ों के मुताबिक चाईबासा में 71.19 % और सरायकेला में 70.94% लोगों ने मतदान किया है.
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