गौरेला पेंड्रा मरवाही: प्रदेश का मरवाही वन मंडल बियर लैंड के नाम से प्रसिद्द है. मरवाही वन मंडल के पेण्ड्रा वन परिक्षेत्र में गुरुवार की सुबह तड़के एक सफेद भालू का शावक बीमार हालात में ग्रामीणों को मिला. गांववालों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी. सूचना मिलते ही वन अमला मौके पर पहुंचा और ग्रामीणों की मदद से सफेद भालू की देखरेख शुरु की. मौके पर पशु चिकित्सकों को भी बुलाया गया है, जो भालू के इलाज में जुटी हुई है.
अस्वस्थ हालत में मिला भालू का बच्चा: यहां पेण्ड्रा वन परिक्षेत्र के महोरा गांव पहुंच मार्ग पर एक सफेद भालू का शावक ग्रामीणों को मिला. ग्रामीणों ने भालू के शावक को देखा तो उन्हें वो अस्वस्थ और अचेत अवस्था में लगा. पहले तो ग्रामीणों ने काफी समय तक वन कर्मचारियो से संपर्क करने की कोशिश की. उसके बाद देरी होने पर ग्रामीणों ने खुद सफेद भालू के बच्चे को प्लास्टिक के बर्तन में पानी पिलाया. देखने में भालू अस्वस्थ लग रहा था.
डॉक्टरों कर रहे भालू का स्वास्थ्य परीक्षण: ग्रामीणों के मुताबिक, भालू को तत्काल मेडिकल की आवश्यकता थी. ग्रामीणो की सूचना पर 112 की टीम मौके पर पहुंची और वन अधिकारियों को बुलाया गया. वन विभाग के अधिकारियों ने भालू का रेस्क्यू किया और जिस सड़क के किनारे भालू मिला उस सड़क पर दोनों ओर से यातायात रोक कर भालू की निगरानी की. पशु चिकित्सकों की टीम को भी बुलाया गया, डॉक्टरों ने भालू का स्वास्थ्य परीक्षण किया.
"सफेद भालू का शावक स्वास्थ्य है और शायद परिजनों से बिछड़ गया है. इसी वजह से थोड़ा सुस्त नजर आ रहा है. फिलहाल, भालू काफी थक गया है, जिसके लिए डॉक्टरों की सलाह पर भालू को शहद और तरबूज खिलाया जा रहा है." - डॉ चंदन सिंह, पशु चिकित्सक
वन अधिकारियों के अनुसार, भालू अपने परिजनों से बिछड़ गया है. जिसके चलते उन्होंने उस सड़क पर यातायात रोक कर भालू के बच्चे पर दूर से नजर बनया हुआ है. उसे उसके परिजनों से मिलाने का प्रयास किया जा रहा है. पिछले दिनों एक वीडियो सामने आया था, जिसमें एक काले रंग की मादा भालू अपने दो सफेद शावकों को पीठ में बैठकर जाते दिखाई दे रही थी. माना जा रहा है कि यह भालू का बच्चा उसी मादा का बच्चा है.