ETV Bharat / state

यूपी के 7 जिले क्यों जोड़ना चाहती योगी सरकार?, क्या है पूरा प्लान - UP GOVERNMENT NEWS

योगी सरकार आज की कैबिनेट मीटिंग में इस अहम प्रस्ताव पर हो सकती है चर्चा.

up yogi government news.
क्या योगी सरकार आज लेगी अहम फैसला. (photo credit: mapsofindia.)
author img

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jan 22, 2025, 1:01 PM IST

Updated : Jan 22, 2025, 1:39 PM IST

प्रयागराजः योगी सरकार के 54 मंत्री आज प्रयागराज में अहम कैबिनेट मीटिंग में हिस्सा ले रहे हैं. इस मीटिंग में वैसे तो कई प्रस्तावों पर चर्चा होगी. इन प्रस्तावों में एक ऐसा भी प्रस्ताव है जो 2.38 करोड़ लोगों पर असर डालेगा. यह प्रस्ताव है प्रयागराज और वाराणसी को मिलाकर एक धार्मिक सर्किट तैयार करने का. यह प्रस्ताव नीति आयोग की सिफारिश पर आधारित है. चलिए जानते हैं इसके बारे में.

आज की मीटिंग में हो सकती है चर्चाः दरअसल, सीएम योगी की अध्यक्षता में प्रयागराज में होने वाली आज अहम कैबिनेट बैठक में प्रयागराज और वाराणसी को मिलाकर एक डेवलपमेंट अथॉरिटी बनाने के प्रस्ताव पर चर्चा हो सकती है. इस प्रस्ताव में एक ऐसा धार्मिक सर्किट तैयार करने को हरी झंडी मिल सकती है जिसमें छह जिले शामिल हो सकते हैं.

धार्मिक सर्किट क्या है- दरअसल नीति आयोग ने वाराणसी और प्रयागराज को जोड़कर एक नया पर्यटन सर्किट बनाने का प्रस्ताव दिया था. इस प्रस्ताव में प्रयागराज, वाराणसी, चंदौली, गाजीपुर, जौनपुर, मिर्जापुर और भदोही को शामिल किया गया है. ये सभी जिले धार्मिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण हैं. इन सभी को मिलाकर क्षेत्रीय विकास प्राधिकरण गठित किए जाने का प्रस्ताव है. इस योजना से सीधे तौर पर 2.38 करोड़ से अधिक लोगों पर प्रभाव पड़ सकता है. योगी सरकार इस प्रस्ताव पर चर्चा कर सकती है. यह धार्मिक सर्किट 22 हजार किमी. क्षेत्र में फैला होगा.

धार्मिक सर्किट के फायदे क्या हैं?

  • पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए कई योजनाएं आएंगी.
  • सभी जिलों में विकास कार्य ज्यादा होंगे.
  • धार्मिक स्थलों को संवारने पर ज्यादा जोर रहेगा.
  • सुरक्षा और संसाधन बढ़ाए जाएंगे.
  • परिवहन के साधन बेहतर होंगे.
  • सरकारी सुविधाओं में इजाफा होगा.
  • सरकारी खजाने में भी बढ़ोत्तरी होगी.


आम लोगों को क्या फायदा?

पर्यटन बढ़ने से रोजगार बढ़ेंगे.

  • स्थानीय कारोबार में इजाफा होगा.
  • धार्मिक स्थलों की आय बढ़ेगी.
  • रोजगार के लिए पलायन नहीं होगा.
  • सरकार की ओर से कई सहूलियतें दी जाएंगी.
  • इंफास्ट्रक्चर सुधरेगा.



अयोध्या बड़ा उदाहरणः बीते एक साल में राम मंदिर की स्थापना के साथ ही देश भर से भक्तों के पहुंचने का सिलसिला जारी है. यहां भक्तों की संख्या करोड़ों में पहुंच चुकी है. भक्तों की संख्या बढ़ने से न केवल अयोध्या में रोजगार बढ़े हैं बल्कि स्थानीय कारोबार में भी इजाफा हुआ है. राम मंदिर की वजह से जिले के साथ ही प्रदेश की सरकार को बड़ा फायदा मिला है. सरकार की मंशा है कि अयोध्या आने वाले भक्त वाराणसी, मथुरा के साथ ही प्रयागराज और अन्य ऐसे जिले जहां कम पर्यटन हैं वहां भी घूमने जाएं ताकि वहां का पर्यटन रफ्तार पकड़ सके. इससे स्थानीय लोगों को बड़े स्तर पर फायदा मिलेगा. प्रदेश की इकोनॉमी में भी बूस्ट आ सकता है. अगर इस प्रस्ताव को योगी कैबिनेट ने मंजूरी दी तो बड़ी आबादी को इसका फायदा मिल सकता है.


ये भी पढ़ेंः महाकुंभ 2025; अमृत स्नान के बाद इन 9 स्थानों पर जरूर घूमें, पता चलेगा क्यों प्रयागराज को कहते हैं तीर्थराज?

ये भी पढ़ें: महाकुंभ 2025; उद्योगपति और राज्यसभा सांसद सुधा मूर्ति ने संगम में लगाई आस्था की डुबकी, कहा- मांगी थी मन्नत

प्रयागराजः योगी सरकार के 54 मंत्री आज प्रयागराज में अहम कैबिनेट मीटिंग में हिस्सा ले रहे हैं. इस मीटिंग में वैसे तो कई प्रस्तावों पर चर्चा होगी. इन प्रस्तावों में एक ऐसा भी प्रस्ताव है जो 2.38 करोड़ लोगों पर असर डालेगा. यह प्रस्ताव है प्रयागराज और वाराणसी को मिलाकर एक धार्मिक सर्किट तैयार करने का. यह प्रस्ताव नीति आयोग की सिफारिश पर आधारित है. चलिए जानते हैं इसके बारे में.

आज की मीटिंग में हो सकती है चर्चाः दरअसल, सीएम योगी की अध्यक्षता में प्रयागराज में होने वाली आज अहम कैबिनेट बैठक में प्रयागराज और वाराणसी को मिलाकर एक डेवलपमेंट अथॉरिटी बनाने के प्रस्ताव पर चर्चा हो सकती है. इस प्रस्ताव में एक ऐसा धार्मिक सर्किट तैयार करने को हरी झंडी मिल सकती है जिसमें छह जिले शामिल हो सकते हैं.

धार्मिक सर्किट क्या है- दरअसल नीति आयोग ने वाराणसी और प्रयागराज को जोड़कर एक नया पर्यटन सर्किट बनाने का प्रस्ताव दिया था. इस प्रस्ताव में प्रयागराज, वाराणसी, चंदौली, गाजीपुर, जौनपुर, मिर्जापुर और भदोही को शामिल किया गया है. ये सभी जिले धार्मिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण हैं. इन सभी को मिलाकर क्षेत्रीय विकास प्राधिकरण गठित किए जाने का प्रस्ताव है. इस योजना से सीधे तौर पर 2.38 करोड़ से अधिक लोगों पर प्रभाव पड़ सकता है. योगी सरकार इस प्रस्ताव पर चर्चा कर सकती है. यह धार्मिक सर्किट 22 हजार किमी. क्षेत्र में फैला होगा.

धार्मिक सर्किट के फायदे क्या हैं?

  • पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए कई योजनाएं आएंगी.
  • सभी जिलों में विकास कार्य ज्यादा होंगे.
  • धार्मिक स्थलों को संवारने पर ज्यादा जोर रहेगा.
  • सुरक्षा और संसाधन बढ़ाए जाएंगे.
  • परिवहन के साधन बेहतर होंगे.
  • सरकारी सुविधाओं में इजाफा होगा.
  • सरकारी खजाने में भी बढ़ोत्तरी होगी.


आम लोगों को क्या फायदा?

पर्यटन बढ़ने से रोजगार बढ़ेंगे.

  • स्थानीय कारोबार में इजाफा होगा.
  • धार्मिक स्थलों की आय बढ़ेगी.
  • रोजगार के लिए पलायन नहीं होगा.
  • सरकार की ओर से कई सहूलियतें दी जाएंगी.
  • इंफास्ट्रक्चर सुधरेगा.



अयोध्या बड़ा उदाहरणः बीते एक साल में राम मंदिर की स्थापना के साथ ही देश भर से भक्तों के पहुंचने का सिलसिला जारी है. यहां भक्तों की संख्या करोड़ों में पहुंच चुकी है. भक्तों की संख्या बढ़ने से न केवल अयोध्या में रोजगार बढ़े हैं बल्कि स्थानीय कारोबार में भी इजाफा हुआ है. राम मंदिर की वजह से जिले के साथ ही प्रदेश की सरकार को बड़ा फायदा मिला है. सरकार की मंशा है कि अयोध्या आने वाले भक्त वाराणसी, मथुरा के साथ ही प्रयागराज और अन्य ऐसे जिले जहां कम पर्यटन हैं वहां भी घूमने जाएं ताकि वहां का पर्यटन रफ्तार पकड़ सके. इससे स्थानीय लोगों को बड़े स्तर पर फायदा मिलेगा. प्रदेश की इकोनॉमी में भी बूस्ट आ सकता है. अगर इस प्रस्ताव को योगी कैबिनेट ने मंजूरी दी तो बड़ी आबादी को इसका फायदा मिल सकता है.


ये भी पढ़ेंः महाकुंभ 2025; अमृत स्नान के बाद इन 9 स्थानों पर जरूर घूमें, पता चलेगा क्यों प्रयागराज को कहते हैं तीर्थराज?

ये भी पढ़ें: महाकुंभ 2025; उद्योगपति और राज्यसभा सांसद सुधा मूर्ति ने संगम में लगाई आस्था की डुबकी, कहा- मांगी थी मन्नत

Last Updated : Jan 22, 2025, 1:39 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.