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यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा का पेपर क्या हो गया है लीक? जानिए UPPPRB की क्या है प्रतिक्रिया - यूपी एसटीएफ

यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा 17 व 18 फरवरी को सभी 75 जिलों (Up police constable recruitment) में परीक्षा आयोजित की गईं. इस दौरान गड़बड़ी करने वाले 244 लोग गिरफ्तार किए गए. वहीं, सोशल मीडिया पर यूपी पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने का दावा किया गया. जिसके बाद छात्रों में हलचल मच गई.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Feb 19, 2024, 1:00 PM IST

लखनऊ : क्या देश में अब तक की सबसे बड़ी पुलिस भर्ती परीक्षा का पेपर लीक हो गया है? क्या 17 व 18 फरवरी को यूपी समेत अन्य राज्यों के 48,17,441 अभ्यर्थियों की मेहनत पर पानी फिर गया? क्या सोशल मीडिया में वायरल हो रहा वहीं प्रश्न पत्र है, जो अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्रों में दिया गया था? क्या बीते दो दिनों में जो 244 लोगों की गिरफ्तारियां हुई हैं वो इसलिए क्योंकि इन्होंने ही पेपर लीक करवाया था? और क्या पुलिस भर्ती परीक्षा निरस्त होगी? ये सभी सवाल न सिर्फ 48,17,441 अभ्यर्थियों बल्कि उनके परिवार के हर उस सदस्य को परेशान कर रहे हैं, जिन्होंने दिसंबर माह में भर्ती अधिसूचना जारी होने के बाद से अपने बेटे और बेटी की नौकरी की आस लगा ली थी. ऐसे में आइए आपको हम बताते हैं कि आखिर सोशल मीडिया से लेकर हर घर में पेपर लीक होने को लेकर उठ रहे सवालों और उनके जवाब के पीछे की सच्चाई क्या है?

सोशल मीडिया में वायरल हुए प्रश्न व उत्तर : यूपी पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड (UPPPRB) ने 23 दिसंबर 2023 को कांस्टेबल के 60244 पदों के लिए भर्तियां निकालीं और 17 व 18 फरवरी को सभी 75 जिलों में परीक्षा आयोजित की गईं. 48,17,441 अभ्यर्थियों ने दो दिन लिखित परीक्षा दी. परीक्षा से पहले और 17 फरवरी को यूपी एसटीएफ व जिलों की पुलिस ने पेपर आउट करवाने की कोशिश करने वाले 122 लोगों को गिरफ्तार किया था. इसी बीच सोशल मीडिया प्लेटफार्म में जनरल स्टडी के 38 उत्तर वायरल होने लगे. अभ्यर्थियों को यह लगा कि, पेपर आउट हो चुका है और जो गिरफ्तारियां हुई हैं वह इसी को लेकर हुई हैं. ऐसे में अभ्यर्थियों में अफरा तफरी मची और सोशल मीडिया में पेपर आउट को लेकर ट्रेंड शुरू हो गया.



पूर्व आईपीएस के दावे ने पेपर लीक की खबर को दी हवा : पेपर आउट की खबर पर बल तब मिला जब पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने पेपर आउट होने का अंदेशा जताया और सीएम योगी आदित्यनाथ को एक पत्र लिखकर उत्तर प्रदेश सिपाही भर्ती परीक्षा के संभावित पेपर लीक की निष्पक्ष एवं पारदर्शी जांच की मांग की. उन्होंने कहा कि इस परीक्षा के पेपर लीक होने के संबंध में सोशल मीडिया पर लगातार अत्यंत गंभीर तथ्य आ रहे हैं. अमिताभ ठाकुर ने लिखा कि उन्होंने सोशल मीडिया में वायरल हो रहे उत्तर का द्वितीय पाली के कथित प्रश्न पत्र से मिलान किया तो इसमें नई दिल्ली, गृह मंत्रालय, भारत रत्न, 26 नवम्बर, दही, मुंशी प्रेमचंद, मिश्रित अर्थव्यवस्था, डीजीलाकर, सर, मथुरा, तेलंगाना, नीलिगिरी श्रृंखला, नन्दलाल बोस, चन्द्रगुप्त, नरेन्द्र मोदी, फ़्रांस, ग्रुप ऑफ ट्वेंटी, महाराष्ट्र, मिशन शक्ति सहित 19 प्रश्नों के उत्तर उस कथित प्रश्नपत्र के पाए गए. उन्होंने इसे गंभीर प्रकरण बताते हुए इन तथ्यों की उच्चस्तरीय और पारदर्शी जांच कराकर एफआईआर तथा परीक्षा निरस्त किए जाने पर विचार किए जाने की मांग की है.

भर्ती बोर्ड ने दी सफाई : अभ्यर्थियों और अमिताभ ठाकुर के पेपर आउट होने के दावे पर यूपी पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड (UPPPRB) ने जवाब दिया और कहा कि, प्रारंभिक जांच में पाया गया कि अराजक तत्वों द्वारा ठगी के लिए सोशल मीडिया पर पेपर लीक संबंधी भ्रम फैलाया जा रहा है. बोर्ड एवं यूपी पुलिस इन प्रकरणों की निगरानी के साथ इनके सोर्स की गहन जांच कर रही है.


दूसरे दिन भी पेपर लीक होने का किया दावा : भर्ती बोर्ड के जवाब दिए जाने के दूसरे दिन एक बार फिर 18 फरवरी को करीब 25 लाख अभ्यर्थियों ने दो पालियों में परीक्षा दी और उसके कुछ देर बाद ही सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स में #UPP_Paper_Leak समेत कई हैज टैग ट्रेंड करने लगे और लाखों अभ्यर्थी वायरल उत्तर और प्रश्न पत्र का मिलान कर दावा करने लगे कि यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती 2023 का पेपर लीक हो चुका है. ऐसे में एक बार फिर से भर्ती बोर्ड ने सफाई दी कि, बोर्ड द्वारा अपनी प्रत्येक परीक्षा की पारदर्शिता और शुचिता को बनाए रखने के लिए सदैव कटिबद्ध है. वृहद स्तर पर परीक्षा के सकुशल संपन्न होने के पश्चात ट्रेंड कराई जा रही असत्यापित खबरों को बोर्ड द्वारा गहनता से यूपी पुलिस की सहायता से सत्यापित कराई जाएगी. अभ्यर्थी आश्वस्त रहें.



यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा से पहले ही यूपी एसटीएफ एक्टिव हो गई थी. सॉल्वर गैंग और पेपर आउट करवाने वालों की धड़पकड़ शुरू हुई, जिसके चलते 15 से 18 फरवरी तक 244 लोगों को गिरफ्तार किया गया. इनमें वो लोग थे, जो पेपर आउट करवाने की कोशिश कर रहे थे, सॉल्वर बैठाकर परीक्षा करवाने की फिराक में थे और पेपर लीक कर पास करने का झांसा देने वाले शामिल थे. यूपी एसटीएफ ने साफ किया कि, इन दिनों ऐसी कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है जिसमें आरोपियों ने पेपर आउट किया हो. यह गिरफ्तारियां सिर्फ पेपर आउट करने की कोशिश करने और साॅल्वर गैंग से जुड़े लोगों की ही हुई है, हालांकि डीजीपी मुख्यालय स्तर पर इस पूरे मामले की जांच बैठा दी गई है.

यह भी पढ़ें : यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती: परीक्षा के पहले पेपर लीक करने की कोशिश, गैंग के दो सदस्य गिरफ्तार

यह भी पढ़ें : यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा कल से, एग्जाम सेंटर पर जाने से पहले जान लें जरूरी बातें

लखनऊ : क्या देश में अब तक की सबसे बड़ी पुलिस भर्ती परीक्षा का पेपर लीक हो गया है? क्या 17 व 18 फरवरी को यूपी समेत अन्य राज्यों के 48,17,441 अभ्यर्थियों की मेहनत पर पानी फिर गया? क्या सोशल मीडिया में वायरल हो रहा वहीं प्रश्न पत्र है, जो अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्रों में दिया गया था? क्या बीते दो दिनों में जो 244 लोगों की गिरफ्तारियां हुई हैं वो इसलिए क्योंकि इन्होंने ही पेपर लीक करवाया था? और क्या पुलिस भर्ती परीक्षा निरस्त होगी? ये सभी सवाल न सिर्फ 48,17,441 अभ्यर्थियों बल्कि उनके परिवार के हर उस सदस्य को परेशान कर रहे हैं, जिन्होंने दिसंबर माह में भर्ती अधिसूचना जारी होने के बाद से अपने बेटे और बेटी की नौकरी की आस लगा ली थी. ऐसे में आइए आपको हम बताते हैं कि आखिर सोशल मीडिया से लेकर हर घर में पेपर लीक होने को लेकर उठ रहे सवालों और उनके जवाब के पीछे की सच्चाई क्या है?

सोशल मीडिया में वायरल हुए प्रश्न व उत्तर : यूपी पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड (UPPPRB) ने 23 दिसंबर 2023 को कांस्टेबल के 60244 पदों के लिए भर्तियां निकालीं और 17 व 18 फरवरी को सभी 75 जिलों में परीक्षा आयोजित की गईं. 48,17,441 अभ्यर्थियों ने दो दिन लिखित परीक्षा दी. परीक्षा से पहले और 17 फरवरी को यूपी एसटीएफ व जिलों की पुलिस ने पेपर आउट करवाने की कोशिश करने वाले 122 लोगों को गिरफ्तार किया था. इसी बीच सोशल मीडिया प्लेटफार्म में जनरल स्टडी के 38 उत्तर वायरल होने लगे. अभ्यर्थियों को यह लगा कि, पेपर आउट हो चुका है और जो गिरफ्तारियां हुई हैं वह इसी को लेकर हुई हैं. ऐसे में अभ्यर्थियों में अफरा तफरी मची और सोशल मीडिया में पेपर आउट को लेकर ट्रेंड शुरू हो गया.



पूर्व आईपीएस के दावे ने पेपर लीक की खबर को दी हवा : पेपर आउट की खबर पर बल तब मिला जब पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने पेपर आउट होने का अंदेशा जताया और सीएम योगी आदित्यनाथ को एक पत्र लिखकर उत्तर प्रदेश सिपाही भर्ती परीक्षा के संभावित पेपर लीक की निष्पक्ष एवं पारदर्शी जांच की मांग की. उन्होंने कहा कि इस परीक्षा के पेपर लीक होने के संबंध में सोशल मीडिया पर लगातार अत्यंत गंभीर तथ्य आ रहे हैं. अमिताभ ठाकुर ने लिखा कि उन्होंने सोशल मीडिया में वायरल हो रहे उत्तर का द्वितीय पाली के कथित प्रश्न पत्र से मिलान किया तो इसमें नई दिल्ली, गृह मंत्रालय, भारत रत्न, 26 नवम्बर, दही, मुंशी प्रेमचंद, मिश्रित अर्थव्यवस्था, डीजीलाकर, सर, मथुरा, तेलंगाना, नीलिगिरी श्रृंखला, नन्दलाल बोस, चन्द्रगुप्त, नरेन्द्र मोदी, फ़्रांस, ग्रुप ऑफ ट्वेंटी, महाराष्ट्र, मिशन शक्ति सहित 19 प्रश्नों के उत्तर उस कथित प्रश्नपत्र के पाए गए. उन्होंने इसे गंभीर प्रकरण बताते हुए इन तथ्यों की उच्चस्तरीय और पारदर्शी जांच कराकर एफआईआर तथा परीक्षा निरस्त किए जाने पर विचार किए जाने की मांग की है.

भर्ती बोर्ड ने दी सफाई : अभ्यर्थियों और अमिताभ ठाकुर के पेपर आउट होने के दावे पर यूपी पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड (UPPPRB) ने जवाब दिया और कहा कि, प्रारंभिक जांच में पाया गया कि अराजक तत्वों द्वारा ठगी के लिए सोशल मीडिया पर पेपर लीक संबंधी भ्रम फैलाया जा रहा है. बोर्ड एवं यूपी पुलिस इन प्रकरणों की निगरानी के साथ इनके सोर्स की गहन जांच कर रही है.


दूसरे दिन भी पेपर लीक होने का किया दावा : भर्ती बोर्ड के जवाब दिए जाने के दूसरे दिन एक बार फिर 18 फरवरी को करीब 25 लाख अभ्यर्थियों ने दो पालियों में परीक्षा दी और उसके कुछ देर बाद ही सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स में #UPP_Paper_Leak समेत कई हैज टैग ट्रेंड करने लगे और लाखों अभ्यर्थी वायरल उत्तर और प्रश्न पत्र का मिलान कर दावा करने लगे कि यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती 2023 का पेपर लीक हो चुका है. ऐसे में एक बार फिर से भर्ती बोर्ड ने सफाई दी कि, बोर्ड द्वारा अपनी प्रत्येक परीक्षा की पारदर्शिता और शुचिता को बनाए रखने के लिए सदैव कटिबद्ध है. वृहद स्तर पर परीक्षा के सकुशल संपन्न होने के पश्चात ट्रेंड कराई जा रही असत्यापित खबरों को बोर्ड द्वारा गहनता से यूपी पुलिस की सहायता से सत्यापित कराई जाएगी. अभ्यर्थी आश्वस्त रहें.



यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा से पहले ही यूपी एसटीएफ एक्टिव हो गई थी. सॉल्वर गैंग और पेपर आउट करवाने वालों की धड़पकड़ शुरू हुई, जिसके चलते 15 से 18 फरवरी तक 244 लोगों को गिरफ्तार किया गया. इनमें वो लोग थे, जो पेपर आउट करवाने की कोशिश कर रहे थे, सॉल्वर बैठाकर परीक्षा करवाने की फिराक में थे और पेपर लीक कर पास करने का झांसा देने वाले शामिल थे. यूपी एसटीएफ ने साफ किया कि, इन दिनों ऐसी कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है जिसमें आरोपियों ने पेपर आउट किया हो. यह गिरफ्तारियां सिर्फ पेपर आउट करने की कोशिश करने और साॅल्वर गैंग से जुड़े लोगों की ही हुई है, हालांकि डीजीपी मुख्यालय स्तर पर इस पूरे मामले की जांच बैठा दी गई है.

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