रायपुर: लगातार हो रही बारिश से प्रदेश के ज्यादातर जिलों में हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं. रायपुर शहर की निचली बस्तियों में पानी भरने से लोगों में भारी गुस्सा है. बारिश के साथ ही मलेरिया और डायरिया जैसी बीमारियां भी तेजी से पैर पसार रही हैं. बस्तर में तो हालात और भी बुरे हैं. बीजापुर में लोगों को रेस्क्यू करने के लिए नगर सेना को बोट लेकर गांव में उतरना पड़ा है. दंतेवाड़ा के किरंदुल में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए खुद वन मंत्री ने जाकर मौके पर कैंप किया. भारी बारिश के चलते कोरबा के कुसमुंडा में कोल साइट पर काम करे अफसर की मौत हो गई.
पानी का प्रहार, हर तरफ हाहाकार: प्रदेश के ज्यादातर जिलों में हो रही मूसलाधार बारिश से हालात बिगड़ते जा रहे हैं. मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में ये बताया है कि आने वाले दिनों में बारिश बदस्तूर जारी रहेगी. जिसका मतलब साफ है कि आने वाले दिन भी लोगों के लिए मुश्किलों भरे रहने वाले हैं. बस्तर संभाग के कांकेर, बीजापुर, सुकमा, भोपालपटन्नम और दंतेवाड़ा में इस बार बारिश ने जमकर कहर ढाया है. भारी बारिश के चलते इन जिलों में सभी नदी नाले उफान पर हैं. कई जगहों पर स्कूली बच्चे जान जोखिम में डालकर स्कूल जा रहे हैं.
दंतेवाड़ा के किरंदुल में बिगड़े हालात: किरंदुल में भारी बारिश के चलते निचली बस्तियों में पानी भर गया. मूसलाधार बारिश के चलते गरीबों के आशियाने पानी में जलमग्न हो गए. हालात इतने बिगड़ गए कि खुद वन मंत्री को मौके पर जाकर कैंप करना पड़ा. वन मंत्री ने कहा कि प्रशासन और एनएमडीसी प्रबंधन की मदद से राहत और बचाव का काम किया जा रहा है. पीड़ित परिवार को 20 बीस हजार की आर्थिक मदद दी जा रही है.
कोरबा के कुसमुंडा में बहने से अफसर की मौत: कोरबा के कुसमुंडा में भारी बारिश से खदान में आए पानी की चपेट में आकर अफसर को अपनी जान गंवानी पड़ी. जिस वक्त खदान में पानी का सैलाब आया उस वक्त पांच से छह लोग साइट पर काम कर रहे थे. हादसे में एक अधिकारी पानी के तेज बहाव में बह गया. लंबे चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद आखिरकार अफसर का शव खोजी दल ने बरामद किया. हादसे का दर्दनाक वीडियो भी सामने आया.
सिमगा में देवरीडीह डैम टूटा: बीते दिनों भारी बारिश के चलते सिमगा ब्लॉक के दरचुरा गांव में बना देवरीडीह डैम टूट गया. डैम के टूटते ही तीन गांव पानी की चपेट में आ गए. पूरा दरचुरा, विश्रामपुर और गणेशपुर गांव जलमग्न हो गया. हालात इतने खराब हो गए कि एसडीआरएफ की टीम को मैदान में उतरना पड़ा. रेस्क्यू टीम ने सभी प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया. प्रशासन की ओर से गणेशपुर गांव में राहत कैंप स्थापित किए गए.
पड़ोसी राज्यों से टूटा सड़क संपर्क: शबरी और गोदावरी नदी में उफान के चलते लोगों को आगाह किया जा रहा है. भारी बारिश के चलते बीते दिनों छत्तीसगढ़ और आंध्र प्रदेश को जोड़ने वाली सड़क बंद हो गई थी. छत्तीसगढ़ और तेलंगाना को जोड़ने वाली सड़कें भी बारिश के चलते बंद करनी पड़ी. फिलहाल दोनों पड़ोसी राज्यों से फिर से संपर्क बहाल हो चुका है.
मौसम विभाग की भविष्यवाणी: छत्तीसगढ़ मौसम विभाग की मानें तो बीते दिनों हुई बारिश से इस महीने का बारिश का कोटा पूरा हो चुका है. कोंडागांव में तो भारी बारिश के चलते बाइक सवार युवक बाइक सहित पानी में बह गया.
कांकेर में कई गांव टापू में तब्दील: भारी बारिश के चलते कांकेर के झूलनातेंदू गांव टापू में तब्दील हो गया है. गांव वालों की शिकायत है कि हर साल बारिश के दिनों में पूरा इलाका पानी से भर जाता है. बारिश के बाद मौसम बीमारियों और मलेरिया डायरिया जैसी गंभीर बीमारियां भी फैलने लगती है.
बेमेतरा में जल भराव से बिगड़े हालात: बेमेतरा में भारी बारिश से शहर में कई जगह जलभराव के हालात बन गए. वॉटर लॉगिंग के चलते निचली बस्तियों में पानी भर गया. कोतवाली पुलिस ने ट्रैफिक को कंट्रोल करने के लिए कई जगह पर स्टॉपर भी लगाए. भारी बारिश के चलते बेमेतरा जिले में तीन दिनों तक स्कूलों की छुट्टी भी कर दी गई.
मोगरा बैराज से छोड़ा गया पानी: भारी बारिश के चलते मोगरा बैराज से पानी शिवनाथ नदी में छोड़ा गया. बैराज से पानी छूटते ही शिवनाथ नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ा. जिला प्रशासन की टीम ने लोगों को अलर्ट पर रहने की सलाह दी है. बेमेतरा जिला प्रशासन ने हालात से निपटने के लिए कंट्रोल रुम भी बनाया है.
बीजापुर में इंद्रावती और तालपेरू नदी उफान पर: लगातार हो रही बारिश के चलते बस्तर की इंद्रावती और तालपेरु नदी उफान पर चल रही है. भारी बारिश के चलते भोपालपटनम, भैरमगढ़, बीजापुर और उसूर ब्लॉक का संपर्क जिला मुख्यालय से टूट गया. इंद्रावती नदी का जलस्तर बढ़ने से कई गांव खतरे में आ गए हैं.