नूंह: मानसून सीजन 2024 के बाद से नूंह जिले के पुन्हाना में स्थिति जैवंत गांव टापू बन गया. मानसून के बाद से यहां के लोग नारकीय जिंदगी जीने को मजबूर हैं. पानी निकासी नहीं होने के चलते गांव के चारों ओर पानी भरा है. पानी भी इतना की लोगों ने ट्रैक्टर और ट्रक की ट्यूब में हवा भरकर नाव बनाई हुई है. इसी के सहारे इनकी जिंदगी चल रही है. दरअसल, मानसून में हुई भारी बारिश के चलते गांव के चारों तरफ पानी भर गया था. पानी निकासी नहीं होने के चलते आज भी पूरा गांव पानी में डूबा हुआ है. जिसके चलते स्थानीय लोगों को काफी परेशानी हो रही है.
नूंह के जैवंत गांव में होगा जलभराव का समाधान: इस मामले पर नूंह के डीसी विश्राम कुमार मीणा ने कहा "जैवंत गांव में जलभराव का मामला मीडिया के माध्यम से मेरे संज्ञान में आया. मामले पर तुरंत संज्ञान लिया गया है. डीजल सेट पहुंचा दिए गए हैं. डीजल का इश्यू था. उसे शॉर्ट कराया गया है. फंड उपलब्ध कराया गया हैं. परमानेंट समाधान के लिए फ्लड कंट्रोल में साढ़े तीन करोड़ रुपये का एस्टीमेट सरकार को भेजा हुआ है. इसके अतिरिक्त स्थायी समाधान के लिए बिजली विभाग से संपर्क किया गया है. वहां कनेक्शन का कार्य किया जा रहा है. उम्मीद है कि अगले 10 दिनों में पानी निकासी का इंतजाम कर दिया जाएगा."
फरवरी में प्रशासन करेगा रात्रि प्रवास कार्यक्रम: डीसी ने कहा कि रात्रि प्रवास कार्यक्रम के तहत फरवरी महीने में जिले के डीसी एसपी और अन्य अधिकारी जैवंत गांव में ही रात्रि ठहराव करेंगे. उन्होंने कहा कि फरवरी या मार्च में अवश्य वहां पर रात्रि ठहराव किया जाएगा. जनवरी महीने का रात्रि ठहराव और जनसुनवाई का जो कार्यक्रम है, उसमें नागरिकों से बातचीत होगी. नशा मुक्ति, टीकाकरण जागरूकता के लिए भी बात की जाएगी. डीसी नूंह ने कहा कि हमने 28 जनवरी 2025 को नगीना ब्लॉक के मरोड़ा गांव में रात्रि ठहराव तय किया है, जिसमें सभी विभागों की स्कीम की अवेयरनेस इत्यादि के बारे में भी लोगों को बताया जाएगा और लोगों की जो समस्याएं हैं, उनका समाधान किया जाएगा.