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यूपी में गोवा, केरल की तरह विकसित होगा वाटर टूरिज्म, अयोध्या, काशी और मथुरा को मिलेंगी 2-2 कैटामारन बोट - Water tourism in UP - WATER TOURISM IN UP

उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग निगम में भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण को पत्र लिखकर गोवा और केरल की तर्ज पर रोमांचक जल भ्रमण कराने की तैयारी कर रहा है.

यूपी में विकसित होगा वाटर टूरिज्म.
यूपी में विकसित होगा वाटर टूरिज्म. (Photo Credit; ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Sep 18, 2024, 8:32 AM IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग निगम में भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण को पत्र लिखकर गोवा और केरल की तर्ज पर रोमांचक जल भ्रमण कराने की तैयारी कर रहा है. पर्यटन विभाग ने अयोध्या, काशी और मथुरा में ओपेन कैटामारन बोट संचालन का निर्णय लिया है. इस योजना को पूरा करने के लिए भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण से 06 कैटामारन बोट उपलब्ध कराने के लिए समझौता किया गया है. यह जानकारी प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने दी. उन्होंने बताया कि समझौते के तहत अयोध्या, काशी, मथुरा में 02-02 बोट का संचालन किया जाएगा. अब तक अयोध्या और काशी में एक-एक कैटामारन बोट की आपूर्ति की जा चुकी है. इस बोट में 50 लोगों के बैठने की व्यवस्था है. उन्होंने बताया कि पर्यटन विभाग अपने संसाधनों एवं सामर्थ्य का प्रयोग करके पर्यटन को नई ऊचांईयों तक ले जाना चाहता है.

जयवीर सिंह ने बताया कि यूपी में आए बदलाव के कारण पर्यटकों की संख्या कई गुना बढ़ी है. जिसके वजह से पिछले साल 48 करोड़ से अधिक पर्यटकों ने धार्मिक-ऑध्यात्मिक तथा इको पर्यटन सहित अन्य विश्वविख्यात स्थलों का भ्रमण किया. यूपी में पर्यटकों से जुड़े विविध आकर्षक टूरिस्ट स्थल हैं. जैसे रूरल, एग्री तथा वाटर स्पोर्टस पर तेजी से कार्य किया जा रहा है. वाटर स्पोर्टस की असीमित संभावनायें हैं. इसे व्यवहारिक रूप देकर पर्यटकों को प्रदेश आने के लिए अनुकूल परिस्थितियां बनाई जा रही है.

पर्यटन मंत्री ने बताया कि जलमार्ग प्राधिकरण को यह भी सुझाव दिया गया है कि अब जो भी कैटामारन बोट की आपूर्ति की जाए, वह ओपन हो, इसमें पैट्री, शौचालय सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध हों, ताकि पर्यटक निश्चित होकर आसपास के रमणीक दृश्यों का अवलोकन कर सकें. बताया कि इस वर्ष मई से जून तक लगभग 32 करोड़ पर्यटकों ने उप्र के विभिन्न पर्यटन स्थलों का भ्रमण किया. इससे निवेश तथा रोजगार की संभावना को गति मिली है.

पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री ने कहा कि, पर्यटन के विविध आयाम पर तेजी से काम हो रहा है. देश-दुनिया से आने वाले पर्यटकों के सामने भ्रमण के असीमित विकल्प है. ओपन कैटामारन बोट आने के बाद पर्यटक खुले में जल भ्रमण का आनंद ले सकेंगे. कहा, भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण (आईडब्ल्यूएआई) ने उत्तर प्रदेश राज्य पर्यटन निगम को पिछले महीने अयोध्या और काशी में कैटामारन, जबकि प्रयागराज में इलेक्ट्रिक बोट हैंडओवर किया था. प्रयागराज में दो मिनी क्रूज बोट में 30-30 लोगों व 06 मोटर बोट में 4 पर्यटकों के बैठने की व्यवस्था है. इनके संचालन की प्रक्रिया पर्यटन निगम के द्वारा शुरू कर दी गई गई है. वर्षा ऋतु के बाद इन सभी का संचालन शुरू किया जाएगा.

यह भी पढ़ें : लखनऊ की वेलनेस सिटी में 2000 प्लॉट; LDA 1400 करोड़ से करेगा डेवलप; जानिए डिटेल - Wellness City LDA

लखनऊ: उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग निगम में भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण को पत्र लिखकर गोवा और केरल की तर्ज पर रोमांचक जल भ्रमण कराने की तैयारी कर रहा है. पर्यटन विभाग ने अयोध्या, काशी और मथुरा में ओपेन कैटामारन बोट संचालन का निर्णय लिया है. इस योजना को पूरा करने के लिए भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण से 06 कैटामारन बोट उपलब्ध कराने के लिए समझौता किया गया है. यह जानकारी प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने दी. उन्होंने बताया कि समझौते के तहत अयोध्या, काशी, मथुरा में 02-02 बोट का संचालन किया जाएगा. अब तक अयोध्या और काशी में एक-एक कैटामारन बोट की आपूर्ति की जा चुकी है. इस बोट में 50 लोगों के बैठने की व्यवस्था है. उन्होंने बताया कि पर्यटन विभाग अपने संसाधनों एवं सामर्थ्य का प्रयोग करके पर्यटन को नई ऊचांईयों तक ले जाना चाहता है.

जयवीर सिंह ने बताया कि यूपी में आए बदलाव के कारण पर्यटकों की संख्या कई गुना बढ़ी है. जिसके वजह से पिछले साल 48 करोड़ से अधिक पर्यटकों ने धार्मिक-ऑध्यात्मिक तथा इको पर्यटन सहित अन्य विश्वविख्यात स्थलों का भ्रमण किया. यूपी में पर्यटकों से जुड़े विविध आकर्षक टूरिस्ट स्थल हैं. जैसे रूरल, एग्री तथा वाटर स्पोर्टस पर तेजी से कार्य किया जा रहा है. वाटर स्पोर्टस की असीमित संभावनायें हैं. इसे व्यवहारिक रूप देकर पर्यटकों को प्रदेश आने के लिए अनुकूल परिस्थितियां बनाई जा रही है.

पर्यटन मंत्री ने बताया कि जलमार्ग प्राधिकरण को यह भी सुझाव दिया गया है कि अब जो भी कैटामारन बोट की आपूर्ति की जाए, वह ओपन हो, इसमें पैट्री, शौचालय सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध हों, ताकि पर्यटक निश्चित होकर आसपास के रमणीक दृश्यों का अवलोकन कर सकें. बताया कि इस वर्ष मई से जून तक लगभग 32 करोड़ पर्यटकों ने उप्र के विभिन्न पर्यटन स्थलों का भ्रमण किया. इससे निवेश तथा रोजगार की संभावना को गति मिली है.

पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री ने कहा कि, पर्यटन के विविध आयाम पर तेजी से काम हो रहा है. देश-दुनिया से आने वाले पर्यटकों के सामने भ्रमण के असीमित विकल्प है. ओपन कैटामारन बोट आने के बाद पर्यटक खुले में जल भ्रमण का आनंद ले सकेंगे. कहा, भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण (आईडब्ल्यूएआई) ने उत्तर प्रदेश राज्य पर्यटन निगम को पिछले महीने अयोध्या और काशी में कैटामारन, जबकि प्रयागराज में इलेक्ट्रिक बोट हैंडओवर किया था. प्रयागराज में दो मिनी क्रूज बोट में 30-30 लोगों व 06 मोटर बोट में 4 पर्यटकों के बैठने की व्यवस्था है. इनके संचालन की प्रक्रिया पर्यटन निगम के द्वारा शुरू कर दी गई गई है. वर्षा ऋतु के बाद इन सभी का संचालन शुरू किया जाएगा.

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