लखनऊ : राजधानी लखनऊ स्थित जानकीपुरम इलाके में मंगलवार को सीवर में गिरने से 8 वर्षीय बच्चे की मौत हो गई थी. इस मामले में जलकल विभाग की लापरवाही सामने आई. हमेशा की तरह जलकल विभाग के अफसरों ने पल्ला झाड़ने की कोशिश की, लेकिन शासन स्तर पर इस पूरे मामले का संज्ञान लिए जाने के बाद अब संबंधित इंजीनियरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की तैयारी की जा रही है.
8 साल के बच्चे की मौत: जानकीपुरम इलाके में मंगलवार को सीवर में गिरने से शाहरुख (8 साल) की मौत हो गई थी. इस मामले में जलकल विभाग के जोन 3 के अधिशासी अभियंता मनोज शुक्ला की तरफ से चार लोगों और संबंधित एजेंसी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई थी. अधिशासी अभियंता ने एसके सिंह, अंकित कुमार पर काम में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है. साथ ही पर्यवेक्षक अच्छेलाल और जूनियर इंजीनियर गया प्रसाद सिंह का नाम भी एफआईआर के लिए दिया गया है.
जलकल विभाग से मांगी गई रिपोर्ट: अब शासन स्तर पर इस मामले में जलकल विभाग के अभियंताओं के खिलाफ भी कार्रवाई किए जाने के संकेत दिए गए हैं. शासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस केस में जलकल विभाग से रिपोर्ट मांगी गई है. रिपोर्ट आने के बाद संबंधित अभियंताओं के खिलाफ निलंबन या अन्य किसी प्रकार की सख्त कार्रवाई की जाएगी.
साथ ही नगर निगम व जलकल विभाग को यह चेतावनी दी गई है कि शहर में जितने भी खुले मैनहोल पड़े हैं, उनको तत्काल दुरुस्त कराया जाए, जिससे भविष्य में कोई इस प्रकार की अनहोनी न होने पाए. स्थानीय लोगों का कहना है कि बड़े अफसरों पर भी कार्रवाई होनी चाहिए.
ईटीवी भारत से बातचीत में जलकल विभाग के महाप्रबंधक महेश कुमार आजाद ने कहा कि शासन स्तर से दिशा निर्देश के बाद संबंधित जिम्मेदारों को चिन्हित करते हुए कार्रवाई के लिए शासन को रिपोर्ट भेजी जाएगी और शासन इस पूरे मामले को गंभीरता से ले रहा है. जिस स्तर पर गलती हुई है, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
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