जोधपुर. लोकसभा चुनाव की आचार संहिता खत्म होने के बाद भीषण गर्मी में अब जोधपुर में पानी की कटौती शुरू हो गई है. मंगलवार को जोधपुर शहर में सभी जल स्रोत से शटडाउन लिया गया है. जिसके चलते मंगलवार को पूरे शहर में 2 लाख 15 हजार उपभोक्ताओं को आपूर्ति नहीं हुई. अगले तीन दिन तक कायलाना, चौपासनी, सुरपुरा फिल्टर, हाउस कुड़ी भगतासनी और झालामंड फिल्टर हाउस से जुड़े इलाकों में सप्लाई बाधित रहेगी.
खास बात यह है कि इस बार नहर बंदी नहीं हुई है. इसके बावजूद यह नौबत आ गई है. विभागीय लोगों का कहना है कि अगर वापस शटडाउन की कटौती नहीं की गई, तो जून महीने में जलापूर्ति करना आसान नहीं होगा. विभाग हर सप्ताह शटडाउन लेने का प्लान बना रहा है. जिससे पानी की उपलब्धता रखी जा सके. पीएचईडी के सिटी एसई जेसी व्यास का कहना है कि नहर से हर दिन दो एमसीएफटी पानी कम आ रहा है. सप्लाई में रिजर्व कोटे का उपयोग हो रहा है.
दरअसल विधानसभा चुनाव के बाद कुछ दिनों तक सर्दी का मौसम था. ऐसे में खपत कम होने से शटडाउन नहीं लिया गया. उसके बाद लोकसभा चुनाव को देखते हुए शटडाउन बंद कर दिया गया. लेकिन खपत बढ़ गई, दूसरी ओर नहर से पानी की कम आवक ने परेशानी बढ़ा दी. जिसके चलते अब मानसून आने तक यह कटौती जारी रहेगी.
पानी चोरी के साथ बिजली ट्रिपिंग है वजह: जोधपुर तक आने वाली 205 किमी लंबी नहर में जगह-जगह पानी चोरी हो रहा है. पूरी तरह से मिस मैनेजमेंट के चलते यह स्थित बनी है. जिसके चलते नहर से आने वाले पानी के अलावा अलग-अलग जलाशय से प्रतिदिन दो से तीन एमसीएफटी पानी लेना पड़ रहा है. इसके चलते इनका जलस्तर घट रहा है. बात अगर कायलाना की जाए, तो यहां चुनाव से पहले 330 एमसीएफटी पानी था, जो अब 208 रह गया है.
कैनाल से यहां जितना पानी आता है, उसके बावजूद हर दिन यहां से अतिरिक्त पानी लेना पड़ रहा है. ऐसे में कायलाना का रिजर्व कोटा खत्म हो जाएगा. उसे बनाए रखने के लिए कटौती हो रही है. नहर प्रभारी एसई भूपेंद्र सिंह देथा का कहना है कि कुछ समय पहले पानी की चोरी भी पकड़ी गई थी. लगातार टीमें भी जा रही हैं, लेकिन बिजली सप्लाई में रोजाना ट्रिपिंग बढ़ गई है जिसके चलते बिजली बंद होने से पानी की लिफ्टिंग काम हो रही है.
इधर पानी के लिए हर दिन धरने-प्रदर्शन: जोधपुर शहर के बाहरी इलाकों में हर दिन टेल एंड को कॉलोनियों में पानी की परेशानी के चलते लोग धरने और प्रदर्शन कर रहे हैं. सर्वाधिक परेशानी बनाड़ रोड की कालोनियों में है. सोमवार को ही बनाड़ में लोगों ने बड़ा धरना दिया. क्षेत्र में चार साल से लोग पानी का इंतजार कर रहे हैं. इसी तरह से नांदड़ी में कालोनियों में पानी नहीं आ रहा है. हाउसिंग बोर्ड में भी कई इलाकों में पानी की परेशानी बनी हुई है.