प्रयागराज: संगम नगरी प्रयागराज जिले में शनिवार से जारी भारी बारिश के चलते गंगा-यमुना का जलस्तर एक बार फिर बढ़ना शुरू हो गया है. पहाड़ों पर हो रही लगातार वर्षा के कारण जलस्तर के बढ़ने का सिलसिला लगातार जारी है. बारिश के बाद शनिवार से ही तेजी के साथ दोनों नदियों में पानी बढ़ते देखा गया है.
गंगा नदी में शनिवार को फाफामऊ का जल स्तर 78.28 मीटर था जो रात 78.40 पहुंच गया. वहीं, छतनाग में 75.97 मीटर से जल स्तर बढ़कर 76.31 हो गया. शनिवार को अचानक तेजी आने से फिर से बाढ़ के संकेत मिलने लगे हैं. गंगा-यमुना अभी खतरे के निशान से लगभग आठ मीटर नीचे बह रही हैं, लेकिन बीते 24 घंटे में जिस गति से गंगा-यमुना का जल स्तर बढ़ रहा है और इसी गति से पानी बढ़ता रहा तो अगस्त महीने के अंत तक जल स्तर के खतरे के निशान के आस-पास पहुंचने की आशंका जताई जा रही है.
प्रयागराज जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है और सभी को खास कर तटीय इलाके में रहने वाले लोगों को सावधान रहने को कहा है. प्रयागराज में बड़ी संख्या में तटीय इलाके में बने घरों में किराये के कमरे में छात्र रहते हैं. पानी बढ़ने से छोटा बघाड़ा, सलोरी, गोविंदपुर, शिवकुटी, मेंहदौरी, शंकरढाल, बेली कछार, दारागंज सहित कई अन्य इलाकों में 50 हजार से अधिक छात्र-छात्राओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा. वहीं घाटियों ने अपना समान फिर से समेटना शुरू कर दिया है. संगम में बने घाट शहरियों के लिए एक पिकनिक स्पॉट से कम नहीं है. जिसको देखते हुए भी अलर्ट जारी किया गया है.
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