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यूपी में बारिश का कहर; मेरठ में मकान गिरने से दो बच्चों की मौत, गंगा-यमुना घाघरा का जलस्तर बढ़ने से कई जिलों में लोग हुए बेघर - Water level of Ganga and Yamuna

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Sep 13, 2024, 6:15 PM IST

Updated : Sep 13, 2024, 8:08 PM IST

मूसलाधार बारिश की वजह से प्रदेश के कई जिलों में गलियां, सड़क और हाईवे (Water level of Ganga and Yamuna) पर जलभराव हो गया है, वहीं प्रयागराज में गंगा का जलस्तर 50 सेंटीमीटर और यमुना का 105 सेंटीमीटर बढ़ रहा है.

यूपी में बारिश का कहर
यूपी में बारिश का कहर (Photo credit: ETV Bharat)

प्रयागराज/बहराइच/रामपुर : उत्तराखंड में हो रही लगातार बारिश का असर मैदानी इलाकों में एक बार फिर अब दिखने लगा है. प्रयागराज में गंगा नदी का जलस्तर लगातार तेजी से बढ़ रहा है, लेकिन बाढ़ के खतरे को देखते हुए सिंचाई विभाग एक बार फिर अलर्ट मोड में आ गया है. सिंचाई विभाग का बाढ़ प्रखंड हर 4 घंटे पर गंगा और यमुना नदियों की जलस्तर की माप कर रहा है. वर्तमान में गंगा का जलस्तर 50 सेंटीमीटर और यमुना का 105 सेंटीमीटर बढ़ रहा है.

मुख्य मार्गों तक पहुंचा पानी
मुख्य मार्गों तक पहुंचा पानी (Photo credit: ETV Bharat)

उत्तराखंड में लगातार बारिश होने से वहां के कई जिलों में बाढ़ आ गई है, जिसके चलते हरिद्वार बैराज से गंगा में पानी लगातार छोड़ा जा रहा है. धर्म आस्था की संगम नगरी प्रयागराज में फिर से बाढ़ का प्रकोप दिखने लगा है. बात करें तो बीते कल से ही प्रयागराज के संगम तट का जलस्तर बढ़ने लगा है, जिससे तीर्थ पुरोहित सहित तमाम लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. धीरे-धीरे लोग अपना सामान सुरक्षित जगह पर ले जाने लगे हैं, हालांकि गंगा नदी अभी खतरे के निशान से करीब लगभग 6 मीटर नीचे बह रही है. इसके बावजूद तटीय इलाकों में अलर्ट घोषित कर दिया गया है. गंगा और यमुना नदियों में जलस्तर बढ़ने के मद्देनजर ग्रामीणों को भी एहतियात बरतने को कहा गया है, वहीं तीर्थ पुरोहितों का कहना है कि पितृपक्ष नजदीक है, जिसके चलते हम लोगों ने तैयारियां पूरी कर ली थीं, लेकिन फिर से सामान समेट कर वापस ऊपर के इलाकों में भागना पड़ा है. लोगों का कहना है कि जिस तरीके से गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, उससे लगता है कि कुछ घंटे में लेटे हुए हनुमान जी के मंदिर तक पानी पहुंच सकता है.

प्रयागराज में नदियों का जलस्तर बढ़ा
प्रयागराज में नदियों का जलस्तर बढ़ा (Photo credit: ETV Bharat)

बहराइच में भारी बारिश का कहर, एक दर्जन से अधिक गांव बाढ़ की चपेट में : जनपद के बिछिया तहसील मिहीपुरवा अंतर्गत थाना सुजौली क्षेत्र के एक दर्जन से अधिक गांव बाढ़ की जद में आ चुके है. बाढ़ के कारण लोगों का जीवन संकट में है. पिछ्ले दो दिनों से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से नेपाल के पहाड़ों के पानी से गेरुआ और कौड़ियाला नदी उफान पर है. जनपद के चौधरी चरण सिंह घाघरा बैराज में जलस्तर जलस्तर बढ़ने लगा है, जिसके कारण बैराज प्रभारी नितिन यादव के निर्देश पर बैराज के सभी गेट खोल दिए गए हैं, वहीं नेपाल में नदियों के जलस्तर बढ़ने से घाघरा की जद में ग्राम पंचायत सुजौली, बड़खड़िया, चहलवा और जंगल गुलरिया के एक दर्जन से अधिक गांव में बाढ़ का पानी घुस गया. जिससे लोगों की मुश्किलें बढ़ गईं. भारी बारिश से सुजौली के कई गांव में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं, वहीं इलाके के कई गांवों में किसानों की धान की फसलें गिर चुकी हैं और खेतों में अधिक जलभराव के कारण फसलें बर्बाद होने की कगार पर हैं.

रामपुर में कोसी नदी का जलस्तर बढ़ा : मूसलाधार बारिश की वजह से नदियों का जलस्तर बढ़ने से शुक्रवार को जिलाधिकारी रामपुर जोगिंदर सिंह ने आठवीं तक के सभी स्कूलों का अवकाश घोषित कर दिया है. बात करें कोसी नदी की तो उत्तराखंड के रामनगर बैराज से लगभग 26000 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जिससे नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया है. जिला प्रशासन ने नदी किनारे बसे लोगों से अपील की है कि तीन दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश से फैसलें बिछी हुई हैं. वहीं बाढ़ को लेकर जिला प्रशासन 24 घंटे अलर्ट मोड पर है. कई बाढ़ चौकियां बनाई गई हैं, जहां 24 घंटे कर्मचारी तैनात हैं.

मेरठ में कच्चा मकान गिरा, दो बच्चों की मौत: बहसूमा थानाक्षेत्र के ग्राम मोड़ खुर्द में बरसात के बाद कच्चा मकान गिर गया. इसके मलबे में दबने से दो बच्चों की मौत हो गयी. वहीं मशरूफ की पत्नी रुखसार और मसरूफ घायल हो गये. सूचना मिलने पर एसडीएम मवाना अंकित कुमार और सीओ सौरभ सिंह घटनास्थल पर पहुंचें. बच्चों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया.

कानपुर में ईसन नदी का जल स्तर बढ़ा, घरों में घुसा पानी: बिल्हौर की ईसन नदी उफान पर है. नदी जल स्तर बढ़ने से बिल्हौर ब्लॉक के इलियासपुर गांव के कई घरों मे पानी भर गया. इसके चलते लोग अपना घर और सामान छोड़कर अन्य जगहों पर रहने को मजबूर हैं. शुक्रवार को एसडीएम बिल्हौर रश्मि लांबा ने प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया.

बुलंदशहर में जल भराव से धान की फसल बर्बाद: खुर्जा तहसील के किर्रा मांचीचपुर जहां करीब 4 फीट तक खेतों और सड़क पर जलभराव होने से आवाजाही पूरी तरह ठप हो गई. ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि मधुसूदन डेरी और परम डेरी का केमिकल का पानी भी इसी रजवाहे में आ रहा है. स्थानीय लोगों के अनुसार इस्लामाबाद, किर्रा, माचीपुर और हसनगढ़ समेत करीब आधा दर्जन गांवों को खुर्जा नगर से जोड़ने वाली मुख्य सड़क पर भी जल भराव हो गया है. इस्लामाबाद में कई मकानों की दीवारें भी चिटक गयी हैं.

ट्रैक्टर पर बैठकर जल भराव वाले इलाके में पहुंची कासगंज डीएम: जिलाधिकारी कासगंज मेधा रूपम ने शुक्रवार को सौरव विकासखंड के गांव गंगागढ़ का दौरा किया. यहां जल भराव और नाले की समस्या को लेकर ग्रामीणों ने शिकायत की थी. जिलाधिकारी मेधा रूपम ने ट्रैक्टर पर बैठकर पूरे गांव का निरीक्षण किया. उन्होंने जिला पंचायत राज विभाग और सिंचाई विभाग के अधिकारियों को जल्द जल भराव की समस्या को दूर करने के निर्देश दिये.

बहराइच में तेजी से बढ़ रहा घाघरा का स्तर: सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता बीबी पाल ने बताया कि शुक्रवार की शाम चार बजे एल्गिन ब्रिज पर घाघरा का जलस्तर लाल निशान 106.07 मीटर के सापेक्ष 106.38 मीटर रिकॉर्ड किया गया. शारदा बैराज से एक लाख 38 हजार 707, गिरिजापुरी बैराज से दो लाख 69 हजार 492 व सरयू बैराज से 27926 क्यूसेक पानी छोड़ा गया. नेपाल में भीषण बारिश से नदियों का जलस्तर बढ़ने लगा है. तटवर्ती गांव बाढ़ का खतरा है. बाढ़ राहत चौकियों को अलर्ट कर दिया गया है. बारिश से सरयू और घाघरा नदी उफान पर हैं. नदी के समीपवर्ती गांवों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है. खेरीपुरवा, बड़खड़िया, चहलवा, रामपुर रेतिया, गुप्तापुरवा, जंगल गुलरिहा, सुजौली आदि ग्रामीण इलाकों के कई रास्तों पर बाढ़ का पानी भर गया है.

यह भी पढ़ें : यूपी में तबाही की बारिश, VIDEO; 27 यात्रियों से भरी रोडवेज बस बहते-बहते बची, लखीमपुर खीरी-कन्नौज में मकान ढहने से 4 की मौत - Roadways Bus Stuck in Flood

यह भी पढ़ें : आगरा में कोटा से आई आफत; 55 मकान गिरे, 40 गांव डूबने का खतरा, 85 साल में दूसरी बार रिकॉर्ड तोड़ बारिश - Flood in UP

प्रयागराज/बहराइच/रामपुर : उत्तराखंड में हो रही लगातार बारिश का असर मैदानी इलाकों में एक बार फिर अब दिखने लगा है. प्रयागराज में गंगा नदी का जलस्तर लगातार तेजी से बढ़ रहा है, लेकिन बाढ़ के खतरे को देखते हुए सिंचाई विभाग एक बार फिर अलर्ट मोड में आ गया है. सिंचाई विभाग का बाढ़ प्रखंड हर 4 घंटे पर गंगा और यमुना नदियों की जलस्तर की माप कर रहा है. वर्तमान में गंगा का जलस्तर 50 सेंटीमीटर और यमुना का 105 सेंटीमीटर बढ़ रहा है.

मुख्य मार्गों तक पहुंचा पानी
मुख्य मार्गों तक पहुंचा पानी (Photo credit: ETV Bharat)

उत्तराखंड में लगातार बारिश होने से वहां के कई जिलों में बाढ़ आ गई है, जिसके चलते हरिद्वार बैराज से गंगा में पानी लगातार छोड़ा जा रहा है. धर्म आस्था की संगम नगरी प्रयागराज में फिर से बाढ़ का प्रकोप दिखने लगा है. बात करें तो बीते कल से ही प्रयागराज के संगम तट का जलस्तर बढ़ने लगा है, जिससे तीर्थ पुरोहित सहित तमाम लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. धीरे-धीरे लोग अपना सामान सुरक्षित जगह पर ले जाने लगे हैं, हालांकि गंगा नदी अभी खतरे के निशान से करीब लगभग 6 मीटर नीचे बह रही है. इसके बावजूद तटीय इलाकों में अलर्ट घोषित कर दिया गया है. गंगा और यमुना नदियों में जलस्तर बढ़ने के मद्देनजर ग्रामीणों को भी एहतियात बरतने को कहा गया है, वहीं तीर्थ पुरोहितों का कहना है कि पितृपक्ष नजदीक है, जिसके चलते हम लोगों ने तैयारियां पूरी कर ली थीं, लेकिन फिर से सामान समेट कर वापस ऊपर के इलाकों में भागना पड़ा है. लोगों का कहना है कि जिस तरीके से गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, उससे लगता है कि कुछ घंटे में लेटे हुए हनुमान जी के मंदिर तक पानी पहुंच सकता है.

प्रयागराज में नदियों का जलस्तर बढ़ा
प्रयागराज में नदियों का जलस्तर बढ़ा (Photo credit: ETV Bharat)

बहराइच में भारी बारिश का कहर, एक दर्जन से अधिक गांव बाढ़ की चपेट में : जनपद के बिछिया तहसील मिहीपुरवा अंतर्गत थाना सुजौली क्षेत्र के एक दर्जन से अधिक गांव बाढ़ की जद में आ चुके है. बाढ़ के कारण लोगों का जीवन संकट में है. पिछ्ले दो दिनों से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से नेपाल के पहाड़ों के पानी से गेरुआ और कौड़ियाला नदी उफान पर है. जनपद के चौधरी चरण सिंह घाघरा बैराज में जलस्तर जलस्तर बढ़ने लगा है, जिसके कारण बैराज प्रभारी नितिन यादव के निर्देश पर बैराज के सभी गेट खोल दिए गए हैं, वहीं नेपाल में नदियों के जलस्तर बढ़ने से घाघरा की जद में ग्राम पंचायत सुजौली, बड़खड़िया, चहलवा और जंगल गुलरिया के एक दर्जन से अधिक गांव में बाढ़ का पानी घुस गया. जिससे लोगों की मुश्किलें बढ़ गईं. भारी बारिश से सुजौली के कई गांव में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं, वहीं इलाके के कई गांवों में किसानों की धान की फसलें गिर चुकी हैं और खेतों में अधिक जलभराव के कारण फसलें बर्बाद होने की कगार पर हैं.

रामपुर में कोसी नदी का जलस्तर बढ़ा : मूसलाधार बारिश की वजह से नदियों का जलस्तर बढ़ने से शुक्रवार को जिलाधिकारी रामपुर जोगिंदर सिंह ने आठवीं तक के सभी स्कूलों का अवकाश घोषित कर दिया है. बात करें कोसी नदी की तो उत्तराखंड के रामनगर बैराज से लगभग 26000 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जिससे नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया है. जिला प्रशासन ने नदी किनारे बसे लोगों से अपील की है कि तीन दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश से फैसलें बिछी हुई हैं. वहीं बाढ़ को लेकर जिला प्रशासन 24 घंटे अलर्ट मोड पर है. कई बाढ़ चौकियां बनाई गई हैं, जहां 24 घंटे कर्मचारी तैनात हैं.

मेरठ में कच्चा मकान गिरा, दो बच्चों की मौत: बहसूमा थानाक्षेत्र के ग्राम मोड़ खुर्द में बरसात के बाद कच्चा मकान गिर गया. इसके मलबे में दबने से दो बच्चों की मौत हो गयी. वहीं मशरूफ की पत्नी रुखसार और मसरूफ घायल हो गये. सूचना मिलने पर एसडीएम मवाना अंकित कुमार और सीओ सौरभ सिंह घटनास्थल पर पहुंचें. बच्चों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया.

कानपुर में ईसन नदी का जल स्तर बढ़ा, घरों में घुसा पानी: बिल्हौर की ईसन नदी उफान पर है. नदी जल स्तर बढ़ने से बिल्हौर ब्लॉक के इलियासपुर गांव के कई घरों मे पानी भर गया. इसके चलते लोग अपना घर और सामान छोड़कर अन्य जगहों पर रहने को मजबूर हैं. शुक्रवार को एसडीएम बिल्हौर रश्मि लांबा ने प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया.

बुलंदशहर में जल भराव से धान की फसल बर्बाद: खुर्जा तहसील के किर्रा मांचीचपुर जहां करीब 4 फीट तक खेतों और सड़क पर जलभराव होने से आवाजाही पूरी तरह ठप हो गई. ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि मधुसूदन डेरी और परम डेरी का केमिकल का पानी भी इसी रजवाहे में आ रहा है. स्थानीय लोगों के अनुसार इस्लामाबाद, किर्रा, माचीपुर और हसनगढ़ समेत करीब आधा दर्जन गांवों को खुर्जा नगर से जोड़ने वाली मुख्य सड़क पर भी जल भराव हो गया है. इस्लामाबाद में कई मकानों की दीवारें भी चिटक गयी हैं.

ट्रैक्टर पर बैठकर जल भराव वाले इलाके में पहुंची कासगंज डीएम: जिलाधिकारी कासगंज मेधा रूपम ने शुक्रवार को सौरव विकासखंड के गांव गंगागढ़ का दौरा किया. यहां जल भराव और नाले की समस्या को लेकर ग्रामीणों ने शिकायत की थी. जिलाधिकारी मेधा रूपम ने ट्रैक्टर पर बैठकर पूरे गांव का निरीक्षण किया. उन्होंने जिला पंचायत राज विभाग और सिंचाई विभाग के अधिकारियों को जल्द जल भराव की समस्या को दूर करने के निर्देश दिये.

बहराइच में तेजी से बढ़ रहा घाघरा का स्तर: सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता बीबी पाल ने बताया कि शुक्रवार की शाम चार बजे एल्गिन ब्रिज पर घाघरा का जलस्तर लाल निशान 106.07 मीटर के सापेक्ष 106.38 मीटर रिकॉर्ड किया गया. शारदा बैराज से एक लाख 38 हजार 707, गिरिजापुरी बैराज से दो लाख 69 हजार 492 व सरयू बैराज से 27926 क्यूसेक पानी छोड़ा गया. नेपाल में भीषण बारिश से नदियों का जलस्तर बढ़ने लगा है. तटवर्ती गांव बाढ़ का खतरा है. बाढ़ राहत चौकियों को अलर्ट कर दिया गया है. बारिश से सरयू और घाघरा नदी उफान पर हैं. नदी के समीपवर्ती गांवों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है. खेरीपुरवा, बड़खड़िया, चहलवा, रामपुर रेतिया, गुप्तापुरवा, जंगल गुलरिहा, सुजौली आदि ग्रामीण इलाकों के कई रास्तों पर बाढ़ का पानी भर गया है.

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Last Updated : Sep 13, 2024, 8:08 PM IST
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