अजमेर. राजस्थान में द्वितीय चरण के लोकसभा चुनाव के तहत प्रचार के अंतिम दिन अजमेर में भाजपा की ओर से पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी और पूर्व राज्य मंत्री अनीता भदेल ने प्रेसवार्ता की. दोनों भाजपाई नेताओं ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. वहीं भाजपा की ओर से अपना पक्ष रखा. चतुर्वेदी ने कहा कि बीजेपी सरकार बनी तो एससी, एसटी और ओबीसी आरक्षण के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं होगी. वहीं भदेल ने कहा कि कांग्रेस ने महिला आरक्षण के लिए बात की लेकिन कुछ नहीं किया. मोदी सरकार ने महिलाओं को आरक्षण दिया और हर योजना महिलाओं के हित में बनाकर लागू किया.
चतुर्वेदी ने कहा कि द्वितीय चरण में 13 लोकसभा क्षेत्र के मतदाता देश की सुरक्षा और आने वाले भविष्य को देखते हुए मतदान करें. उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि जाति, धर्म, संप्रदाय की राजनीति कांग्रेस करती आई है. एक बार फिर जमीन सरक रही है, तो झूठ बोलकर लोगों को गुमराह कर रही है. यह वही कांग्रेस है जिसने बार-बार अपने फायदे के लिए संविधान में संशोधन किए.
उन्होंने कहा कि आर्टिकल 28 जवाहरलाल नेहरू के समय 1957 में लाया गया और इसके बाद भी बदलते रहे. आर्टिकल 56 को बदलकर संसद की कार्य अवधि को बढ़ाकर इंदिरा गांधी को पीएम बनाए रखने का काम किया. यह वही कांग्रेस पार्टी है जिसने अंबेडकर को भारत रत्न 50 वर्षों तक नहीं दिया. देश में वीपी सिंह की सरकार बनी. तब आरक्षण को मजबूत करने का काम हुआ और आगे भी सरकार बनी, तो एसटी-एससी आरक्षण में किसी प्रकार की छेड़छाड़ नरेंद्र मोदी की सरकार में कोई नहीं कर सकता.
कांग्रेस ने अटकाया ईआरपीसी प्रोजेक्ट: एक सवाल के जवाब में चतुर्वेदी ने कहा कि मोदी सरकार की हर जिले में मेडिकल कॉलेज खोलने की योजना है. इसके तहत राजस्थान के प्रत्येक जिले में भी मेडिकल कॉलेज खोले गए. जोधपुर में एम्स, आईआईएम लेकर आए. सेंट्रल यूनिवर्सिटी अजमेर में आई है. लिहाजा राजस्थान को विकास की दृष्टि से जितना शेयर मिलता है, उससे अधिक शेयर मिला है. उन्होंने कहा कि राजस्थान में भजनलाल सरकार को अभी तीन माह का समय बिता है. 5 वर्ष से ईआरसीपी का प्रोजेक्ट कांग्रेस ने अटका रखा था. नरेंद्र मोदी के सहयोग के कारण प्रोजेक्ट को लेकर समझौता हुआ और काम आगे बढ़ा.
यमुना जल लाने को लेकर कांग्रेस ने बोला झूठ: यमुना के जल को लाने का झांसा देकर 50 वर्षों से वोट की फसल कांग्रेस काटती आई है. इसके बाद कांग्रेस ने इस पर चर्चा तक नहीं की. मोदी सरकार ने हरियाणा सरकार के साथ समझौता करके काम को आगे बढ़ाया. चतुर्वेदी ने मोदी सरकार की ओडीएफ, उज्जवला, जनधन खाते, प्रधानमंत्री आवास, किसान निधि समेत अनेक योजनाओं को गिनाया और कहा कि इन योजनाओं से आमजन को लाभ मिला है. ऐसे में जनता मोदी के शासन और कल्याणकारी योजनाओं और कामकाज को देखकर भाजपा के पक्ष में मतदान करने का मन मतदाता बना चुके हैं.
अनीता भदेल ने कहा कि कांग्रेस सरकार में महिला आरक्षण की बात की, लेकिन उसको कभी भी अमली जामा नहीं पहनाया. मोदी सरकार ने मातृशक्ति वंदन बिल पारित करके महिलाओं को आरक्षण देने की व्यवस्था की. पहली बार महिलाओं को सेना में जगह मिली. पीएम मोदी ने महिलाओं के उत्थान के लिए बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ अभियान शुरू किया. कांग्रेस ने हमेशा पूर्व में महिलाओं के वोट हासिल किए, लेकिन महिलाओं के स्वास्थ्य, शिक्षा और आर्थिक सशक्तिकरण की कभी चिंता नहीं की. पीएम मोदी की अधिकतर योजनाएं महिलाओं के हित को देखते हुए देशभर में लागू की गईं. महिलाओं और अनुसूचित जाति-जनजाति के उद्धार के लिए यदि कोई सरकार ने काम किया है, तो वह केंद्र की मोदी सरकार है.
प्रियंका, राहुल और सोनिया सनातन को नहीं जानते: प्रियंका गांधी, राहुल गांधी और सोनिया गांधी सनातन हिंदू धर्म को कितना जानते हैं? यह पूरा देश जानता है. राहुल गांधी पूर्व में बयान दे चुके हैं कि हिंदू धर्म में जो शक्ति है, हमें उससे लड़ना है. मंगलसूत्र भी हिंदू धर्म का ही हिस्सा है. मंगलसूत्र के बारे में सोनिया गांधी को कोई जानकारी नहीं है. हमने कभी भी सोनिया गांधी के गले में मंगलसूत्र नहीं देखा है. जो मंगलसूत्र के महत्व को नहीं जानते, वह मंगलसूत्र के बारे में बात कैसे कर सकते हैं. यह केवल चुनाव में दिखावा है और नकली हिंदू बनने की बात प्रियंका गांधी करती हैं, तो यह उन्हें शोभा नहीं देता. देश की जनता सब जानती है कि वह क्या हैं और किस और उनका इशारा है. तुष्टिकरण उनकी नीति है और यही उनका एजेंडा है.
इसे भी पढ़ें-लोकसभा चुनाव 2024: दूसरे चरण की 13 लोकसभा सीटों पर चुनाव की तैयारियां पूरी, 26 अप्रैल सुबह 7 बजे से होगा मतदान - Rajasthan Lok Sabha Election 2024
कांग्रेस ने भी किया पलटवार : चुनाव प्रचार के अंतिम दिन कांग्रेस भी आक्रमक नजर आई. कांग्रेसी नेताओं ने केंद्र की भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा. कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता प्रियदर्शी भटनागर ने कहा कि राजस्थान में पहले चरण के चुनाव के बाद माहौल कांग्रेस के पक्ष का बना हुआ है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस बात से आश्वस्त हैं कि कांग्रेस और इंडिया गठबंधन मिलकर जीत की ओर अग्रसर है. प्रियदर्शी भटनागर ने कहा कि प्रथम चरण के चुनाव के बाद माहौल कांग्रेस के पक्ष में बना हुआ है। इसके रुझान भाजपा नेताओं और पीएम नरेंद्र मोदी के वक्तव्य से साफ देखने को मिलता है. भाजपा नेता झूठ बोलकर जनता को भ्रमित कर रहे हैं, यह भाजपा की पुरानी प्रणाली है. कांग्रेस अध्यक्ष और सभी नेताओं की ओर से भाजपा नेताओं से आग्रह और अल्टीमेटम भी दिया था कि जिस तरह से भाजपाई नेता संपत्ति बाटने, मंगलसूत्र, ध्रुवीकरण और तुष्टिकरण वाले बयान दे रहे हैं, उसका एक शब्द भी कांग्रेस के घोषणा पत्र में सार्वजनिक मंच पर बता दें, तो जो कहेंगे वो करेंगे. उन्होंने कहा कि हिंदू, मुस्लिम, संपत्ति बांटने, सोना बांटने, दो मकान में से एक मकान बेचने और संपत्ति के बंटवारे का कोई जिक्र या शब्द घोषणा पत्र में नहीं है.
राजीव गांधी ने खोला था राम मंदिर का ताला : पूर्व विधायक गोपाल बाहेती ने कहा कि सद्भाव और भाईचारे के लिए साफ कहा था कि नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोलने के लिए आया हूं, ऐसे व्यक्ति का उपहास शहजादा बोलकर करना भाजपा के शीर्ष नेताओं को शोभा नहीं देता. बाहेती ने कहा कि न्यायपालिका और मीडिया की स्वतंत्रता तक छीनी जा रही है. इंदिरा गांधी ने 174 देशों संगठन बनाकर विश्व को दिखा दिया था कि गुट निरपेक्षता में कितनी ताकत होती है. उसके बाद भी इंदिरा गांधी ने कभी नहीं कहा कि यह मैंने किया है. उन्होंने यही कहा कि यह देश ने काम किया. सेना, वैज्ञानिक, मजदूर, किसान, युवा, महिलाएं, अल्पसंख्यक इन सबका पसीना लगा है, तब जाकर यह देश बना है. बाहेती ने कहा कि भाजपा राम मंदिर का मुद्दा उठाती है, लेकिन वास्तविकता यह है कि रामलला मंदिर में बंद थे, उनके मंदिर का दरवाजा सबसे पहले राजीव गांधी ने खोला था. वहां राम लला की पूजा कांग्रेस पार्टी ने शुरू करवाई थी.
पूर्व प्रदेश सचिव और अजमेर उत्तर से कांग्रेस प्रत्याशी रहे महेंद्र सिंह रलावता ने कहा कि अजमेर में कांग्रेस के प्रति लोगों में माहौल है. देश में परिवर्तन का दौर है. 2004 में जब शाइनिंग इंडिया की बात की जाती थी, तब एक झटके में देश में मनमोहन सिंह की सरकार बन गई थी. तब भी कोई नहीं मान रहा था. रलावता ने विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी पर भी गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि बीजेपी की इससे बड़ी क्या बौखलाहट हो सकती है कि संवैधानिक पद पर बैठने के बावजूद वासुदेव देवनानी खुलेआम चुनाव प्रचार कर रहे हैं.