शिमला: हिमाचल में लोकसभा चुनाव के लिए 07 मई को अधिसूचना जारी होगी. लेकिन उससे पहले ही सियासी जंग में तरह-तरह के पोस्टर नजर आने लगे हैं. जो सुर्खियां बटोरने के साथ कई सियासी संदेश भी दे रहे हैं. ऐसा ही एक पोस्टर कांग्रेस की ओर से खास तौर पर मंडी लोकसभा सीट के लिए बनाया गया है. जहां कांग्रेस ने बीजेपी उम्मीदवार कंगना रनौत के खिलाफ विक्रमादित्य सिंह को मैदान में उतारा है. ये पोस्टर एक सियासी संदेश तो दे रहा है लेकिन कांग्रेस से इस पोस्टर में एक गलती भी हो गई है.
पोस्टर में क्या खास है ?
हिमाचल के मंडी सीट देश की सबसे वीवीआईपी सीट में शुमार हो गई है. कंगना की एट्री के बाद कांग्रेस ने विक्रमादित्य सिंह को मैदान में उतारकर मंडी की जंग को दिलचस्प बना दिया. अब इन दिनों दोनों उम्मीदवार का प्रचार जोर-शोर से चल रहा है. कांग्रेस की ओर से खास मंडी लोकसभा सीट के लिए एक पोस्टर जारी किया गया है जिसमें मंडी से उम्मीदवार के तौर पर विक्रमादित्य सिंह के चेहरे के साथ पूर्व मुख्यमंत्री और विक्रमादित्य सिंह के पिता वीरभद्र सिंह का चेहरा भी है. 'अपनेपन की मिठास, जनता का विश्वास' के नारे के साथ ये पोस्टर मंडी में एक नई जंग की ओर इशारा कर रहा है.
वीरभद्र सिंह vs मोदी हुई मंडी की जंग
इस पोस्टर के साथ ही कांग्रेस ने चुनावी रण में वीरभद्र सिंह की एट्री करवा दी है. दरअसल बीजेपी इस बार भी पीएम मोदी के नाम पर चुनाव लड़ रही है. मंडी से बीजेपी प्रत्याशी कंगना रनौत हर मंच पर कहती हैं कि वो पीएम मोदी के नाम और उनकी योजनाओं के नाम पर चुनाव लड़ रही हैं. वहीं मंडी लोकसभा सीट पर कांग्रेस ने इस जंग को नरेंद्र मोदी बनाम वीरभद्र सिंह बना दिया है. प्रदेश के छह बार मुख्यमंत्री रहे स्वर्गीय वीरभद्र सिंह का ये पोस्टर विक्रमादित्य सिंह ने सोशल मीडिया पेज पर शेयर किया है. साफ है कि मंडी सीट से लोकसभा चुनाव लड़ रहे विक्रमादित्य सिंह जीत के लिए पिता वीरभद्र सिंह के राजनीतिक कद का सहारा ले रहे हैं.
पोस्टर से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे नदारद
विक्रमादित्य सिंह पोस्टर शेयर किया गया है, उसमें वीरभद्र सिंह और विक्रमादित्य सिंह की बड़ी तस्वीरें हैं जबकि टॉप में सोनिया गांधी, राहुल गांधी, हिमाचल कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला, महासचिव प्रियंका गांधी, हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री की तस्वीरें लगाई गई हैं. लेकिन पोस्टर में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की तस्वीर पोस्टर से गायब है. अब ये गलती है या कुछ और इसका जवाब कांग्रेस के पास ही होना चाहिए.
मंडी में कांग्रेस को वीरभद्र सिंह का सहारा
हिमाचल की सियासत का जिक्र वीरभद्र सिंह के जिक्र के बगैर अधूरा है, खासकर मंडी लोकसभा सीट पर वो अब भी कांग्रेस के लिए बड़ा सहारा हैं. उन्होंने मंडी से ही 1962 में लोकसभा का अपना पहला चुनाव लड़ा और सांसद बने. वीरभद्र सिंह मंडी लोकसभा सीट से 3 बार सांसद बनने के अलावा केंद्र की यूपीए सरकार में मंत्री भी रहे. वो 6 बार हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे, जो एक रिकॉर्ड है. 8 जुलाई 2021 को हिमाचल की राजनीति के किंग रहे वीरभद्र सिंह का निधन हो गया, लेकिन लोगों के दिलों में अभी भी वीरभद्र सिंह की छवि का प्रभाव है. जिसे भुनाने की कोशिश कांग्रेस लोकसभा चुनाव के दौरान कर रही है.
मंडी संसदीय क्षेत्र के सांसद राम स्वरूप शर्मा के निधन के बाद अक्टूबर 2021 में हुए लोकसभा उपचुनाव में कांग्रेस ने वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह को चुनाव मैदान में उतारा था. उस दौरान भी मंडी सीट पर वीरभद्र सिंह की छवि और हिमाचल में उनके समय हुए विकास को लेकर वोट मांगे गए थे. मंडी लोकसभा उपचुनाव में वीरभद्र सिंह की सहानुभूति की लहर के आगे मोदी मैजिक टिक नहीं पाया था और कांग्रेस प्रत्याशी प्रतिभा सिंह की उपचुनाव में जीत हुई थी.
ये भी पढ़ें: बिगड़े हुए शहजादे हैं ये, वीरभद्र जी होते तो टीका जी को डांट लगाते, कहते बड़ी बहन से माफी मांग: कंगना रनौत