हजारीबागः सदर विधानसभा भारतीय जनता पार्टी का गढ़ माना जाता है. यह भी कहा जाता है कि इस गढ़ को पदमा राज परिवार के युवराज और पूर्व विधायक सौरभ नारायण सिंह कड़ी टक्कर दे सकते है. इस विधानसभा चुनाव में सौरभ नारायण सिंह चुनाव नहीं लड़ेंगे. उनके सारथी कहे जाने वाले विनोद कुशवाहा की चाहत है कि वह सदर विधानसभा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार हो. ऐसे में उन्होंने अपनी दावेदारी भी पेश की है.
हजारीबाग से लगभग 32 कार्यकर्ताओं ने चुनाव लड़ने के लिए आवेदन दिया है. उनमें एक नाम विनोद कुशवाहा का भी है. विनोद कुशवाहा की चर्चा इसलिए हो रही है क्योंकि वह पदमा राजा युवराज सौरभ नारायण सिंह के सारथी कहे जाते हैं. हजारीबाग से सौरभ नारायण सिंह 2005 और 2009 में दो बार विधायक बने. 2009 और 2014 में उन्होंने लोकसभा चुनाव में भी अपनी किस्मत आजमाई लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा. पूरे 10 साल के कार्यकाल में विनोद कुशवाहा उनके साथ रहे. इस विधानसभा चुनाव में सौरभ नारायण सिंह चुनाव नहीं लड़ेंगे.
विनोद कुशवाहा ने अपनी दावेदारी पेश की है. उनका कहना है कि उन्होंने सौरभ नारायण सिंह के कहने पर ही चुनाव लड़ने के लिए कदम बढ़ाया है. विनोद कुमार कुशवाहा का कहना है कि सौरभ नारायण सिंह हजारीबाग सदर से उम्मीदवार बन गए तो वह अपनी दावेदारी भी वापस ले लेंगे. क्योंकि सौरभ नारायण सिंह ही उनके राजनीतिक गुरु हैं. विनोद कुमार कुशवाहा झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश महासचिव के पद पर अपनी सेवा दे रहे हैं. विनोद कुमार कुशवाहा से संवाददाता गौरव प्रकाश ने खास बातचीत की.
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