बरकट्ठा, हजारीबागः आरोपियों की गिरफ्तारी के बावजूद अपहृत बालक की बरामदगी नहीं होने के विरोध में आक्रोशित लोगों ने शुक्रवार को चालकुशा थाना का घेराव किया और अपना विरोध जताया. इस दौरान ग्रामीणों के साथ विधायक अमित यादव भी उपस्थित रहे. आक्रोशित लोगों का कहना था कि आरोपियों की गिरफ्तारी होने के बावजूद अब तक पुलिस बालक को बरामद नहीं कर सकी है. क्षेत्र में अपराधियों का बोलबाला हो गया है. अब अपराधी छोटे-छोटे बच्चों का अपहरण कर रहे हैं, लेकिन पुलिस तलाश नहीं कर पा रही है.
परिजनों का कहना है कि बच्चा जिंदा है या मुर्दा है इसकी जानकारी फिलहाल नहीं लग पाई है. अगर किसी तरह की अनहोनी हुई है तो आरोपियों को फांसी की सजा दी जाए. वहीं मामले में ग्रामीणों ने कहा कि यदि अनहोनी हुई है तो प्रशासन से पीड़ित परिवार को 10 लाख रुपए मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को नौकरी दे.
14 फरवरी को बालक का किया गया था अपहरण
बताते चलें कि 14 फरवरी 2024 को दिनेश साव का 8 वर्षीय पुत्र लापता हो गया था. बालक बरकट्ठा के चालकुशा थाना क्षेत्र अंतर्गत चांदनी चौक से लापता हुआ था. बुधवार शाम को दुकान से लगभग शाम 6 बजे रहस्यमय स्थिति में गायब हो गया था. जिसके बाद परिजन उसकी खोजबीन में जुट गए थे.
अपहरणकर्ताओं ने मांगी थी पांच लाख की फिरौती
बुधवार को रात को लगभग 08:00 बजे परिजनों को जानकारी हुई की बच्चे का अपहरण कर लिया गया है .अपहरणकर्ता ने 7739661579 से दिनेश साव को फोन कर पांच लाख की फिरौती मांगी. फिरौती की रकम इसी नंबर के फोन पे पर भेजने को कहा गया. जिसके बाद दिनेश साव ने एक रुपए उस फोन पे नंबर पर भेजा था.
मोबाइल लोकेशन के आधार पर पुलिस ने चार आरोपियों को किया है गिरफ्तार
उधर, अपहृत बालक की मां चमेली देवी ने रात के लगभग 9:30 बजे चलकुशा थाना को मामले की सूचना दी थी. जानकारी मिलने के बाद चलकुशा थाना पुलिस हरकत में आ गई. पुलिस ने मोबाइल लोकेशन के आधार पर चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ जारी है.
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