दुमका : जिले में बन रही देवघर बासुकीनाथ फोरलेन सड़क का ग्रामीणों ने विरोध किया है. ग्रामीणों का आरोप है कि सड़क निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया जा रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि उनकी जमीन अधिग्रहण कर फोरलेन का निर्माण किया जा रहा है. लेकिन फिर भी उन्हें सड़क निर्माण कार्य से दूर रखा जा रहा है. वहीं दूसरे राज्यों के लोगों से यह काम कराया जा रहा है. विरोध करने वाले गांव में बागमरी, चंदन पहाड़ी, सहारा, जोगिया मोड, हथनामा, बोगली, बिशुनपुर, धरमपुर, आदि गांव के ग्रामीण शामिल थे.
बासुकीनाथ से देवघर तक बन रहे फोरलेन सड़क निर्माण कार्य में रोजगार नहीं मिलने से स्थानीय युवा ठगा महसूस कर रहे हैं. स्थानीय बेरोजगार युवाओं ने बताया कि ग्रामीणों की आजीविका का मुख्य साधन खेती है. फोरलेन सड़क निर्माण कार्य के लिए सरकार ने उनकी उपजाऊ जमीन का अधिग्रहण कर लिया, जिससे खेती योग्य जमीन खत्म होने से खेतिहर मजदूर बेरोजगार हो गए.
उन्होंने कहा कि सड़क निर्माण कार्य शुरू करने से पहले कंपनी ने स्थानीय लोगों को निर्माण कार्य में रोजगार देने का आश्वासन दिया था, लेकिन कार्य शुरू होने के बाद स्थानीय युवाओं की मांगों को नजरअंदाज कर बाहरी लोगों से कार्य लिया जा रहा है, जिससे स्थानीय युवाओं में रोष है.
लोगों ने सरकार से रोजगार की मांग की है. स्थानीय लोगों ने कहा कि जब फोरलेन सड़क निर्माण के लिए हमारी जमीन ली गई है तो काम भी हमें ही मिलना चाहिए, लेकिन दूसरे राज्यों के लोगों को काम पर लगाया जा रहा है, इसलिए हम सरकार और स्थानीय प्रशासन से मांग करते हैं कि हमें बनने वाले फोरलेन सड़क में रोजगार दिया जाए, नहीं तो हम इसका जमकर विरोध करेंगे.
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