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बिजली चोरी पकड़ने गए निगम के कर्मचारियों को ग्रामीणों ने बनाया बंधक, की पीटाई

जींद के सफीदों के गांव सिंघाना में ग्रामीणों ने बिजली चोरी पकड़ने गई टीम के साथ मारपीट की है.

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By ETV Bharat Haryana Team

Published : 2 hours ago

Villagers beat up corporation team
Villagers beat up corporation team (ETV Bharat)

जींद: सफीदों उपमंडल के गांव सिंघाना में गुरुवार को बिजली चोरी पकड़ने गई दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम सफीदों की टीम के 7 कर्मचारियों को ग्रामीणों ने बंधक बना लिया. इस दौरान ग्रामीणों ने कर्मचारियों को थप्पड़ जड़ते हुए उनकी पिटाई भी की. हालांकि, 3 कर्मचारी मौके से भागने में कामयाब हो गए. बंधक बनाए कर्मचारियों से ग्रामीणों ने लिखित पत्र लिया कि हमने कोई गांव में चोरी नहीं पकड़ी है और ना ही आगे से गांव सिंघाना में बिजली चोरी पकड़ने आएंगे. करीब दो घंटे बाद सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंच कर बिजली निगम के कर्मचारियों को ग्रामीणों से छुड़वाया. घायल हुए कर्मचारियों व गांव सिंघाना की महिलाओं ने नागरिक अस्पताल में अपना-अपना मेडिकल करवाया. पुलिस मामले की जांच कर रही है.

ग्रामीणों का आरोप- फोरमेन रखता है रंजिश : गांव सिंघाना के ग्रामीणों के आरोप थे कि बिजली कर्मचारी बगैर किसी शिकायत के ही एक मकान में घुस गए और महिलाओं की वीडियो बनाने लगे. ग्रामीणों का कहना था कि गांव के हर घर के बाहर पोल पर बिजली के मीटर लगे हुए हैं तो घर में घुसने का क्या काम है. इस प्रकार से बिना किसी शिकायत व मकान मालिक की इजाजत के कर्मचारियों का किसी के घर में आना पूरी तरह से गलत है. साथ ही ग्रामीणों ने कहा कि बिजली निगम के कर्मचारी गांव सिंघाना के ग्रामीणों ने पिछले काफी दिनों से रंजिश बनाए हुए हैं. अभी कुछ दिन पहले गांव के दिलबाग का लाखों रुपयों का चोरी चालान बनाया गया था.

ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि फोरमेन एरिया इंचार्ज सीता राम सिंघाना के ग्रामीणों से उसी दिन से रंजिश रखते हैं, जब गांव सिंघाना के ग्रामीणों ने बिजली शेड्यूल बदलवाने के लिए गांव के पावर हाउस पर तालाबंदी की थी. इस दौरान सीताराम के साथ ग्रामीणों की तू-तू, मैं-मैं हो गई थी. उसके बाद वो आए दिन गांव सिंघाना में ही बिजली चोरी को लेकर बगैर किसी उच्चाधिकारियों के आदेश व शिकायतों के घरों में घूस आते हैं. गुरुवार 11 बजे निगम की टीम ने विक्रम के मकान में अंदर जाकर वीडियो बनानी शुरू कर दी. इस दौरान मकान में महिलाएं जिस भी हालत में थी उनकी भी वीडियो बनाई गई और उनके साथ धक्कामुक्की की गई. महिलाओं का शोर सुनकर काफी तादाद में ग्रामीण मौके पर पहुंचे. ग्रामीणों ने बिजली कर्मचारियों को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया.

फोरमैन को ग्रामीणों ने पीटा : इस मामले में गांव सिंघाना के सैंकड़ों ग्रामीण सदर थाना सफीदों पहुंचे. जिन्होंने निगम के कर्मचारियों के खिलाफ शिकायत देकर उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की. वहीं नागरिक अस्पताल में मेडिकल करवाने पहुंचे सिंघाना के एरिया इंचार्ज फोरमैन सीताराम ने कहा कि वह अधिकारियों के आदेश पर अपनी टीम के साथ गांव सिंघाना में बिजली चोरी पकड़ने के लिए गए थे. टीम में उनके साथ जेई राम अवतार, एएलएम कुलदीप, लाइनमैन राजीव, लाइनमैन विनोद वर्मा व ड्राइवर राजू शामिल थे. टीम ने गांव सिंघाना में दो चोरियां पकड़ ली थी और साथ ही उनकी वीडियो अपने फोन में बना ली थी. जिसको लेकर ग्रामीण नाराज हो गए और उन्हें पकड़ कर बंधक बना लिया और फिर उनके साथ मारपीट की. इस दौरान उनके फोन से वीडियो डिलीट करवाई गई और एक कर्मचारी का फोन भी तोड़ दिया. उनको बंधक बनाने के बाद उनसे एक लिखित एक पत्र लिया गया कि आइंदा गांव सिंघाना में घुसे तो उनका बुरा परिणाम भुगतना पड़ेगा. डर के मारे उन्हे यह पत्र लिखना पड़ा कि आगे वे गांव सिंघाना में चोरी पकड़ने के लिए नहीं आएंगे.

इसे भी पढ़ें : फतेहाबाद : धान की खरीद न होने से लघु सचिवालय पर किसानों का धरना... मेवात में खाद की कालाबाजारी

जींद: सफीदों उपमंडल के गांव सिंघाना में गुरुवार को बिजली चोरी पकड़ने गई दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम सफीदों की टीम के 7 कर्मचारियों को ग्रामीणों ने बंधक बना लिया. इस दौरान ग्रामीणों ने कर्मचारियों को थप्पड़ जड़ते हुए उनकी पिटाई भी की. हालांकि, 3 कर्मचारी मौके से भागने में कामयाब हो गए. बंधक बनाए कर्मचारियों से ग्रामीणों ने लिखित पत्र लिया कि हमने कोई गांव में चोरी नहीं पकड़ी है और ना ही आगे से गांव सिंघाना में बिजली चोरी पकड़ने आएंगे. करीब दो घंटे बाद सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंच कर बिजली निगम के कर्मचारियों को ग्रामीणों से छुड़वाया. घायल हुए कर्मचारियों व गांव सिंघाना की महिलाओं ने नागरिक अस्पताल में अपना-अपना मेडिकल करवाया. पुलिस मामले की जांच कर रही है.

ग्रामीणों का आरोप- फोरमेन रखता है रंजिश : गांव सिंघाना के ग्रामीणों के आरोप थे कि बिजली कर्मचारी बगैर किसी शिकायत के ही एक मकान में घुस गए और महिलाओं की वीडियो बनाने लगे. ग्रामीणों का कहना था कि गांव के हर घर के बाहर पोल पर बिजली के मीटर लगे हुए हैं तो घर में घुसने का क्या काम है. इस प्रकार से बिना किसी शिकायत व मकान मालिक की इजाजत के कर्मचारियों का किसी के घर में आना पूरी तरह से गलत है. साथ ही ग्रामीणों ने कहा कि बिजली निगम के कर्मचारी गांव सिंघाना के ग्रामीणों ने पिछले काफी दिनों से रंजिश बनाए हुए हैं. अभी कुछ दिन पहले गांव के दिलबाग का लाखों रुपयों का चोरी चालान बनाया गया था.

ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि फोरमेन एरिया इंचार्ज सीता राम सिंघाना के ग्रामीणों से उसी दिन से रंजिश रखते हैं, जब गांव सिंघाना के ग्रामीणों ने बिजली शेड्यूल बदलवाने के लिए गांव के पावर हाउस पर तालाबंदी की थी. इस दौरान सीताराम के साथ ग्रामीणों की तू-तू, मैं-मैं हो गई थी. उसके बाद वो आए दिन गांव सिंघाना में ही बिजली चोरी को लेकर बगैर किसी उच्चाधिकारियों के आदेश व शिकायतों के घरों में घूस आते हैं. गुरुवार 11 बजे निगम की टीम ने विक्रम के मकान में अंदर जाकर वीडियो बनानी शुरू कर दी. इस दौरान मकान में महिलाएं जिस भी हालत में थी उनकी भी वीडियो बनाई गई और उनके साथ धक्कामुक्की की गई. महिलाओं का शोर सुनकर काफी तादाद में ग्रामीण मौके पर पहुंचे. ग्रामीणों ने बिजली कर्मचारियों को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया.

फोरमैन को ग्रामीणों ने पीटा : इस मामले में गांव सिंघाना के सैंकड़ों ग्रामीण सदर थाना सफीदों पहुंचे. जिन्होंने निगम के कर्मचारियों के खिलाफ शिकायत देकर उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की. वहीं नागरिक अस्पताल में मेडिकल करवाने पहुंचे सिंघाना के एरिया इंचार्ज फोरमैन सीताराम ने कहा कि वह अधिकारियों के आदेश पर अपनी टीम के साथ गांव सिंघाना में बिजली चोरी पकड़ने के लिए गए थे. टीम में उनके साथ जेई राम अवतार, एएलएम कुलदीप, लाइनमैन राजीव, लाइनमैन विनोद वर्मा व ड्राइवर राजू शामिल थे. टीम ने गांव सिंघाना में दो चोरियां पकड़ ली थी और साथ ही उनकी वीडियो अपने फोन में बना ली थी. जिसको लेकर ग्रामीण नाराज हो गए और उन्हें पकड़ कर बंधक बना लिया और फिर उनके साथ मारपीट की. इस दौरान उनके फोन से वीडियो डिलीट करवाई गई और एक कर्मचारी का फोन भी तोड़ दिया. उनको बंधक बनाने के बाद उनसे एक लिखित एक पत्र लिया गया कि आइंदा गांव सिंघाना में घुसे तो उनका बुरा परिणाम भुगतना पड़ेगा. डर के मारे उन्हे यह पत्र लिखना पड़ा कि आगे वे गांव सिंघाना में चोरी पकड़ने के लिए नहीं आएंगे.

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