ETV Bharat / state

कांकेर में कैसे संवरेगा बच्चों का बचपन, बिना स्कूल भवन हो रही पढ़ाई, विरोध में ग्रामीणों ने की तालाबंदी - Villagers locked school

Villagers locked school कांकेर के भैसाकन्हर में ग्रामीणों ने स्कूल भवन में ताला लगा दिया.जिसके बाद बच्चे स्कूल के बाहर बैठकर पढ़ाई करने लगे.

author img

By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Jul 8, 2024, 8:32 PM IST

Updated : Jul 8, 2024, 9:07 PM IST

Villagers locked school
बिना स्कूल भवन हो रही पढ़ाई (ETV Bharat Chhattisgarh)

कांकेर : भानुप्रतापपुर के भैसाकन्हर गांव में ग्रामीणों ने छात्रों के साथ स्कूल में ताला लगाकर धरना प्रदर्शन किया. स्कूल में ताला लगाने के बाद बच्चे स्कूल के बाहर खुले में बैठकर पढ़ाई करते नजर आए.ग्रामीणों के मुताबिक लंबे समय से स्कूल भवन की मांग की जा रही है.लेकिन उनकी मांग को हर बार अनसुना कर दिया गया.इसलिए जब तक नया भवन नहीं मिलेगा तब तक स्कूल का ताला नहीं खुलेगा.

दूसरे स्कूल के भवन में होती है पढ़ाई : आपको बता दें कि हाईस्कूल के बच्चों के पास पढ़ाई करने के लिए उनका खुद का स्कूल भवन नहीं है. बच्चे मीडिल स्कूल में बैठकर पढ़ाई करने के लिए मजबूर है.पिछले कई साल से बच्चे अपना स्कूल भवन मांग रहे हैं.लेकिन उन्हें स्कूल भवन नहीं मिल रहा.इसलिए सोमवार को बच्चों के अभिभावकों ने स्कूल में तालाबंदी कर दी.इसके बाद बच्चे स्कूल के बाहर ही पढ़ाई करने लगे.

Villagers locked school
स्कूल के बाहर बच्चों ने बैठकर की पढ़ाई (ETV Bharat Chhattisgarh)

अफसरों ने खुलवाया ताला : इस बात की जानकारी जब प्रशासनिक अधिकारियों को लगी तो उन्होंने स्कूल भवन का ताला खुलवाया.अफसरों ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही स्कूल भवन बनाया जाएगा.

''शासन स्तर पर स्कूल भवन निर्माण के लिए प्रस्ताव बनाकर भेजा जा चुका है. जैसे ही स्वीकृति मिलेगी स्कूल भवन का निर्माण किया जाएगा.''- सदेसिंह कोमरे, खंड शिक्षा अधिकारी भानुप्रतापपुर

भले ही प्रशासन ने ग्रामीणों को जल्द ही नए स्कूल भवन की बात को लेकर फिलहाल शांत करवा लिया है.लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि यदि तय समय में स्कूल भवन नहीं मिला तो चक्काजाम करके बड़ी लड़ाई लड़ी जाएगी.आईए अब आपको कांकेर जिले के स्कूली भवनों की स्थिति आंकड़ों में समझाते है.

कांकेर जिला शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार कोयलीबेड़ा विकासखंड में सर्वाधिक 12 स्कूल भवनविहिन हैं. इनमें 11 प्राथमिक और 1 मिडिल स्कूल हैं. अंतागढ़ विकासखंड में 11 स्कूल भवनविहिन हैं, जिनमें 5 प्राथमिक, 1 मिडिल, 4 हाईस्कूल और 1 हायर सेकेंडरी है. भानुप्रतापपुर में 10 स्कूल भवनविहिन हैं, जिनमें 7 हाईस्कूल व 3 हायर सेकेंडरी हैं. कांकेर विकासखंड में 4 स्कूल भवनविहिन हैं, जिनमें 1 प्राथमिक, 1 हाईस्कूल और 2 हायर सेकेंडरी है. नरहरपुर में भी 7 स्कूल भवनविहिन हैं, जिनमें 5 हाईस्कूल और 2 हायर सेकेंडरी है.कांकेर जिले में 1591 प्राथमिक स्कूल भवन हैं, जिनमें 17 प्राथमिक स्कूल भवन विहीन हैं, 85 जर्जर स्थिति में है. 608 मिडिल स्कूल है, 2 भवनविहीन है, 48 जर्जर स्थिति में है. हाईस्कूल 103 है, 17 भवन विहीन है, 9 जर्जर स्थिति में है.हायर सेकेंडरी 140 हैं, 8 भवन विहीन हैं, 4 जर्जर स्थिति में स्कूल भवन हैं.

सूरजपुर में शाला प्रवेशोत्सव पड़ा फीका, जानिए पढ़ाई पर कौन पड़ रहा भारी - elephants terror in Surajpur
दुर्ग में जिला स्तरीय शाला प्रवेशोत्सव, सांसद विजय बघेल ने बच्चों को दी खास नसीहत - CG school entrance festival in Durg
बगीया में सीएम विष्णुदेव साय ने नवप्रवेशी बच्चों को कराया शाला प्रवेश, 10वीं 12वीं के टॉपर्स का भी होगा सम्मान - Bagiya shaala praveshotsav

कांकेर : भानुप्रतापपुर के भैसाकन्हर गांव में ग्रामीणों ने छात्रों के साथ स्कूल में ताला लगाकर धरना प्रदर्शन किया. स्कूल में ताला लगाने के बाद बच्चे स्कूल के बाहर खुले में बैठकर पढ़ाई करते नजर आए.ग्रामीणों के मुताबिक लंबे समय से स्कूल भवन की मांग की जा रही है.लेकिन उनकी मांग को हर बार अनसुना कर दिया गया.इसलिए जब तक नया भवन नहीं मिलेगा तब तक स्कूल का ताला नहीं खुलेगा.

दूसरे स्कूल के भवन में होती है पढ़ाई : आपको बता दें कि हाईस्कूल के बच्चों के पास पढ़ाई करने के लिए उनका खुद का स्कूल भवन नहीं है. बच्चे मीडिल स्कूल में बैठकर पढ़ाई करने के लिए मजबूर है.पिछले कई साल से बच्चे अपना स्कूल भवन मांग रहे हैं.लेकिन उन्हें स्कूल भवन नहीं मिल रहा.इसलिए सोमवार को बच्चों के अभिभावकों ने स्कूल में तालाबंदी कर दी.इसके बाद बच्चे स्कूल के बाहर ही पढ़ाई करने लगे.

Villagers locked school
स्कूल के बाहर बच्चों ने बैठकर की पढ़ाई (ETV Bharat Chhattisgarh)

अफसरों ने खुलवाया ताला : इस बात की जानकारी जब प्रशासनिक अधिकारियों को लगी तो उन्होंने स्कूल भवन का ताला खुलवाया.अफसरों ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही स्कूल भवन बनाया जाएगा.

''शासन स्तर पर स्कूल भवन निर्माण के लिए प्रस्ताव बनाकर भेजा जा चुका है. जैसे ही स्वीकृति मिलेगी स्कूल भवन का निर्माण किया जाएगा.''- सदेसिंह कोमरे, खंड शिक्षा अधिकारी भानुप्रतापपुर

भले ही प्रशासन ने ग्रामीणों को जल्द ही नए स्कूल भवन की बात को लेकर फिलहाल शांत करवा लिया है.लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि यदि तय समय में स्कूल भवन नहीं मिला तो चक्काजाम करके बड़ी लड़ाई लड़ी जाएगी.आईए अब आपको कांकेर जिले के स्कूली भवनों की स्थिति आंकड़ों में समझाते है.

कांकेर जिला शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार कोयलीबेड़ा विकासखंड में सर्वाधिक 12 स्कूल भवनविहिन हैं. इनमें 11 प्राथमिक और 1 मिडिल स्कूल हैं. अंतागढ़ विकासखंड में 11 स्कूल भवनविहिन हैं, जिनमें 5 प्राथमिक, 1 मिडिल, 4 हाईस्कूल और 1 हायर सेकेंडरी है. भानुप्रतापपुर में 10 स्कूल भवनविहिन हैं, जिनमें 7 हाईस्कूल व 3 हायर सेकेंडरी हैं. कांकेर विकासखंड में 4 स्कूल भवनविहिन हैं, जिनमें 1 प्राथमिक, 1 हाईस्कूल और 2 हायर सेकेंडरी है. नरहरपुर में भी 7 स्कूल भवनविहिन हैं, जिनमें 5 हाईस्कूल और 2 हायर सेकेंडरी है.कांकेर जिले में 1591 प्राथमिक स्कूल भवन हैं, जिनमें 17 प्राथमिक स्कूल भवन विहीन हैं, 85 जर्जर स्थिति में है. 608 मिडिल स्कूल है, 2 भवनविहीन है, 48 जर्जर स्थिति में है. हाईस्कूल 103 है, 17 भवन विहीन है, 9 जर्जर स्थिति में है.हायर सेकेंडरी 140 हैं, 8 भवन विहीन हैं, 4 जर्जर स्थिति में स्कूल भवन हैं.

सूरजपुर में शाला प्रवेशोत्सव पड़ा फीका, जानिए पढ़ाई पर कौन पड़ रहा भारी - elephants terror in Surajpur
दुर्ग में जिला स्तरीय शाला प्रवेशोत्सव, सांसद विजय बघेल ने बच्चों को दी खास नसीहत - CG school entrance festival in Durg
बगीया में सीएम विष्णुदेव साय ने नवप्रवेशी बच्चों को कराया शाला प्रवेश, 10वीं 12वीं के टॉपर्स का भी होगा सम्मान - Bagiya shaala praveshotsav
Last Updated : Jul 8, 2024, 9:07 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.