कुल्लू: जिला कुल्लू की मणिकर्ण घाटी में बीते साल हुए प्राकृतिक आपदा के बाद अभी भी कई सड़कों की मरम्मत नहीं हो पाई तो कई जगह पर लोगों को खुद सड़कों की मरम्मत कार्य को पूरा करना पड़ रहा है. ऐसे में मणिकर्ण घाटी के ग्राम पंचायत दनोगी के साथ शाड शाहूट गांव की ओर जाने वाला पुल और सड़क भी प्राकृतिक आपदा की भेंट चढ़ गए थे, लेकिन पंचायत के द्वारा पुल और सड़क के मरम्मत न किए जाने को लेकर अब ग्रामीणों ने खुद ही पार्वती नदी पर बने लकड़ी के पुल के मरम्मत कार्य को शुरू कर दिया है.
ग्राम पंचायत दनोगी के अंतर्गत आने वाले शाड शाहूट गांव की ओर जाने वाले पुल की मरम्मत कार्य को अब ग्रामीण अपने स्तर पर पूरा कर रहे हैं, ताकि यहां पर ग्रामीणों को आवागमन में आसानी हो सके. शाड शाहूट गांव के स्थानीय निवासी विक्रांत शर्मा, अमरनाथ, ओमचंद, नाथूराम, रामनाथ का कहना है कि अब तक लोग अपनी जान जोखिम में डालकर इस लकड़ी के पुल को पार कर रहे थे. इन दिनों पार्वती नदी में जलस्तर कम है और इसका फायदा उठाते हुए भी अब यहां पर क्षतिग्रस्त हुए पुल के मरम्मत कार्य में जुट गए हैं.
ग्रामीणों का कहना है कि हालांकि इस बारे जिला प्रशासन के द्वारा पंचायत को 4 लाख रुपए की राशि दी गई थी, ताकि इससे सड़क की मरम्मत और पुल की मरम्मत का कार्य पूरा हो सके, लेकिन पंचायत के द्वारा अभी तक इसका काम नहीं किया गया. जिसके चलते अब ग्रामीणों ने स्वयं पुल के मरम्मत का कार्य का जिम्मा अपने सिर पर उठा लिया है.
वहीं, ग्रामीणों का कहना है कि पंचायत और जिला प्रशासन को चाहिए कि जो सड़क क्षतिग्रस्त हुई है उसकी भी जल्द से जल्द मरम्मत की जाए, ताकि आगामी फलों व सब्जियों के सीजन में लोगों को दिक्कत का सामना न करना पड़े. एसडीएम कुल्लू विकास शुक्ला का कहना है कि ग्राम पंचायत दनोगी के प्रतिनिधियों से इस बारे में जानकारी ली जाएगी और जल्द ही गांव में क्षतिग्रस्त हुई सड़क को भी ठीक कर दिया जाएगा.