शिमला: सुखविंदर सरकार में कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने हाल ही में हिमाचल में भी यूपी की तर्ज पर स्ट्रीट वेंडर्स को दुकान के बाहर अपनी आईडी लगाने को लेकर बयान दिया था. जिसके बाद दिल्ली से लेकर शिमला तक सियासी भूचाल मचा हुआ है. प्रदेश में छह बार के मुख्यमंत्री रहे स्वर्गीय वीरभद्र सिंह के पुत्र विक्रमादित्य सिंह का ये बयान कांग्रेस हाईकमान को राहुल गांधी की 'मोहब्बत की दुकान' वाली पॉलिटिक्स में फिट बैठता हुआ नजर नहीं आ रहा है. ऐसे में राष्ट्रीय स्तर पर विक्रमादित्य के बयान पर पार्टी का समर्थन कर रही अन्य पार्टियों ने देशभर में कांग्रेस पर बयानों की बौछार कर दी है. कांग्रेस हाईकमान को इसका जवाब देना मुश्किल हो गया.
इसी सियासी विवाद के बीच लोक निर्माण विभाग के मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने दिल्ली में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने प्रदेश के राजनीतिक हालातों और सरकार की ओर से चलाए गए कार्यक्रमों को लेकर आलाकमान को अवगत कराया. इस दौरान उन्होंने हिमाचल में पिछले दिनों मस्जिद के अवैध निर्माण सहित अन्य घटनाक्रमों को लेकर भी मल्लिकार्जुन खड़गे से चर्चा की.
'कांग्रेस की विचारधारा पर ही हो रहा काम': विक्रमादित्य सिंह ने कहा, "कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को आश्वस्त किया है कि प्रदेश में सरकार कांग्रेस पार्टी के मूल सिद्धांतों और विचारधारा के अनुसार ही कार्य कर रही है. कांग्रेस सरकार आम जनता के हितों को ध्यान में रखकर विकास की दिशा में आगे बढ़ रही है. मल्लिकार्जुन खड़गे को अवगत कराया गया कि कांग्रेस चुनाव के वक्त लोगों से किए गए वादों को पूरा कर रही है, जिसका आम जनता को भी लाभ हुआ है. मल्लिकार्जुन खड़गे प्रदेश की आंतरिक सुरक्षा से जुड़े मसलों को लेकर भी जानकारी दी गई है".
बता दें कि विक्रमादित्य सिंह ने हिमाचल प्रदेश में यूपी की तरह स्ट्रीट वेंडर्स को दुकान के बाहर आईडी लगाने को लेकर बयान दिया था, जिसके बाद विक्रमादित्य सिंह को दिल्ली तलब किया गया. वे पिछले कुछ दिनों से दिल्ली में ही है. इस दौरान उनकी कई नेताओं से मुलाकात हो चुकी है.
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