मंडी: लोकसभा सीट मंडी से कांग्रेस प्रत्याशी विक्रमादित्य सिंह ने शिकारी देवी में पहुंचकर कंगना रनौत को भाजपा द्वारा टिकट देने पर सवाल उठाए. विक्रमादित्य सिंह ने दावा किया है कि एक आरएसएस प्रचारक यूपी से मंडी आकर कंगना के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं. आज बीजेपी और उससे जुड़े संगठनों को यह सोचने की जरूरत है कि आखिर ऐसी स्थिति क्यों बनी.
विक्रमादित्य सिंह ने कहा आरएसएस के प्रचारक ने देव संस्कृति व सनातन धर्म को लेकर कंगना के खान-पान को लेकर जो बातें की हैं उन पर भाजपा को चिंतन करने की जरूरत है. भाजपा को आखिर ऐसी कौन सी नौबत आ गई कि उन्हें अपने बाकी नेताओं और कार्यकर्ताओं को दरकिनार करके एक ऐसे प्रत्याशी को चुनावी मैदान में उतारना पड़ा जो बीजेपी के गले की फांस बन गई.
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बता दें की मंडी लोकसभा सीट से आजाद प्रत्याशी के तौर दिनेश कुमार भाटी चुनाव लड़ रहे हैं जो उत्तर प्रदेश से हैं. उन्होंने हाल ही में अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा "वह आज भी RSS के प्रचारक हैं और उन्होंने कंगना रनौत के गो मांस खाने वाले वीडियो को लेकर बीजेपी को चेताया था. उन्होंने कहा संगठन ने मेरी बात को दरकिनार कर कंगना रनौत को अपना प्रत्याशी बनाया. इसी विरोध को लेकर उन्होंने मंडी लोकसभा सीट से कंगना रनौत के खिलाफ चुनाव लड़ने का फैसला कर नामांकन किया."
वहीं, विक्रमादित्य ने शिकारी देवी मंदिर में शीश नवाकर कहा साल 1988 में उनके पिता ने इसी मंदिर में आकर पुत्र प्राप्ति की मनोकामना मांगी थी जिसके बाद मेरा जन्म हुआ. कांग्रेस प्रत्याशी ने कहा मेरे पिता प्रदेश के पहले सीएम थे जो इस मंदिर में पहुंचे और यहां के विकास को शुरू किया.
शिमला जिले के सराहन में मां भीमाकाली हमारी कुलदेवी हैं लेकिन उसी तरह माता शिकारी देवी के प्रति भी हमारे परिवार की अटूट आस्था है. विक्रमादित्य सिंह ने कहा चुनाव के इस दौर में उन्होंने जीत का जो आशीवार्द मांगा है और उन्हें जीत मिलेगी. बता दें कि शिकारी देवी का यह मंदिर मंडी जिले में 11 हजार फीट की ऊंचाई पर बसा है.