देहरादून: उत्तराखंड पुलिस की वर्दी को एक बार फिर से सब इंस्पेक्टर (एसआई) ने दागदार किया है. मामला ऊधम सिंह नगर जिले का है. यहां विजिलेंस की टीम ने कैलाखेड़ा थाने में तैनात सब इंस्पेक्टर (एसआई) मोहन सिंह बोहरा को चार हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है.
आरोपी एसआई मोहन सिंह बोहरा के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है. एसआई मोहन सिंह बोहरा को रंगे हाथ रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार करने वाली टीम को निदेशक सतर्कता ने नगद पुरस्कार से पुरस्कृत करने की घोषणा की है.
दरअसल, शिकायतकर्ता ने सतर्कता अधिष्ठान के टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर 1064 पर शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें उन्होंने बताया कि वो कैलाखेड़ा थाने क्षेत्र के गणेशपुर गांव में अपना मकान बन रहा है, जिसके लिए उसने पड़ोसी से लाइट ली हुई थी. ऐसे में बिजली विभाग के जेई ने उस पर बिजली चोरी करने का आरोप लगाते हुए कैलाखेड़ा में तहरीर दी.
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आरोप है कि कैलाखेड़ा थाने में तनौत उपनिरीक्षक मोहन सिंह बोहरा मुकदमा न लिखने के एवज में चार हजार रुपए की मांग कर रहा था. लेकिन पीड़ित रिश्वत नहीं देना चाहता था. क्योंकि वो भ्रष्ट कर्मचारी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई चाहता था. निदेशक सतर्कता डॉ वी मुरूगेसन ने बताया ने बताया कि पीड़ित की शिकायत की जांच कराई गई तो वो सही पाई गई. इसके बाद शिकायत सतर्कता अधिष्ठान सेक्टर नैनीताल हल्द्वानी की तरफ से तत्काल ट्रैप टीम का गठन किया गया.
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बताया गया है कि टीम ने नियम अनुसार कार्रवाई करते हुए थाना कैलाखेड़ा जनपद ऊधमसिंहनगर में नियुक्त उपनिरीक्षक मोहन सिंह बोहरा को पीड़ित से चार हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया. आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अन्तर्गत मुकदमा दर्ज कर अग्रिम कार्रवाई की जा रही है.