विदिशा। जिले में लगभग 10 वर्ष पहले देहदानी विकास पचौरी द्वारा शुरू किए गए देहदान एवं नेत्रदान जागृति मिशन के परिणाम अब दिखने लगे हैं. बुधवार को विदिशा में एक देहदान व एक नेत्रदान संपन्न हुआ है. विठ्ठल नगर स्थित अपना घर आश्रम मे मानसिक विक्षप्त एवं निराश्रित लोगों की सेवा की जाती है. इनमें एक व्यक्ति की मृत्यु होने पर स्थानीय अटल बिहारी वाजपेयी मेडिकल कॉलेज में इनकी पार्थिव देह का दान किया गया.
एनॉटामी हाल में श्रृद्धांजलि सभा आयोजित
एनॉटामी हाल में श्रृद्धांजलि सभा आयोजित कर मेडिकल कॉलेज के सभी छात्र-छात्राओं सहित डीन मनीष निगम, अधीक्षक डॉ. अविनाश लाघवे, विभागाध्यक्ष एनॉटामी विभाग की डॉ. रश्मि देवपुजारी, चेयरमैन मेडिकल स्टूडेंट वेलफेयर डॉ. विवेक चौकसे, विभागाध्यक्ष फॉरेंसिक मेडिसिन विभाग डॉ. नरेंद्र पटेल सहित अपना घर आश्रम के अध्यक्ष डॉ. जी.के.महेश्वरी कोषाध्यक्ष घनश्याम डागा, सेवक कृष्ण कुमार एवं समाजसेवी विकास पचौरी ने पुष्पांजली अर्पित की और मौन रहकर सभी ने प्रार्थना की.
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मरणोपरांत नेत्रदान की प्रक्रिया पूरी की
मंगलवार की शाम को इंद्रा कॉम्पलेक्स विदिशा निवासी अशोक मानोरिया की धर्मपत्नी सरिता मानोरिया का निधन हो गया. सरिता द्वारा पूर्व में लिए गए नेत्रदान संकल्प को पूरा करने मानोरिया परिवार द्वारा समाजसेवी विकास पचौरी से संपर्क किया गया. देर रात तक यह नेत्रदान की प्रक्रिया पूरी हुई. सरिता मानोरिया ने बीते वर्ष मृत्यु उपरांत नेत्रदान का संकल्प पत्र भरा था और अपनी नेत्रदान वसीयत में लिखा था. नेत्रदान की प्रक्रिया को जिला चिकित्सालय सिविल सर्जन डॉ. शिरीष रघुवंशी के निर्देशन में वरिष्ठ नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. राकेश साहू, सिस्टर मनीषा, दुर्गा अमारे द्वारा पूरा किया गया. समाजसेवी विकास पचौरी ने बताया कि विदिशा जिले में नेत्रदान एवं देहदान की जागरूकता बीते वर्षों में बढ़ी है.