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एक लड़की का नागिन अवतार! सोशल मीडिया पर वायरल, वीडियो की सच्चाई जानिए उसी की जुबानी - Girl Snake avatar

Neelam became serpent. पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर एक लड़की के नागिन अवतार का वीडियो वायरल हो रहा है. यह लड़की झारखंड के गढ़वा की रहने वाली है. वायरल वीडियों की क्या सच्चाई है, जानिए उसी लड़की की जुबानी.

Neelam became serpent
नीलम कुमारी (ईटीवी भारत)
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Jul 31, 2024, 7:09 PM IST

गढ़वा: एक लड़की का नागिन अवतार सामने आया है. लड़की के नागिन अवतार का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. लड़की गढ़वा के खरौंधी थाना क्षेत्र के हुसरु गांव की रहने वाली है. लड़की खुद को नागिन का अवतार बता रही है और बोल रही कि उसे जीवन भर भोजन नहीं करने का आदेश है. जीवन भर वह मंदिर में सेवा करेगी.

नीलम कुमारी और मनोचिकित्सक का बयान (ईटीवी भारत)

दरअसल, गढ़वा के खरौंधी थाना क्षेत्र हुसरू गांव की रहने वाली नीलम कुमारी 16 मई को अचानक अपने घर से बाहर निकल जाती है. घर से निकलने से पहले वह अपने मां अमरावती देवी और भाई गौतम को यह बताती है कि वह जल्दी गुफा में जाने वाली है और अंतरध्यान करने वाली है. लड़की की मां अमरावती देवी ने बताया कि शुरुआत में नीलम की बातों पर विश्वास नहीं हुआ. अचानक नीलम के गायब होने के बाद उसकी खोजबीन शुरू की.

नीलम के नहीं मिलने के बाद थक हार कर घर में बैठ गए. उन्होंने बताया कि 27 जुलाई को उन्हें सपना आया कि रानी गुप्ता धाम में है. सपना के बाद पूरा परिवार गुप्ता धाम रवाना हुआ था. अमरावती देवी ने बताया कि गुप्ता धाम में करीब 40 मीटर के गुफा में एक लड़की को भगवान की आराधना करते हुए आवाज सुनाई दी थी. जब नजदीक गए तो देखा कि नीलम है. बाद में वे नीलम को लेकर गुप्ता धाम में भगवान शिव के मंदिर के पास गए थे, मंदिर में नीलम ने कहा कि 12 घंटे के कीर्तन के बाद वह सामान्य होगी. मंदिर में 12 घंटे तक कीर्तन करवाया गया और नीलम को घर लाया गया.

मुझे एहसास नहीं है कि गुप्ता धाम तक कैसे गए, इतना पता था कि वहां जाना है. गाड़ी या पैदल गए इसका भी एहसास नहीं है. वापस आने के बाद मुझे एहसास हुआ है कि मैं कहां हूं, मुझे आदेश हुआ है कि जीवन भर भोजन नहीं करना है. गुप्ता धाम और अपने गांव के मंदिर की सेवा करनी है. सप्ताह में चार दिन मैं गुप्ता धाम में जबकि दो दिन गांव के मंदिर में सेवा करूंगी. मेरे पास जो लोग पहुंच रहे हैं उन्हें सिर्फ ठीक होने की बात कह रही हूं, समस्या का समाधान होना या ना होना सब ईश्वर के हाथ में है. मैं भी इंसान हूं और मुझे सिर्फ सेवा करने का आदेश हुआ है.- नीलम कुमारी

72 दिन बाद घर लौटी नीलम, देखने के लिए उमड़ी भीड़

लड़की 72 दिनों के बाद घर लौटी है. नीलम को देखने के लिए बड़ी संख्या में इलाके के ग्रामीण घर पहुंच रहे हैं. कई लोग नेहा से आशीर्वाद ले रहे हैं. नीलम आदिवासी समाज से है और उनके पिता विश्वनाथ उरांव खेती किसानी करते है. रानी गुप्ता यह उत्तरप्रदेश के सोनभद्र में है. जो चारों तरफ पहाड़ी के श्रृंखलाओं से घिरा हुआ है. गुप्ता धाम में भगवान शिव के तीन अवतार में से एक हैं.

मनोचिकित्सक का कहना है कि मूड डिसॉर्डर में लोग अपने आप को सुपर पावर समझने लगते हैं. उसी तरह से व्यवहार करते हैं. उनकी मानसिक स्थिति बदलती रहती है. यह एक प्रकार की बिमारी है. ऐसी स्थिति में किसी मनोचिकित्सक से संपर्क करना चाहिए.

मूड डिसॉर्डर या मैनिक बीमारी में लोग अपने आप को सुपर पावर समझने लगते है. जिसके बाद उनकी मानसिक स्थिति बदलती है और वे मनोरोगी हो जाते हैं. इस तरह की स्थिति में मनोचिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए- डॉ सुनील कुमार, मनोचिकित्सक, एमएमसीएच

ये भी पढ़ें- Palamu: आस्था के नाम पर यहां चलता लाखों का कारोबार! भूतों से मुक्ति के लिए तय होती अलग-अलग रेट, चिकित्सकों ने कहा- बंद होने चाहिए ऐसे आयोजन

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गढ़वा: एक लड़की का नागिन अवतार सामने आया है. लड़की के नागिन अवतार का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. लड़की गढ़वा के खरौंधी थाना क्षेत्र के हुसरु गांव की रहने वाली है. लड़की खुद को नागिन का अवतार बता रही है और बोल रही कि उसे जीवन भर भोजन नहीं करने का आदेश है. जीवन भर वह मंदिर में सेवा करेगी.

नीलम कुमारी और मनोचिकित्सक का बयान (ईटीवी भारत)

दरअसल, गढ़वा के खरौंधी थाना क्षेत्र हुसरू गांव की रहने वाली नीलम कुमारी 16 मई को अचानक अपने घर से बाहर निकल जाती है. घर से निकलने से पहले वह अपने मां अमरावती देवी और भाई गौतम को यह बताती है कि वह जल्दी गुफा में जाने वाली है और अंतरध्यान करने वाली है. लड़की की मां अमरावती देवी ने बताया कि शुरुआत में नीलम की बातों पर विश्वास नहीं हुआ. अचानक नीलम के गायब होने के बाद उसकी खोजबीन शुरू की.

नीलम के नहीं मिलने के बाद थक हार कर घर में बैठ गए. उन्होंने बताया कि 27 जुलाई को उन्हें सपना आया कि रानी गुप्ता धाम में है. सपना के बाद पूरा परिवार गुप्ता धाम रवाना हुआ था. अमरावती देवी ने बताया कि गुप्ता धाम में करीब 40 मीटर के गुफा में एक लड़की को भगवान की आराधना करते हुए आवाज सुनाई दी थी. जब नजदीक गए तो देखा कि नीलम है. बाद में वे नीलम को लेकर गुप्ता धाम में भगवान शिव के मंदिर के पास गए थे, मंदिर में नीलम ने कहा कि 12 घंटे के कीर्तन के बाद वह सामान्य होगी. मंदिर में 12 घंटे तक कीर्तन करवाया गया और नीलम को घर लाया गया.

मुझे एहसास नहीं है कि गुप्ता धाम तक कैसे गए, इतना पता था कि वहां जाना है. गाड़ी या पैदल गए इसका भी एहसास नहीं है. वापस आने के बाद मुझे एहसास हुआ है कि मैं कहां हूं, मुझे आदेश हुआ है कि जीवन भर भोजन नहीं करना है. गुप्ता धाम और अपने गांव के मंदिर की सेवा करनी है. सप्ताह में चार दिन मैं गुप्ता धाम में जबकि दो दिन गांव के मंदिर में सेवा करूंगी. मेरे पास जो लोग पहुंच रहे हैं उन्हें सिर्फ ठीक होने की बात कह रही हूं, समस्या का समाधान होना या ना होना सब ईश्वर के हाथ में है. मैं भी इंसान हूं और मुझे सिर्फ सेवा करने का आदेश हुआ है.- नीलम कुमारी

72 दिन बाद घर लौटी नीलम, देखने के लिए उमड़ी भीड़

लड़की 72 दिनों के बाद घर लौटी है. नीलम को देखने के लिए बड़ी संख्या में इलाके के ग्रामीण घर पहुंच रहे हैं. कई लोग नेहा से आशीर्वाद ले रहे हैं. नीलम आदिवासी समाज से है और उनके पिता विश्वनाथ उरांव खेती किसानी करते है. रानी गुप्ता यह उत्तरप्रदेश के सोनभद्र में है. जो चारों तरफ पहाड़ी के श्रृंखलाओं से घिरा हुआ है. गुप्ता धाम में भगवान शिव के तीन अवतार में से एक हैं.

मनोचिकित्सक का कहना है कि मूड डिसॉर्डर में लोग अपने आप को सुपर पावर समझने लगते हैं. उसी तरह से व्यवहार करते हैं. उनकी मानसिक स्थिति बदलती रहती है. यह एक प्रकार की बिमारी है. ऐसी स्थिति में किसी मनोचिकित्सक से संपर्क करना चाहिए.

मूड डिसॉर्डर या मैनिक बीमारी में लोग अपने आप को सुपर पावर समझने लगते है. जिसके बाद उनकी मानसिक स्थिति बदलती है और वे मनोरोगी हो जाते हैं. इस तरह की स्थिति में मनोचिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए- डॉ सुनील कुमार, मनोचिकित्सक, एमएमसीएच

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