दुमका: सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय में 273 असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति प्रक्रिया में विसंगतियों का आरोप लगाते हुए छात्र समन्वय समिति के बैनर तले छात्र छात्राओं के द्वारा 12 मार्च और 13 मार्च को यूनिवर्सिटी में तालाबंदी की गई थी. जिससे पठन-पाठन और कामकाज पूरी तरह से ठप था. दो दिनों की बंदी के बाद गुरुवार को छात्रों ने आंदोलन समाप्त कर दिया और यूनिवर्सिटी गेट पर से हट गए. बुधवार को विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ बिमल प्रसाद सिंह ने इस आंदोलन को गैरकानूनी बताया था और प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी थी.
छात्रों ने कहा-कुलपति के चेतावनी के डर से नहीं बल्कि छात्र हित में खत्म की तालाबंदी
गुरुवार को छात्र समन्वय समिति ने विश्वविद्यालय के तालाबंदी को समाप्त कर दिया और वह यूनिवर्सिटी गेट से हट गए. छात्र नेता श्याम देव हेम्ब्रम और राजीव बास्की ने कहा कि हम लोगों ने कुलपति के द्वारा दिए गए कानूनी कार्रवाई की चेतावनी से डर कर नहीं बल्कि छात्र हित में इस आंदोलन को समाप्त किया है. उन्होंने कहा कि कुछ छात्र-छात्राओं ने फोन पर और कुछ ने मिलाकर यह कहा कि हमारा प्रैक्टिकल का एग्जाम है, अगर यह अभी नहीं होता है तो हमें काफी परेशानी होगी. परीक्षार्थियों की समस्या को देखते हुए उन्होंने यूनिवर्सिटी की गेट से हटाने का निर्णय लिया.
छात्र नेताओं ने कहा कि 273 नीड बेस्ट असिस्टेंट प्रोफेसर की जो नियुक्ति प्रक्रिया चल रही है उसमें काफी विसंगतिया हैं और हम लोग राजभवन से मांग करते हैं कि इस नियुक्ति प्रक्रिया को रद्द करें. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हमारा विरोध जारी रहेगा.
राजभवन के आदेश पर छह कॉलेजों के प्रचार्य बदले गये
सिदो कान्हु मुर्मू विश्विध्यालय के कुल 06 अंगीभूत महाविद्यालयों के प्रोफेसर इंचार्ज (प्रभारी प्राचार्य ) गुरुवार को राजभवन से प्राप्त एक चिठ्ठी के आलोक में बदल दिए गए हैं. इस सम्बन्ध में विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ बिनय कुमार सिन्हा ने एक अधिसूचना जारी कर दी है.
अधिसूचना के अनुसार कॉलेज और प्राचार्य के नाम
- डॉ राकेश कुमार को एसपी महिला महाविद्यालय, दुमका
- डॉ. एसआर रिजवी को साहेबगंज महाविद्यालय साहेबगंज
- डॉ युगल झा को केकेएम महाविद्यालय, पाकुड़
- डॉ कौशल को जामताड़ा महाविद्यालय, जामताड़ा
- नीलिमा वर्मा को एएस महाविद्यालय देवघर
- डॉ स्मृति कुमारी को गोड्डा महाविद्यालय गोड्डा
सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय के जनसंपर्क पदाधिकारी दीपक कुमार दास के अनुसार महाविद्यालयों में सीनियर प्राध्यापकों के होते हुए जूनियर को प्रभारी प्राचार्य बनाने का आरोप विश्विध्यालय पर लगातार लगता रहा है. ऐसे में अब सिनियोरिटी को ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय ने राजभवन के आदेश पर उक्त प्राध्यापकों की नियुक्ति प्रभारी प्राचार्य के रूप में किया है.