वाराणसी : बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार और हिंदू संगठनों-मंदिरों से जुड़े लोगों के साथ मारपीट के मामले को लेकर अब देश में हिंदूवादी संगठन एकजुट हो रहे हैं. सोमवार क वाराणसी पहुंचे विश्व हिंदू परिषद के कार्यवाहक अध्यक्ष आलोक कुमार ने बांग्लादेश की हालत पर चिंता व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि सरकार विश्व के मानवाधिकार संगठन और वहां की सरकार के साथ मिलकर बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा मजबूत करे.
मस्जिदों में सर्वे के दौरान हो रही हिंसा पर आलोक कुमार ने कहा कि असल में विपक्ष और अन्य नेताओं की रोटियां सेंकनी बंद हो गईं हैं. उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में एक सीट है, यहां अभी उपचुनाव संपन्न हुए हैं. यहां पर 56% मुस्लिम वोटर हैं, लेकिन इसके बाद भी मुसलमान कैंडिडेट वहां नहीं जीता. लोकसभा के पिछले तीन चरण में मुस्लिम समाज ने जीतने वाले पक्ष को वोट नहीं दिया है. इसलिए मैं मुस्लिम लोगों से भी आग्रह करूंगा कि वास्तविकताओं को पहचानो, अब तुम बराबर के नागरिक हो, सबके साथ मिलकर रहोगे तो अच्छा होगा और अगर जिहाद करोगे तो हिंदू बराबर का मुकाबला करके विजयी होगा.
संभल हिंसा और अजमेर में शिव मंदिर होने के दावे पर आलोक कुमार ने कहा कि यह बेहद संवेदनशील मामला है. संभल में ऐसी बात नहीं थी. वहां का एमपी और वहां का एमएलए, यह उच्च जाति के आसार अलग-अलग जातियों के मुसलमान हैं. इनका परस्पर संघर्ष है. आपस में दोनों ने अपने लोगों को लड़वाया और यही लोग आपस में भिड़ गए. यहां हिंदू-मुस्लिम की बात थी ही नहीं, वह मस्जिद के लिए भी नहीं लड़ रहे थे. वह सर्वे के बहाने अपना वर्चस्व दिखाने की लड़ाई लड़ रहे थे. उत्तर प्रदेश की सरकार ने यह निर्णय अच्छा किया कि जिनकी पहचान की गई है जो पत्थरबाज हैं उनसे सारे नुकसान का खर्च वसूला जाएगा. मैं समझता हूं कि इससे ऐसी परिस्थितियों पर रोक लगेगी.